लखनऊ (ब्यूरो)। पीलीभीत के पूरनपुर गढ़वाखेड़ा गांव के पास रोड किनारे खड़े लोडर में तेज रफ्तार अल्टो कार घुस गई। हादसा इतना दर्दनाक था कि कार चालक अब्दुल्ला, उनकी पत्नी और दो चचेरी बहनों की मौत हो गई। जबकि सात महीने की मासूम बेटी और चचेरा भाई गंभीर रूप से जख्मी हो गया। बताया जा रहा है कि झपकी आने के चलते यह दर्दनाक हादसा हुआ है। कार में सवार सभी लखनऊ मदेयगंज थाना क्षेत्र के खदरा निवासी थे। वहीं, पुलिस वाहन नंबर के आधार पर अज्ञात लोडर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच में जुट गई है। खबर लिखे जाने तब उनका शव घर नहीं आया था।

झपकी आने पर हुआ हादसा

पुलिस के मुताबिक, अब्दुल्ला फातिमा अस्पताल में अकाउंटेंट का काम करते थे। शनिवार रात करीब 11 बजे वह पत्नी साइमा, छह माह की बेटी अबिहा, चचेरी बहन बैतुल, मरियम और भाई आमीन के साथ नैनीताल घूमने जा रहे थे। इस बीच पीलीभीत में पूरनपुर गढ़वाखेड़ा गांव के पास ढाबे के पास सड़क पर एक लोडर खड़ा था। इस बीच अब्दुल्ला को झपकी आ गई, जिससे उनकी कार पीछे से अचानक लोडर में जा घुसी। चीख-पुकार सुनकर लोग दौड़े उन्होंने पुलिस की मदद से सभी को निकाला और अस्पताल लेकर पहुंचे जहां, डाक्टरों ने अब्दुल्ला, साइमा, बैतुल और मरियम को मृत घोषित कर दिया। वहीं, आमीन और अबिहा की हालत नाजुक बनी हुई है।

कार में फंसे रहे पति पत्नी

पुलिस जांच में समने आया कि हादसे के वक्त कार की स्पीड काफी ज्यादा थी। हादसे में अब्दुल्ला और उनकी पत्नी कार में बुरी तरह से फंस गए थे। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने करीब घंटे भर की मशक्कत के बाद कार में फंसे अब्दुल्ला और उनकी पत्नी साइमा को बाहर निकाला। वहीं, छह माह की बच्ची अबिहा पीछे सीट पर अब्दुल्ला की बहनों के साथ थी। वह सीट के नीचे चली गई थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि लोडर खराब था और उसमें मुर्गे थे। पुलिस ने लोडर चालक की तलाश शुरू कर दी है।

सात बहनों में इकलौता था अब्दुल्ला

अब्दुल्ला का परिवार खदरा में रहता है। वह घर में सात बहनों में इकलौता था। हादसे के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है। हर किसी का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों ने बताया कि अब्दुल्ला सात बहनों में इकलौता भाई था। अब्दुल्ला की शादी नवंबर 2021 में हुई थी। हादसे की सूचना परिवारजन को करीब साढ़े तीन बजे मिली थी। परिवार में अबदुल्ला की वृद्ध मां नजमुल निशा हैं। घरवालों ने हादसे में अब्दुल्ला उनकी पत्नी और दो बहनों की मौत की सूचना नजमुल को सुबह नौ बजे दी गई थी।

पता होता तो कभी जाने न देती

खदरा स्थित अब्दुल्ला के घर में दिनभर पड़ोसियों और रिश्तेदारों आना लगा रहा। किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि उनके अपने अब उनसे दूर हो गए हैं। वहीं, अब्दुल्ला की मां नजमुल निशा कह रही थीं कि अगर पता होता तो कभी जाने देती, मेरा परिवार खत्म हो गया। वहीं, मदेयगंज थाना प्रभारी अभय सिंह ने बताया कि हादसे की सूचना पर पुलिस की टीम अब्दुल्ला के घर गई थी। पता चला कि उसके परिजन हादसे की सूचना पाकर पीलीभीत गए हैं। मासूम और चचेरा भाई गंभीर रूप से जख्मी हैं। सभी का शव लाया जा रहा है। देर-रात तक शव लाया जाएगा।