लखनऊ (ब्यूरो)। एसआईएमएस कालेज हापुड़ में दो छात्राओं का एमबीबीएस का दाखिला कराने के नाम पर 60 लाख रुपये ठगे गए। इस मामले में पीडि़तों ने कालेज निदेशक राजीव सिंह उर्फ प्रेम प्रकाश सहित 13 लोगों को नामजद आरोपी बनाते हुए विभूतिखंड थाने में तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

30-30 लाख रुपये की डिमांड

इंस्पेक्टर विभूतिखंड राम सिंह के मुताबिक बिहार के मुजफ्फरपुर की कन्हौली देव लक्ष्मी कालोनी निवासी आनंद कुमार देव को अपनी बेटी सर्जना श्रेया और पटना के पंकज कुमार को बेटी प्रगति पंकज का एमबीबीएस में दाखिला कराना था। दोनों ने नीट दिया था। परीक्षा के कुछ दिन बाद लखनऊ के साइबर टावर स्थित एसआईएमएस ग्रुप की कंसल्टेंसी से जीनत परवीन ने काल की। दावा किया गया एसआईएमएस कालेज हापुड़ में एमबीबीएस में दाखिला करा दिया जाएगा। इसके लिए 30-30 लाख रुपये मांगे गए।

जमा कराई गई रकम

आनंद व पंकज को साइबर टावर बुलाया गया। वहां दोनों ने रुपये बताये गये खातों में जमा कर दिए। आरोप है कि प्रवेश के नाम पर रकम वसूलने के दौरान संजीव कुमार वाजपेयी, राजीव सिंह उर्फ प्रेम प्रकाश विद्यार्थी, सौरभ तिवारी उर्फ आनंद तिवारी, पूनम शुक्ला मौजूद थी। पूनम लगातार संपर्क कर रही थीं, लेकिन बाद में उसका मोबाइल बंद आने लगा।

फर्जी संस्थान के नाम से लिए चेक

16 अक्टूबर को एसआईएमएस कालेज के निदेशक राजीव कुमार सिंह ने साइबर टावर स्थित अपने ऑफिस उन्हें 30 लाख रुपये लेकर बुलाया। 8, 7.5 व 14.50 लाख रुपये के तीन चेक में रकम सरस्वती इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइसेज हापुड़ के नाम से ली गई। राजीव सिंह ने रुपये लेने के बाद प्रवेश व हास्टल दिलाने का वादा किया और इसके बाद वह टालमटोल करने लगा।

कालेज में जमा ही नहीं हुई फीस

परेशान होकर पीडि़त हापुड़ में कालेज गए तो पता चला कि कालेज के खाते में फीस जमा ही नहीं हुई है। प्रवेश के लिए चेक सरस्वती एम्मल एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम से देना था। इस रकम को आईडीएफसी बैंक मुंशीपुलिया से संजीव कुमार वाजपेयी ने निकाला था। इंस्पेक्टर विभूतिखंड के मुताबिक आनंद कुमार देव व पंकज कुमार की तहरीर पर गोरखपुर जटेपुर उत्तरी धोबीघाट निवासी राजीव सिंह, संजू वाजपेयी, संजीव वाजपेयी, सौरभ तिवारी उर्फ आनंद तिवारी अन्य लोगों के खिलाफ कूचरचित दस्तावेज तैयार करने व धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है।