लखनऊ (ब्यूरो)। 'मैं अपनी एक्टिवा से घर जा रही थी। अचानक तीन युवक सामने आए और रोक लिया। उनमें से एक जबरन खींचकर सूनसान जगह ले जाने लगा, यह होता देख मैं डर गई। वह रेप की कोशिश करने लगा। मैंने विरोध किया लेकिन वह नहीं माना। बार-बार मेरा मोबाइल नंबर मांग रहा था। इंकार किया तो उसने चाकू से कई वार किए। कभी हाथ पर तो कभी पीठ पर। मैं लहूलुहान हो गई। उसे लगा मैं मर गई हूं, फिर लोगों को पास आता देख वे सभी मौके से फरार हो गए। एक व्यक्ति आया और फिर न जाने मैं कैसे हॉस्पिटल आ गई। खौफ के वे 20 मिनट मैं कभी भूल नहीं सकती', यह दर्द उस युवती का है, जिसका सिरफिरा आशिक उसकी जान लेने पर उतारूहो गया।

बबलू नाम के युवक ने बचाई जान

पीजीआई थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक युवती रक्षाबंधन के दिन ट्यूशन पढ़ाकर एक्टिवा से वापस अपने घर लौट रही थी। इस बीच रास्ते में एक सिरफिरे आशिक ने अपने दो दोस्तों के साथ उसको जबरन रोक लिया। उसे किडनैप कर लिया गया और स्कूटी से गिराकर घसीटते हुए एक सुनसान जगह ले गए। वह चिल्लाती रही, गिड़गिड़ाती रही, लेकिन उन दरिंदों ने उसकी एक न सुनी। इस दौरान चाकू की वार से युवती गंभीर रूप से घायल भी हो गई। फिर बबलू यादव नामक एक शख्स आया और उसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। युवती का इलाज फिलहाल कमांड हॉस्पिटल में चल रहा है।

आरोपी पहले भी कर चुका है ऐसी हरकत

पुलिस जांच में सामने आया है कि युवती के पिता फौज से रिटायर्ड हैं। उनकी 20 वर्षीय बेटी पड़ोस में कुछ दूरी पर बच्चों को कोचिंग पढ़ाती है। आरोपी युवक ट्यूशन टीचर से एकतरफा प्यार करता था। पिछले कई दिनों से वह टीचर को परेशान कर रहा था। आरोपी घरों में पुताई का काम करता है। वह नशे का आदी है। टीचर ने डॉक्टर से बताया कि आरोपी उसे कई दिनों से परेशान कर रहे थे। इससे पहले भी आरोपी युवक ऐसी हरकत कर चुका है। परिजनों की डांट-फटकार के बाद मामला शांत हो गया था, लेकिन इस बार युवक ने यह घिनौनी हरकत कर दी।

लोगों का फूटा गुस्सा, निकाला पैदल मार्च

युवती के साथ हुई इस घटना से आहत उसके पड़ोस के सैकड़ों लोगों ने इकट्ठा होकर नीलमथा के विजय चौक चौराहे पर पैदल मार्च निकालकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर रोष जताया। इसके अलावा, महापौर सुषमा खर्कवाल भी युवती का हाल-चाल लेने कैंट स्थित कमांड अस्पताल पहुंचीं और फरार आरोपियों की जल्दी गिरफ्तारी होने का आश्वासन दिया, जिसके बाद पीजीआई थाना पुलिस हरकत में आई और आरोपियों की तलाश में जुट गई।

35 घंटे बाद आरोपी गिरफ्तार

युवती के पिता ने पंकज रावत और 2 अज्ञात लोगों के खिलाफ बेटी पर हुए हमले के मामले में पीजीआई थाने में केस दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर घटना के लगभग 35 घंटे बाद रेवतापुर सकुरपुर निवासी आरोपी पंकज रावत (27) को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, पुलिस अब उसके अन्य दो साथियों की तलाश में दबिश दे रही है। पीजीआई थाना प्रभारी राणा राजेश सिंह ने बताया कि पंकज को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

युवती की मेडिकल रिपोर्ट में चाकू के पांच वार और चोट के निशान मिले हैं। इसमें सिर, दोनों हाथ पर एक-एक और पीठ पर दो चाकू के वार किए गए। पिता की तहरीर पर आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपी पंकज को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है।

हृदेश कुमार, डीसीपी पूर्वी