- सचिवालय में संविदा कर्मी था युवक, मौत से पहले कंट्रोल रूम में दी थी सूचना

- स्पा सेंटर के रेड में पकड़ा गया था, 13 फरवरी को पुलिस ने भेजा था जेल

- महिला आईपीएस अफसर पर देह व्यापार में फंसाने का लगाया आरोप

मैं विशाल सैनी S/O श्री अर्जुन सैनी अपने पूरे होशो हवास में आत्महत्या कर रहा हूं। जिसकी जिम्मेदार प्राची सिंह आईपीएस है। जिन्होंने मेरा कैरियर खराब कर दिया है। जिसकी वजह से समाज में मैं नजरें उठा कर नहीं चल पा रहा हूं। मुझे घुटन सी हो रही है। मेरे परिवार से मैं नजरें नहीं मिला पा रहा हूं। प्राची सिंह आईपीएस 2017 बैच इनको कड़ी से कड़ी सजा होना चाहिए जिससे ये निर्दोष लोगों को जेल ना भेजें। अपने पद का गलत इस्तेमाल न करें। अपने प्रमोशन के चक्कर में कई निर्दोषों को सजा न दे। मैं बेकसूर था मुझे सेक्स रैकेट में प्राची सिंह ने फंसाया है। मम्मी पापा अपना ख्याल रखना एलआईसी से जो पैसा मिले उसे अपने मकान के लिए उपयोग करना।

- आपका लाड़ला विशाल सैनी

10.03.2021

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख : हसनगंज के रैदास मंदिर रेलवे क्रॉसिंग पर बुधवार सुबह विशाल सैनी (26) ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। खुदकुशी के पहले विशाल ने पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल कर सुसाइड की सूचना भी दी थी। मौके पर पहुंची तीन थानों की पुलिस पहले सीमा विवाद में उलझी रही। इसके बाद अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने एक महिला आईपीएस अधिकारी पर जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

ट्रेन के आगे कूदकर दी जान

इंस्पेक्टर हसनगंज अमरनाथ वर्मा के मुताबिक चांदगंज छपरतल्ला निवासी अर्जुन सैनी का बेटा विशाल सैनी सचिवालय में संविदा पर तैनात था। उसने बुधवार सुबह रैदास मंदिर रेलवे क्रासिंग के पास ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं उसके पास से एक सुसाइड नोट मिला। आत्महत्या की सूचना परिजनों को दी गई है। मामले की जांच की जा रही है।

तीन थानों की पुलिस सीमा विवाद में उलझी

संविदा कर्मचारी के ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या करने की सूचना पर तीन थानों की पुलिस रैदास मंदिर रेलवे क्रासिंग के पास पहुंची। इसमें अलीगंज, मडि़यांव और हसनगंज की टीमें शामिल थी। करीब एक से डेढ़ घंटे तक तीनों थानों की पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही। जैसे ही यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस के अधिकारी हरकत में आ गये। अधिकारियों ने तीन थानों के प्रभारियों को फटकार लगाई। इसके बाद हसनगंज थाने को शव का पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया गया। इस दौरान परिवारीजन व स्थानीय लोगों से पुलिस की कई बार नोकझोंक भी हुई। सचिवालय के संविदा कर्मचारी के आत्महत्या की सूचना पर सहयोगी भी पहुंच गए थे।

खुद ही दी थी आत्महत्या की सूचना

पुलिस के मुताबिक आत्महत्या के पहले विशाल ने खुद ही इसकी सूचना 11:15 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को दी। उसने कहा कि वह आत्महत्या करने जा रहा है। इसकी सूचना के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और न ही उसकी तलाश शुरू की। इसके कुछ देर बाद ही उसके रैदास मंदिर रेलवे क्रासिंग के पास ट्रेन के आगे कूदने की सूचना कंट्रोल रूम को मिली।

फर्जी आरोप में बेटे को भेजा जेल

विशाल के पिता अर्जुन सैनी ने एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह पर आरोप लगाया कि वह उनके बेटे पर लगातार प्रेशर बना रही थी। अर्जुन के मुताबिक 13 फरवरी को जिम से निकलकर चाऊमीन खा रहा था। इसी दौरान प्राची सिंह ने पुलिसकर्मियों को इशारा किया। चार गाडि़यों से पहुंची पुलिस ने उसे दबोच लिया। अर्जुन का आरोप है कि उसे प्राची सिंह फर्जी तरीके से सेक्स रैकेट में फंसा रही थीं। उसी दिन इंदिरानगर में स्पा सेंटर पर छापा डाला गया था। छापे के दौरान आसपास के 50 मीटर के दायरे में किसी के न खड़े होने की चेतावनी दी। इसके बाद उनके बेटे को उठाकर बंद कर दिया।

बॉक्स

आईपीएस प्राची सिंह ने दी सफाई

एडीसीपी नार्थ प्राची सिंह के मुताबिक इंदिरानगर और गाजीपुर की पॉश कॉलोनियों के लोगों ने उन्हे स्पा सेंटर की आड़ में सेक्स रैकेट चलने की सूचना दी। इस पर पुलिस ने इनपुट जुटाया। सूचना सही मिलने पर 13 फरवरी को छापा डाला गया। दोनों थाना क्षेत्रों के 6 स्पा सेंटर पर छापा मारा गया था। इस दौरान मौके से रंगेहाथ 35 लोग पकड़े गये थे, जिसमें 15 युवक और 20 युवतियां शामिल थी। इसके अलावा कुछ लोग आस पास पुलिस को देखकर भागते समय पकड़े गये थे, जिनकी भूमिका की जांच की गई। संलिप्तता न मिलने पर उन्हे छोड़ दिया गया था। विशाल सैनी इंदिरानगर के स्पा सेंटर में रंगेहाथ पकड़ा गया था। मौके से पुलिस ने ढाई लाख रुपये से अधिक की बरामदगी भी की थी। पुलिस ने जिसे भी स्पा सेंटर के अंदर से रंगेहाथ पकड़ा था उसके खिलाफ कार्रवाई की थी। किसी के खिलाफ जबरदस्ती नहीं की गई है। आरोप बेबुनियाद है।