- डीएम ने डेंगू और बैक्टीरिया जनित बीमारियों से बचाव की तैयारी की समीक्षा

- मोबाइल यूनिट करेगा एलिजा टेस्ट, हेल्प लाइन नंबर जारी

- स्कूल और प्रचार प्रसार से सजग किया गया पब्लिक को

LUCKNOW : राजधानी में डेंगू और बैक्टीरिया जनित बीमारियों के चलते बढ़ रह पेशेंट्स से प्रशासन में सकते में है। डीएम ने फ्राईडे को बीमारियों से बचाव को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा बैठक की। फागिंग को लेकर लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश देने के साथ ही नगर निगम को हेल्प लाइन जारी करने के लिए कहा। इसके अलावा हेल्थ डिपार्टमेंट को भी एलिजा टेस्ट और इलाज की सुविधा मुहैया कराने के लिए कहा।

फागिंग को लेकर दिए कड़े निर्देश

डीएम राज शेखर ने पब्लिक से अपील की है कि वे डेंगू जेई, एक्यूट इंसेफेलाइस्टिस सिण्ड्रोम बैक्टीरिया जनित बीमारियों से भयभीत न हो। बल्कि थोडा सर्तक होने और उन उपायों को अपनाये जिससे वैक्टीरिया जनित बीमारियों से बचा जा सके। डीएम ने नगर निगम को निर्देश दिया है कि वह सभी 22 फागिंग मशीनों और 90 साइकिल पर लगी मैनुअल मशीनों के जरिये सभी वार्डो में फागिंग करवाये। जिन क्षेत्रों से डेंगू के मरीज आये है वहां पर फागिंग के संबंध में नगर निगम से दैनिक रिपोर्ट ली जायेगी। नगर निगम को नगर निगम के बाइलाज 1997 के नियमों का उल्लघंन करने वालो के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश भी दिये है।

पब्लिक को किया जाएगा अवेयर

प्रशासन ने स्कूलों को चौकसी उपायों के बारे में और बच्चों को बैक्टीरिया रोगों से बचाने और उन्हें सजग बनाने के निर्देश दिए। डीएम ने नगर निगम में बैक्टीरिया से होने वाली बीमारियों की सूचना के लिए एक कंट्रोल रूम बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सिनेमा घरों, विज्ञापनो,ं अखबारों और रेडियो के माध्यम से बचाव और सावधानियों के बारे में पब्लिक अवेयर किया जाए।

यह है नगर निगम के हेल्प लाइन नंबर

0522- 2307782

0522- 2307783

0522- 2307770

अब तक डेंगू के 20 मामले

बलरामपुर अस्पातल में 16, सिविल में 12, लोहिया में 6 और केजीएमयू में 10 बेड बैक्टीरिया मरीजों के लिए सुरक्षित रखा गया है। केजीएमयू, पीजीआई मोबाइल यूनिट में एलिजा टेस्ट सुविधा उपलब्ध कराई गयी है। जिसमें 300 टेस्ट परडे करने की सुविधा उपलब्ध है। समीक्षा बैठक में डीएम को बताया गया कि बैक्टीरिया से होने वाली बीमारियों के ब्लड टेस्ट, एंटीलार्वा एक्टिविटिज करने के साथ साथ एरिया मैपिंग भी कराई गई है। अब तक डेंगू के 20 मामले सामने आये हैं। दो मामले जेई के सामने आये है और इनमें से किसी में भी मौत नही हुई है। एक्यूट इंसेफेलाइस्टिस सिण्ड्रोम के चार मामले प्रकाश में आये है जिनमे से एक की मौत की सूचना है।