लखनऊ (ब्यूरो)। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक और जूनियर स्कूल गर्मी की छुट्टियों के बाद गुरुवार से खुल गए हैं। पहले दिन अधिकतर स्कूलों में शिक्षकों और बच्चों की संख्या का अनुपात ठीक नहीं रहा। स्कूलों के खुलते ही शिक्षा महानिदेशक विजय आनंद ने चिनहट ब्लाक के एक स्कूल का निरीक्षण किया, हालांकि निरीक्षण की सूचना पहले ही लीक होने से सभी शिक्षक समय से स्कूल पहुंच गए थे।

परखी शैक्षिक गुणवत्ता

विजय किरण आनंद ने चिनहट के प्राथमिक विद्यालय मखदूमपुर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पाठ्य पुस्तक अधिकारी श्याम किशोर तिवारी, बीएसए विजय प्रताप सिंह, वरिष्ठ विशेषज्ञ गुणवत्ता आनंद पांडेय की मौजूदगी में बच्चों के ज्ञान को परखा। एक बच्चे ने उनके सामने जैसे ही धारा प्रवाह में किताब को पढऩा शुरू किया तो वह खुश हो गए। महानिदेशक ने इस दौरान बीएसए को निर्देश देते हुए विद्यालयों में दूसरे विभाग से जुड़े जो भी कार्य अधूरे हैं उनको उन विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर तत्काल पूरा कराने को कहा।

सिर्फ मिले चार बच्चे

मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक पीएन सिंह ने शहर के तीन स्कूलों का निरीक्षण कर बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता परखी और उन्हें पढ़ाया। प्राथमिक विद्यालय बादशाह नगर में 133 बच्चों के सापेक्ष 4 बच्चे मिले। प्राथमिक विद्यालय सूगामऊ में 183 में 50 बच्चे मिले। वहीं प्राथमिक विद्यालय जरहारा में एक शिक्षक 130 बच्चे हैं लेकिन सभी नहीं आ सके।

समय से पहुंचे शिक्षक और बच्चे

प्राथमिक विद्यालय भारतेन्दु हरिश्चंद्र वार्ड जोन 2 में पहले दिन करीब 2 दर्जन बच्चे पहुंचे। प्रिंसिपल प्रतिज्ञा तिवारी ने बताया आज पहला दिन था इसलिए बच्चे कम आए हैं। बच्चों को घर से भी बुलाया जा रहा है। उन्होंने बताया यहां सिर्फ दो शिक्षक हैं, लेकिन बच्चों की नामांकन संख्या 140 है। ऐसे में कम से कम पांच शिक्षक होने चाहिए। वहीं जोन 2 प्राथमिक विद्यालय पुरनिया में समय से पहुंचे शिक्षक, लेकिन यहां पहले दिन 5 बच्चे पहुंचे। प्रधानाध्यापिका हमीदा बानो ने बताया उनके यहां बच्चों की नामांकन संख्या 101 है और 3 शिक्षक हैं कुल मिलाकर स्थिति ठीक है।

इन स्कूलों में बच्चे मिले कम

स्कूल कुल बच्चे मिले

प्राथमिक विद्यालय बादशाह नगर 133 4

प्राथमिक विद्यालय सूगामऊ 183 50

प्राथमिक विद्यालय पुरनिया 101 5

पहले दिन नहीं पहुंचे शिक्षा मित्र, सचिव ने दी चेतावनी

वहीं दूसरी ओर स्कूलों में पहले दिन शिक्षा मित्र बच्चों को पढ़ाने के लिए नहीं पहुंचे। अधिकांश शिक्षा मित्रों का कहना है कि उन्हें जून माह का मानदेय नहीं मिलता ऐसे में वह जुलाई माह से शिक्षण कार्य करेंगे। हालांकि गुरुवार की शाम को सचिव परिषद प्रताप सिंह बघेल की ओर से स्थिति साफ करते हुए कहा गया कि परिषदीय स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षामित्रों व संविदा अनुदेशकों की संविदा अवधि 16 जून से 31 मई तक कर दी है। साथ ही जनवरी में होने वाले 15 दिवसीय सर्दी के अवकाश 31 दिसंबर से 14 जनवरी की अवधि उनकी सेवाओं में नहीं जोड़ी जाएगी और न ही उन्हें इस अवधि का मानदेय मिलेगा। इस तरह उनकी सेवाएं 11 महीने की ही रहेगी।