- गणपति का प्रोटोकॉल के तहत घर में भूमि व जल विसर्जन किया गया

LUCKNOW:

राजधानी में सोमवार को तीन दिवसीय गणेशोत्सव के बाद भक्तों ने बाप्पा को विदाई दी। कोरोना के कारण इस बार जुलूस नहीं निकले इसलिए पहले जैसी रौनक नहीं दिखाई दी। अधिकतर लोगों ने घरों में ही गणपति का जल या भू विसर्जन किया। वहीं कई लोग गणपति विसर्जन के लिए झूलेलाल पार्क भी पहुंचे।

पार्क में प्रतिमा का विसर्जन

पेपर मिल कॉलोनी में अक्षय समिति के संयोजन मधुकर कांत ने बताया कि कोरोना की वजह से इस बार एक छोटो विनायक प्रतिमा समिति के सदस्य के यहां स्थापित की गई थी। जिसका सोमवार को कमेटी और का्लोनीवासियों की मौजूदगी में मास्क, सेनेटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पार्क के बाहरी हिस्से में गढ्डे में जलार्पित करके विसर्जन किया गया। इस अवसर पर गणेश जी का प्रसाद भी बांटा गया।

घर में विसर्जन की अपील

श्रीशुभ संस्कार समिति के महामंत्री रिद्धि किशोर गौड़ ने भक्तों से आग्रह किया है कि लोग कच्ची मिट्टी की मूर्तियों का पूजन करें और उन्हें घर पर ही बाल्टी में पानी भरकर विसर्जित करें और पानी को वृक्षों को समर्पित कर दें। इसी अपील के साथ समिति द्वारा स्थापित गणेशजी की मूर्ति को विधि विधान से मंदिर में ही पानी के बड़े ड्रम में विसर्जित किया गया। विसर्जन से पहले पं। गिरजा शंकर दीक्षित एवं पं। राजेश शुक्ला ने हवन कराया। विसर्जन के बाद छोटा सा भंडारा हुआ। इस दौरान समिति के अध्यक्ष लक्ष्मी कांत पांडे, आशीष अग्रवाल, विष्णु त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।