लखनऊ (ब्यूरो)। नवीन सिंह आर्मी में जेसीओ के पद पर हैं और इस समय इनकी पोस्टिंग आसनसोल में है। यहां यमुनापुरम कॉलोनी में उनकी पत्नी साधना, बेटा अक्षांश और बेटी पिहू रहती थीं। शनिवार रात करीब 3 बजे बेटे ने पिता की लाइसेंसी पिस्टल से मां की हत्या कर दी थी। बेटे के नाबालिग होने के चलते पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर बुधवार को मोहान रोड स्थित बाल सुधार गृह भेजा। इस दौरान बेटे के चेहरे पर अपने किए का जरा भी अफसोस नहीं दिखाई दिया।

पूरा परिवार परेशान था बेटे से

हत्यारोपित बेटे की संगत से पूरा परिवार परेशान था। कई बार उसे ननिहाल भेजा गया, लेकिन वहां से भी उसकी हरकतों के चलते उसे कुछ समय बाद वापस कर दिया गया। कई स्कूलों से भी उसका नाम काटा गया। किसी तरह साउथ सिटी के एक स्कूल में उसका एडमिशन 10वीं में कराया गया था। एक साल पहले वह घर से भी भाग गया था और जब पैसे खत्म हो गए तो वह वापस घर आ गया था।

दिनभर खेलता रहता था पबजी

वहीं पड़ोसियों ने बताया कि अक्षांश दिन पर मोबाइल पर पबजी गेम और क्रिकेट खेलता रहता था। इसे लेकर साधना ने उसे कई बार रोड पर पीटा भी था। वहीं साधना के बारे में सभी पड़ोसियों ने बताया कि वह लोगों की मदद करने वाली महिला थीं।

तुम भी तो नहीं देते थे ध्यान

साधना की मौत की सूचना पर जब नवीन सिंह घर पहुंचे तब तक बेटे को पुलिस थाने ले जा चुकी थी। वे थाने गए और जब उन्होंने बेटे से पूछा कि तुमने ऐसा क्यों किया तो उसने कहा, तुम भी तो मुझपर ध्यान नहीं देते थे। मां भूखा रखकर मारती थी और चोरी का गलत इलजाम भी लगाया था। जबकि पैसे अलमारी में ही रखे थे। उन्होंने मेरा हाथ भी जला दिया था।

दादी की तहरीर पर हत्या का केस

नवीन सिंह की मां मिर्जा देवी ने पोते के खिलाफ पीजीआई थाने में बहू की हत्या का केस दर्ज कराया है। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साधन के सिर में एक गोली आर-पार होना बताया जा रहा है। नवीन सिंह की मां अपने छोटे बेटे के साथ इंदिरा पुरम चरण भट्टïा में रहती है। पोते की हरकत और बहू की हत्या से दादी मिर्जा देवी का कहना था कि उसके पूरा घर बर्बाद कर दिया।