लखनऊ (ब्यूरो)। डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूविर्सिटी ने अपने संबद्ध कॉलेजों को आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए पहल की है। एकेटीयू ने इनोवेशन हब की पहल की है। ऐसे संस्थानों में जहां इंक्यूबेशन सेंटर नहीं है, वहां इसे बनाया जाएगा। एकेटीयू के प्रवक्ता पवन कुमार त्रिपाठी ने बताया कि प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा की अध्यक्षता में नौ अगस्त को एकेटीयू के संबद्ध संस्थानों के प्रतिनिधियों संग बैठक की जाएगी। बैठक में इंक्यूबेशन सेंटर स्थापित करने की कार्ययोजना बनेगी। विवि से पूरे प्रदेश में तकनीकी संस्थान संबद्ध है, जिसमें से इंजीनियरिंग सहित फॉर्मेसी, आर्किटेक्चर सहित अन्य कोर्सेस की पढ़ाई होती है। हर साल लाखों की संख्या में छात्र निकलते हैं। ऐसे में कुलपति प्रो। जेपी पांडेय के निर्देशन में प्रदेश में इन संस्थानों के जरिए उद्यमिता और नवाचार का माहौल विकसित करने के लिए इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने की पहल की जा रही है।

22 संस्थानों में इंक्यूबेशन सेंटर

अभी तक विवि के 22 संस्थानों में इंक्यूबेशन सेंटर स्थापित हैं। जहां छात्र नवाचार और उद्यमिता के जरिए आत्मनिर्भर बन रहे हैं। वहीं, जिन जिलों के संस्थानों में सेंटर नहीं हैं वहां स्थापित करने पर जोर है। सेंटर की स्थापना में इनोवेशन हब संस्थानों में इंफ्रास्ट्रक्चर, लैब स्थापना, कार्य करने की जगह और कैपिसिटी बिल्डिंग आदि में सहयोग करेगा। प्रदेश सरकार की ओर से चल रही योजनाओं और वित्तीय सहायता की जानकारी दी जाएगी। इंक्यूबेशन सेंटर के जरिए दूर-दराज के भी प्रतिभाशाली लोगों को आगे बढ़ने का मौका मिल सके। बैठक के दौरान प्रमुख सचिव विद्यालय से संबंध 15 राजकीय एवं शासकीय संस्थानों में स्थापित इंक्यूबेशन सेंटर की समीक्षा भी करेंगे।

इन जिलों के संस्थानों में नहीं है सेंटर

विवि से जुड़े अलीगढ़, अमेठी, अमरोहा, औरैया, अयोध्या, बदायूं, बागपत, बहराइच, बलरामपुर, बलिया, बस्ती, बुलंदशहर, चित्रकूट, एटा, इटावा, फैजाबाद, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गाजीपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, हापुड़, जौनपुर, जालौन, कौशांबी, कासगंज, कुशीनगर, ललितपुर, लखीमपुरखीरी, महोबा, महाराजगंज, मऊ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़ रायबरेली, रामपुर, संत कबीर नगर, संतरविदास नगर, शाहजहांपुर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, उन्नाव जिलों के संस्थानों में इन्क्युबेशन सेंटर नहीं है। ऐसे में इन जिलों के कॉलेज के प्रतिनिधियों को बैठक में बुलाया गया है।