लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू जल्द ही अपने यहां आने वाले मरीजों को कई जांचों में रियायत देने जा रहा है। जिसके तहत कई तरह की जरूरी जांचों की दरों में कमी की जायेगी। यह कमी हॉस्पिटल एडवाइजरी कमेटी की बैठक में मिली मंजूरी के बाद की जा रही है। ऐसे में मरीजों को सस्ती दर पर जांच कराने का फायदा मिलेगा। अधिकारियों के मुताबिक जल्द ही जांच दरों को घटा दिया जायेगा।

कई जांचें होगी सस्ती

केजीएमयू में रोजाना 4 हजार से अधिक मरीज दिखाने के लिए आते है। जिसमें डॉक्टर्स द्वारा बड़ी संख्या में मरीजों को कई जरूरी जांचे लिखी जाती है। जिसमें कई एडवांस जांचे भी लिखी जाती है। इसमें फिश टेस्ट जो ब्रेस्ट कैंसर की आगे की जांच के लिए किया जाता है, उसके दाम 8500 से घटाकर 3500 करने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा सर्वाइकल सैंपल के लिए होने वाली एलबीसी जांच के दाम 350 से घटाकर 100 रुपये करने की तैयारी चल रही है। वहीं, खून में कार्बनडाइ ऑक्साइड और ऑक्सीजन लेवल की जांच के लिए होने वाली एबीजी जांच और 2-डी इको समेत कई अन्य जांचों के दामों में कमी चलने की तैयारी चल रही है। इन जरूरी जांचों की दरों में कमी होने से मरीजों को काफी फायदा मिलेगा।

इंवेस्टिगेटिव जांच के दामों को लेकर अगले दो-तीन दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जायेगी।

-डॉ। सुधीर सिंह, प्रवक्ता केजीएमयू

************************************************

मांगों को लेकर दो घंटे काम रहा ठप

स्वास्थ्य विभाग में नियम विरुद्ध हुए तबादलों के विरोध में स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा मंगलवार को कार्य बहिष्कार किया गया। इसकी वजह से सुबह 8 से 10 बजे तक अस्पतालों में दवाओं के वितरण से लेकर जांच तक का काम प्रभावित रहा, जिसके चलते मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। राज्य कर्मचारी परिषद के आह्वान पर बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु समेत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में सुबह दो घंटे कामकाज ठप किया गया, जिससे दवा काउंटर के बाहर अव्यवस्था फैल गई। सुबह करीब 10 बजे के बाद मरीजों को दवा मिल सकी। वहीं, कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष सुरेश रावत व महामंत्री अतुल मिश्र ने बताया कि एक्सरे, ईसीजी समेत दूसरी जांच का काम भी प्रभावित रहा। हमारी मांग है कि नियमों विरुद्ध हुए तबादले रद्द किए जाये।