लखनऊ (ब्यूरो)। मोहनलालगंज के दीवानगंज गांव में रविवार को जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। मारपीट में घायल एक और बुजुर्ग महावीर की मौत हो गई। बता दें कि गुरुवार को घायल ओमप्रकाश की मौत हुई थी। मारपीट की घटना में अलग-अलग पक्ष के दो लोगों की मौत के बाद गांव में तनाव की स्थित को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। रविवार को हुई मारपीट में घायल किसान महावीर (50) को परिजनों ने इलाज के लिए एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान शुक्रवार को महावीर की मौत हो गई। यह खबर पाकर मोहनलालगंज पुलिस अस्पताल पहुंची और छानबीन के बाद शव को पीएम के लिए भेज दिया।

पुलिस पर लापरवाही का आरोप

महावीर के परिजनों ने मोहनलालगंज पुलिस पर एक पक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने रविवार को ही मारपीट के मामले में उनके तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि दूसरे पक्ष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के बावजूद किसी को गिरफ्तार नहीं किया। अब महावीर की मौत के बाद परिजनों ने इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।

पैनल से कराया गया पोस्टमार्टम

दीवानगंज गांव में हुई मारपीट के मामले में गुरुवार को ओमप्रकाश की मौत हो गई थी। शव को पीएम कराने के बाद पुलिस ने जब परिजनों को देने की बात कही तो उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराए जाने की मांग की। पुलिस ने उनको समझाने का प्रयास किया पर वे नहीं माने। इसके बाद ओमप्रकाश के परिजनों ने डीएम से दोबारा पैनल से पीएम कराए जाने और उसकी वीडियोग्राफी की मांग की। परिजनोंं की मांग पर शुक्रवार को फिर से ओमप्रकाश का शव का पोस्टमार्टम कराया गया और उसकी वीडियोग्राफी भी हुई।