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लखनऊ (ब्यूरो)। इंदिरानगर में रहने वाले एक भवन स्वामी इस समय खासी टेंशन में हैं। उनकी टेंशन की वजह है नगर निगम की ओर से भेजी गई हाउस टैक्स की नोटिस। अभी तक वह जो टैक्स दे रहे थे, उसमें इस बार टैक्स राशि डेढ़ गुना बढ़ गई है, जिससे वह समझ नहीं पा रहे हैैं कि क्या करें। हालांकि, उनके पास टैक्स जमा करने के लिए 30 दिन का समय है। अगर इस समयावधि में वह टैक्स जमा नहीं करते हैैं तो उनके खिलाफ एक्शन भी लिया जा सकता है।

4 लाख 52 हजार को नोटिस

वर्तमान समय में नगर निगम की ओर से राजधानी के 4 लाख 52 हजार भवन स्वामियों को हाउस टैक्स से रिलेटेड नोटिस भेजी गई है। ये नोटिस उनके घर के टैक्स के हिसाब से भेजी गई है। इस बार नोटिस भेजने की वजह भी यही है कि टैक्स में बढ़ोत्तरी की गई है। वहीं, एक लाख के आसपास ऐसे भवन स्वामी हैैं, जिन्हें निगम की ओर से कोई नोटिस नहीं दिया गया है। मतलब साफ है कि ये वे भवन स्वामी हैैं, जो टैक्स चोरी के दायरे में नहीं आते हैैं।

जीआईएस सर्वे से खुला राज

नगर निगम की ओर से पूरे शहर में जीआईएस सर्वे कराया जा रहा है। लगभग सभी इलाकों में सर्वे का काम पूरा हो चुका है। ऐसे में पहले चरण में 4 लाख 52 हजार ऐसे भवन स्वामी सामने आए हैैं, जिनके घर या प्रतिष्ठान में टैक्स संबंधी अनियमितता मिली है। अब नए टैक्स असेसमेंट के आधार पर ही भवन स्वामियों को नोटिस भेजा जा रहा है, ताकि ये सभी भवन स्वामी नए टैक्स असेसमेंट के अनुसार ही टैक्स जमा कराएं। निगम प्रशासन की ओर से सभी आठ जोन में जीआईएस सर्वे कराने की मुख्य वजह भी यही है कि ऐसे भवन स्वामियों को सामने लाया जा सके, जो अभी तक निर्धारित हाउस टैक्स जमा नहीं कर रहे थे। सर्वे के दौरान कई ऐसे भवन स्वामी भी सामने आए हैैं, जिन्हें पता ही नहीं है कि उनके मकान का एक्चुअल हाउस टैक्स कितना है। अब जीआईएस सर्वे के बाद सारी तस्वीर साफ हो गई है। निगम ने जो नोटिस भेजी है, उसका आधार भी जीआईएस सर्वे को बनाया गया है।

नए और पुराने मकान दोनों शामिल

निगम प्रशासन की ओर से नए और पुराने दोनों तरह के मकानों को नोटिस दिया गया है। नए मकानों की बात करें तो करीब 2 लाख 36 हजार नए मकानों को नोटिस दिया गया है, जबकि 2 लाख 16 हजार पुराने मकानों को नोटिस दिया गया है। इसके साथ ही एक लाख से अधिक मकान नोटिस के दायरे में आने से बच गए हैैं। जो नोटिस दिया गया है, उसमें साफ है कि किसी भवन स्वामी का डेढ़ गुना टैक्स बढ़ा है तो किसी का दोगुना। इंदिरानगर, महानगर, आलमबाग समेत कई इलाकों में रहने वाले भवन स्वामियों को नोटिस दिया गया है।

निगम प्रशासन ने की अपील

निगम प्रशासन की ओर अपील की गई है कि जिन भवन स्वामियों को नोटिस मिली है, वे निर्धारित समयावधि के अंदर ही अपना टैक्स जमा कर दें। जिससे उन्हें भविष्य में किसी भी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े। निगम प्रशासन ने यह भी अपील की है कि सभी भवन स्वामी अपने मकान या प्रतिष्ठान का टैक्स असेसमेंट जरूर कराएं, जिससे उन्हें नोटिस इत्यादि का सामना न करना पड़े।

इस तरह हुआ असेसमेंट

1-बिजली मीटर कब से लगा

2-मकान कितने फ्लोर का है

3-मकान में किरायेदार तो नहीं हैैं

4-नया मकान बना है या पुराना है

5-मकान का एरिया कितना है

अभी साढ़े चार लाख भवन स्वामियों को नोटिस दिया गया है। यह नोटिस जीआईएस सर्वे के आधार पर दिया गया है। सभी भवन स्वामियों से अपील है कि समय से अपना हाउस टैक्स जमा कर दें।

-अशोक सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, नगर निगम