- दैनिक जागरण शिशु स्वास्थ्यशाला में माताओं ने सीखे परवरिश के तौर तरीके

LUCKNOW: जितनी अच्छी नींद आपके लाडले को मिलेगी, उतना ही वह स्वस्थ्य होगा। भरपूर और सुकून भरी नींद के लिए जरूरी है बच्चों को रात में होने वाले गीलेपन से छुटकारा मिले। मच्छर और भूख भी उन्हें न परेशान करें, इसका ख्याल सभी माताओं को रखना जरूरी है। यह बातें सामने आई दैनिक जागरण और पैंपर्स की ओर से आयोजित शिशु स्वास्थ्यशाला में, जहां शिशु रोग विशेषज्ञ ने मांओं को लाडले की परवरिश के तौर-तरीके बताएं। वहीं उन्हें होने वाली छोटी-मोटी प्रॉब्लम से निपटने के नुस्खे भी शेयर किए। कार्यक्रम में मांओं को यह भी बताया गया कि बच्चों के सेहत को ध्यान में रखकर पैंपर्स ने दस रुपए में छोटा पैक भी बाजार में उतारा है।

दीप प्रज्जवलन से शुरुआत

डालीबाग स्थित गन्ना संस्थान में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत चीफ गेस्ट के तौर पर मौजूद एसीएमओ डॉ। आरके चौधरी दैनिक जागरण लखनऊ के जीएम जेके द्विवेदी, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ। आशुतोष वर्मा और दैनिक जागरण आई नेक्स्ट, लखनऊ के संपादकीय प्रभारी धर्मेद्र सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर की।

मां का दूध सबसे अहम

बाल रोग विशेषज्ञ डॉ। आशुतोष वर्मा ने बताया कि मां का दूध बच्चों के लिए वरदान है। छह माह तक बच्चों को सिर्फ मां का ही दूध पिलाना चाहिए। इसमें नवजात के लिए जरूरी सभी पौष्टिक पदार्थ रहते हैं। जो न सिर्फ सेहत को बेहतर करते हैं, बल्कि बीमारियों से भी बचाते हैं। मां का दूध पानी और पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है। उन्होंने बताया कि बच्चों का विकास मां पर ही निर्भर करता है। अक्सर रात में गीलेपन से बच्चे की नींद पूरी नहीं होती है। वह चिड़चिडे़ हो जाते हैं। इसका ध्यान रखना जरूरी है। इसके बाद जाकर बच्चे को भरपूर नींद मिल सकेगी। डायपर के उपयोग से त्वचा गीली नहीं होती है और बच्चा भरपूर नींद लेता है। डायपर के प्रयोग ने आज बच्चों की लाइफ को काफी चेंज और आसान बना दिया है।

मां की सेहत का ख्याल सबकी जिम्मेदारी

इस अवसर पर एसीएमओ डॉ। आरके चौधरी ने कहा कि यह कार्यक्रम बहुत अच्छा है। पैंपर्स की ही देन है कि आज बच्चों के साथ ही मांओं को भी चैन की नींद सोने का मौका मिल रहा है। बच्चों को भी गीलेपन से छुटकारा मिलता है। जिससे वह भरपूर नींद लेते हैं और स्वस्थ्य रहते हैं। सरकार की ओर से प्रसव के बाद महिलाओं के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखने के लिए सरकारी अस्पतालों से लेकर स्वास्थ केंद्रों तक कई तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। सरकार मांओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए हर संभव कार्यक्रम चलाने में जुटी है। वहीं केजीएमयू से कार्यक्रम में शामिल हुए पैरामेडिकल स्टाफ राघवेंद्र और वीनू दुबे ने भी मांओं को पैंपर्स की खूबियों के बारे में बताया।

लकी ड्रॉ में मिला इनाम

दैनिक जागरण के इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया। रजिस्ट्रेशन फॉर्म से लकी ड्रॉ निकाला गया। जिसमें सभी पार्टिसिपेंट्स को उपहार दिए गए। लकी ड्रॉ के माध्यम से सनिया बानो, निशा, मीना देवी और राम जानकी को विजेता चुना गया। इन सभी को लकी ड्रॉ के विजेताओं को पीएनजी के चैनल पार्टनर टीएन तिवारी और संदीप के द्वारा पुरस्कार दिए गए।

वजन के हिसाब से पहनाएं डायपर

स्वास्थ्यशाला में डायपर के इस्तेमाल और उनको यूज करने का तरीका और फायदा भी बताया गया। सबसे अहम जानकारी यह रही कि बच्चों को उम्र नहीं, बल्कि वजन के हिसाब से डायपर पहनाना चाहिए। साथ ही पैंपर्स की खूबियां भी गिनाई गई। यह भी बताया गया कि पैंपर्स पैंट अब दस रुपए के पैक में भी उपलब्ध है। कार्यक्रम का संचालन कर रहे एंकर शिवम ने पैंपर्स पैंट की खासियत और इस्तेमाल के तरीके बताए। साथ ही इसका लाइव डेमो दिया। साथ ही बताया कि पैंपर्स में मौजूद मैजिक जैल कैसे गीलेपन को सोखता है और सतह को सूखा बनाए रखता है। इसमें मौजूद एलोवेरा लोशन कैसे शिशु की त्वचा को म्वाश्चराइज करने में मदद करता है। यह उतने एरिया के पीएच लेवल को भी मेनटेन रखता है। जिससे बच्चों की त्वचा पर रैशेज नहीं पड़ते और यह इंफेक्शन से बचे रहते हैं।

माताओ के सवाल

सवाल- सर बच्चा रात को सोता नहीं है?

जवाब- हम कई बार बच्चों को ज्यादा कपड़े पहना देते हैं, जिससे उन्हें गर्मी लगती है और परेशानी की वजह से वह भरपूर नींद नहीं ले पाते हैं। वहीं कपड़ा लगाने से भी यह दिक्कत होती है। डायपर इस्तेमाल करते वक्त इस बात का ध्यान दें कि वह पानी को पूरी तरह से सोख रहा है, अगर ऐसा नहीं है, तो दो-दो घंटे पर डायपर चेंज करते रहें।

सवाल- बच्चा डेढ़ साल का हो गया है फिर भी वजन कम है?

जवाब- अगर बच्चे का वजन कम है, तो आप असकी डाइट पर ध्यान दें। हर दो घंटे पर उसे कुछ खिलाएं। बच्चे को दाल चावल के साथ मटर पीसकर भी खिला सकते हैं।

सवाल- किस प्रकार पैंपर्स बच्चे की बेहतर नींद में मददगार है?

जवाब- एक पैंपर एक सूखी रात के बराबर है। यानि आपको बार-बार नैपी चेंज नहीं करनी होगी। इसकी वजह से बच्चे की नींद में भी बाधा नहीं आएगी।

सवाल- पैंपर्स पैंट्स कैसे बच्चों के लिए बेहतर है?

जवाब- पैंपर्स पैंट्स एक मात्र डायपर है, जिसमें एयर चैनल टेक्नोलॉजी है, जो डायपर को सूखा और हवादार रखने में मदद करता है।

सवाल- किस विशेषता की वजह से पैंपर्स गीलेपन को बेहतर तरीके से सोख लेते हैं?

जवाब- पैंपर्स पैंट्स में मैजिक जैल है, जिससे यह गीलेपन को सोख लेता है।

सवाल- कैसे पैंपर्स पैंट्स बच्चों के लिए बेहतर है?

जवाब- इसका मुलायम और लचीला वेस्टबैंड जो बच्चे के हिलने या चलने पर फैलता और सिकुड़ता है, इस बात को सुनिश्चित करता है कि बच्चा असहज महसूस न करे।

कोट्स

दैनिक जागरण के इस आयोजन से हमे बच्चों की परवरिश के बारे में छोटी छोटी जानकारियां मिलीं, जो काफी अच्छी हैं।

- रेनू

स्वास्थ्यशाला में डॉक्टर ने कई ऐसी चीजें बताई जो हमे नहीं मालूम थी। खासतौर पर छह माह से छोटे बच्चों के खानपान का कैसे ध्यान रखें, इसकी जानकारी मिली।

- सुमन लता

हम घर में बच्चों के लिए डायपर के स्थान पर कपड़े का प्रयोग ज्यादा करते हैं। इसके बारे में बताया। वहीं डॉक्टर ने डायपर को लेकर जो कन्फ्यूजन था उसे दूर कर दिया।

- आरजू बानो

इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चे कावजन कैसे बढ़ाएं इस बारे में अच्छी जानकारी मिली। खासतौर पर एक साल के बच्चों को खाने में क्या दिया जाए इसके बारे में डॉक्टर ने सभी सवालों का जवाब दिया।

- नादिया परवीन

कार्यक्रम में डायपर के इस्तेमाल को लेकर जितनी भी भ्रांतियां थी उसे दूर कर दिया गया। अब मैं अपने जानने वालों को भी इसके बारे में बताऊंगी।

- मनोज कुमारी

स्वास्थ्यशाला के माध्यम से बच्चों की परवरिश और उनके बेहतर विकास के लिए अच्छी जानकारी के साथ बच्चों की देखभाल में आने वाली दिक्कतों को भी कैसे दूर किया जाए, इस बारे में बताया गया।

- गुडि़या