लखनऊ (ब्यूरो)। चारबाग रेलवे स्टेशन पर लखनऊ जंक्शन की तरह कैब-वे की तरह यात्रियों के वाहन ट्रेनों के सामने रुकेंगे। यात्री अपने वाहनों से उतरकर सीधे ट्रेनों में बैठ पाएंगे। लखनऊ जंक्शन कैब-वे वाले रास्ते में उत्तर रेलवे के पार्सल घर के बगल से यह प्लेटफॉर्म तैयार होंगे। कुल तीन प्लेटफॉर्म तैयार किए जाएंगे। शुरुआती चरण में एक प्लेटफॉर्म और एक अतिरिक्त लाइन के साथ ट्रेनें चलाई जाएंगी। यह जानकारी उत्तर रेलवे डीआरएम सुरेश कुमार सपरा ने दी।

आउटर पर नहीं रुकेंगी ट्रेन

उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट मिशन रफ्तार से यह परियोजना परवान चढ़ेगी। यहां से स्टेशन आकर यात्रा समाप्त होने वाली ट्रेनों को चलाया जाएगा। इससे मुख्य लाइनों पर ट्रेनों का आवागमन सुगम होगा और ट्रेनें आउटर पर नहीं खड़ी होंगी। ट्रेनों की मरम्मत के लिए यहां पर पिट लाइन का भी निर्माण कराया जाएगा। ताकि, ट्रेनों की मेनटेनेंस काम काम आसान हो सके।

बदलेगी स्टेशन की सूरत

चारबाग स्टेशन पर यार्ड रीमाड्युलिंग से ट्रेनों का आवागमन सुगम होगा। इस काम के साथ ही इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग का कार्य भी होगा। इसके लिए कमरा तैयार कराया जा रहा है। वर्ष 2023 तक रेलवे को यह काम पूरा करना है। इसमें नई सिग्नल व्यवस्था से ट्रेनों के संचालन में काफी राहत मिलेगी। इसके साथ ही स्टेशन पर सोलर पैनल का काम भी होगा।

वॉटर री-साइकिलिंग प्लांट जल्द

वाराणसी स्टेशन पर वॉटर री-साइकिलिंग प्लांट स्थापित किया गया है। इससे स्टेशन पर बर्बाद होने वाले पानी को दोबारा ट्रेनों और प्लेटफार्मों की धुलाई के लिए इस्तेमाल किया जाता है। रायबरेली और चारबाग में भी वॉटर री-साइकिलिंग प्लांट जल्द लगेंगे।