लखनऊ (ब्यूरो)। विकास नगर सेक्टर चार में सोमवार को हुए अग्निकांड में सेवानिवृत्त शिक्षिका शशि देवरा की मौत के मामले में शासन ने जांच के आदेश दिए हैं। शासन ने दमकल की कार्यशैली पर नाराजगी जताते हुए जवाब मांगा है। इस संबंध में सचिव डॉ। बीडी पालसन ने महानिदेशक फायर सर्विस अविनाश चंद्र से जवाब तलब किया है।

डीजी ने मांगा लेट होने का जवाब

शासन ने डीजी फायर को पत्र भेजकर जवाब मांगा है कि अग्निकांड की सूचना पर दमकल की गाड़ी मौके पर एक घंटे देरी से क्यों पहुंची? दूसरा सवाल यह भी किया कि दमकल कर्मी बिना बूट, ड्रेस और अग्निसुरक्षा उपकरणों के मौके पर क्यों गए थे? पत्र का डीजी ने संज्ञान लेकर सीएफओ मंगेश कुमार को नोटिस जारी कर इस संबंध में जवाब मांगा है। मामले में उच्चस्तरीय जांच शुरू हो गई है।

सुबह फिर धधकी थी आग

मंगलवार सुबह एक बार फिर पहले तल के कमरे में अचानक आग धधकने लगी। आननफानन ऋचा ने दमकल को सूचना दी। सूचना पर पहुंचे सीएफओ मंगेश कुमार, एफएसओ इंदिरानगर राजेश कुमार सिंह सहित अन्य दमकल कर्मियों ने 10 मिनट में आग पर काबू पा लिया। सीएफओ ने मकान के प्रवेश और निकास का मार्ग देखा। उन्होंने बताया कि पूरे मकान में एकाएक आग कैसे फैली इसकी जांच की जा रही है। अग्निकांड बड़ा था कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

जलने से हुई शशि की मौत

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शशि की मौत का कारण जलना आया है। आग के बीच में फंसकर शशि बुरी तरह झुलस गई थीं व धुआं उनके फेफड़ों और गले में भर गया था, जिस कारण उनकी मौत हुई। शव का अंतिम संस्कार परिवारजन और रिश्तेदारों की मौजूदगी में बैकुंठधाम में किया गया।

अग्निकांड दोपहर एक से सवा एक बजे के आसपास हुआ। फायर ब्रिगेड को सूचना 1:32 पर दी गई। 1:50 बजे गाड़ी पहुंच गई थी। कुछ स्थानों पर जाम के कारण दिक्कतें हुईं। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया था। हमारी एक टीम हमेशा तैयार रहती है। जरूरत पडऩे पर जब दूसरी टीम को फोन किया गया, तो दमकल कर्मी जैसे थे वैसे ही भागे। कुछ लोग रास्ते में कपड़े पहनते हुए आए, तो कुछ जल्दी में उतरे।

-मंगेश कुमार, मुख्य अग्निशमन अधिकारी