लखनऊ ब्यूरो: यूपी बोर्ड परीक्षाएं समाप्त होने में चार दिनों का समय बचा है। इसके बाद प्रैक्टिकल एग्जाम होने हैं, जिनकी तैयारियां अभी ठीक नहीं हैं। निजी कॉलेजों में पढऩे वाले स्टूडेंट्स को तो इसमें अधिक दिक्कत नहीं आएगी लेकिन दस साल से बजट न मिल पाने के कारण एडेड कॉलेजों की लैब अभी दुरुस्त नहीं की जा सकी हैं। इन कॉलेजों के टीचर्स का भी कहना है कि केमिस्ट्री और फिजिक्स लैब में संसाधनों की कमी है। वहीं कई कॉलेज ऐसे हैं, जहां लैब की सफाई भी काफी समय से नहीं हुई है। टीचर्स का कहना है कि अगर बजट मिल जाए तो व्यवस्थाएं समय रहते ठीक की जा सकती हैं। वहीं कई टीचर्स का मानना है कि प्रबंध समिति की लापरवाही भी इसके लिए जिम्मेदार है।

अभी नहीं आया एग्जाम प्रोग्राम

वहीं दूसरी ओर परीक्षा कार्यक्रम भी अभी तक माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज मुख्यालय की ओर से नहीं जारी किया जा सका है। ऐसे में माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रादेशीय मंत्री डॉ। आरपी मिश्रा कहते हैं कि कहीं ऐसा न हो कि प्रयोगात्मक परीक्षाएं कागजों पर हो जाएं और परीक्षा के नाम मिलने वाला बजट हजम कर लिया जाए।

प्रबंधक ने खुद नष्ट करवा दी लैब

लालबाग स्थित लखनऊ इंटर कॉलेज में विज्ञान की सभी लैब को प्रबंधक ने नष्ट करवा दिया था, मामला तत्कालीन उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा के संज्ञान में आया लेकिन कार्रवाई नहीं हुई थी। प्रधानाचार्य रजनी यादव मुताबिक प्रबंधक की ओर से पिछले वर्ष विद्यालय को प्रबंधक की ओर से क्षतिग्रस्त कर दिया गया लेकिन उस पर भी शासन की ओर से दोषी प्रबंधक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इन स्कूलों में भी लैब बेहाल

- नेशनल इंटर कॉलेज

- नारी शिक्षा निकेतन

- प्रगति आश्रम इंटर कॉलेज

- महात्मा गांधी इंटर कॉलेज मलिहाबाद

- सत्य नारायाण तिवारी इंटर कॉलेज

- राष्ट्रीय उद्योग आश्रम

- गांधी आदर्श इंटर कॉलेज

- एचपी गल्र्स रस्तोगी इंटर कॉलेज

- हरिचंद इंटर कॉलेज

- बख्शी का तालाब इंटर कॉलेज

समय-समय पर बजट दिया जाता है, लेकिन लैब दुरूस्त करने में लापरवाही होती है। प्रबंध समिति को भी ध्यान देना चाहिए।

- दिव्यकांत शुक्ल, सचिव परिषद माध्यमिक