लखनऊ (ब्यूरो)। एडीसीपी उत्तरी एसएम कासिम आब्दी के मुताबिक इटौंजा के महोना रोड स्थित असनहा गांव निवासी शैलेंद्र कुमार सिंचाई विभाग के नलकूप विंग में जेई थे। उनकी तैनाती बाराबंकी में थी। शैलेंद्र जानकीपुरम के सुल्तानपुर गांव में परिवार सहित रहते थे। परिवार में पत्नी गीता, बेटी प्राची और बेटा प्रशांत है। बेटी ने इसी साल सेंट्रल अकादमी जानकीपुरम से इंटर की परीक्षा पास की है। वहीं पत्नी हाउस वाइफ थी।

पिता, बेटी के साथ मां ने भी दम तोड़ा

एडीसीपी के मुताबिक सुबह करीब 9.30 से 10 बजे के बीच पुलिस को जगन्नाथ शर्मा ने सूचना दी कि शैलेंद्र ने परिवार समेत जहरीला पदार्थ खा लिया है। सूचना पर जानकीपुरम पुलिस पहुंची तो तीनों एक कमरे में बेसुध पड़े थे। पुलिस ने तीनों को ट्रामा सेंटर लेकर गई। जहां पहले शैलेंद्र और प्राची को मृत घोषित कर दिया। कुछ देर बाद पत्नी गीता की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। शैलेंद्र का बेटा प्रशांत घटना के समय इंदौर में था। उसे पुलिस ने सूचना दी है।

पेस्ट्री में जहर मिलाकर खाया

एडीसीपी उत्तरी अनिल कुमार यादव के मुताबिक पूरे घर की तलाशी ली गई। जिसमें कुछ पेस्ट्री घर के अंदर मेज पर पड़ा था। वहीं तीन कटोरियों में खिचड़ी पड़ी थी। तीनों कटोरियों में चम्मच लगा था। पुलिस के मुताबिक इन्हीं खाद्य पदार्थ में जहर मिलाकर खाया गया है। घर के अंदर 6 से 7 कीटनाशक के खुले पैकैट मिले हैं। आशंका है कि इनका ही हाईडोज लिया है। फॉरेसिंक टीम ने मौके पर जांच पड़ताल की। वहीं ट्रामा सेंटर में पहुंची गीता से जानकीपुरम थाने के दरोगा ने पूछा कि क्या खाया तो बेहोशी की हालत में उसने तीन बार सल्फास खाने की बात कही।

दो हिरासत में लिए गए

शैलेंद्र ने सुसाइड नोट में चार लोगों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। नोट में लिखा कि एक ने उनसे लोन कराने के लिए मोटी रकम हड़प ली। तो एक ने जमीन का एग्रीमेंट करवाकर रुपये नहीं दिये। एक ने प्लाट का एग्रीमेंट कराया और शैलेंद्र से 20 प्रतिशत ब्याज हर महीने वसूलता रहा। वहीं एक धमकाने का आरोप लगाया है। सुसाइड नोट फॉरेसिंक लैब भेजा गया है। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर चारों की तलाश में दबिश दी। देर शाम को दो लोगों को हिरासत में ले लिया है।