लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में मानकों के विरुद्ध चल रहे अस्पतालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी के तहत लखनऊ के लक्ष्मी विहार कालोनी निवासी विकास सोनी द्वारा चलाए जा रहे राज अर्चना हास्पिटल, केशरी खेड़ा के विरुद्ध की गयी। प्रभारी निरीक्षक थाना कृष्णा नगर के पत्र के क्रम में सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल द्वारा उक्त अस्पताल की जांच को दो सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया। जांच के दौरान अस्पताल को सीएमओ ऑफिस से रजिस्ट्रेशन नहीं पाया गया। जिसके बाद अधीक्षक, नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंदरनगर आलमबाग को बिना रजिस्टे्रशन चल रहे अस्पताल को सील किये जाने के लिए निर्देशित किया गया। उसी के तहत मंगलवार को सीएमओ की टीम तथा पुलिस टीम की उपस्थिति में राज अर्चना अस्पताल को सील कर दिया गया।

एक्स-रे फिल्म खत्म, मरीज परेशान

बलरामपुर अस्पताल में मंगलवार को एक्स-रे फिल्म खत्म हो गई, जिसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। आर्थो और रेस्पेरेट्री विभाग के मरीजों को सबसे ज्यादा एक्स-रे कराने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में मरीज और तीमारदार मोबाइल से फोटो खींचकर डॉक्टर का परामर्श लेने पहुंचे। वहीं, कई मरीजों ने फिल्म न मिलने को लेकर आपत्ति जताई। जिसके बाद रेडियोडायग्नोसिस विभाग में हड़कंप मच गया। मरीजों के बवाल को देखते हुए आननफानन में अधिकारियों ने एक्स-रे फिल्म मंगवाई। करीब दो बजे के बाद हालत सामान्य हुए।

युवा दंपति को बेहतर सेहत का आशीर्वाद

एक साल के अंदर विवाहित हुए युवक-युवतियों से परिवार नियोजन पर संवाद करने के लिए स्वास्थ्य विभाग आशीर्वाद अभियान शुरू करने जा रहा है। यह अभियान विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को प्रदेश के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर चलाया जाएगा। इस दौरान उन्हें गर्भावस्था के दौरान होने वाले खतरों से बचाव के लिए सावधानी और जांच का परामर्श दिया जाएगा। वहीं उच्च जोखिम वाली गर्भवती की पहचान कर उनका फालोअप किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक ने प्रदेश के सभी सीएमओ को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।

कई तरह की जांचें

पत्र में कहा गया है कि प्रदेश में 25 से 35 प्रतिशत आबादी युवा वर्ग की है। इस वर्ग को विवाह की सही उम्र, स्वास्थ्य, सामंजस्य, पोषण और परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों को अपनाते हुए परिवार नियोजन की सही प्लानिंग के बारे में मार्गदर्शन की जरूरत है। अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता नवविवाहित दंपति की लिस्ट तैयार कर शगुन किट मिली है या नहीं की जानकारी दर्ज करेंगी। 11 से 24 जुलाई तक इनकी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर जांच होगी और शगुन किट दी जाएगी।

योजना बनाकर होगी काउंसलिंग

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर आने वाली महिलाओं को शादी के दो साल बाद ही बच्चे की योजना बनाने के बारे में काउंसिलिंग की जाएगी और परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों से सुसज्जित बास्केट ऑफ च्वाइस के बारे में जानकारी दी जाएगी। जांच में गर्भवती पाए जाने पर प्रसव पूर्व जांच की सेवा देने के साथ टेलीकंसल्टेशन किया जाएगा। खुशहाल परिवार दिवस पर इन दंपति को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर लाया जाएगा ताकि समुदाय को आवश्यक लाभ मिल सके।