- 150 करोड़ यूनिवर्सिटी सैलरी पर खर्च करती है

- 32 करोड़ की सरकार सालाना ग्रांट देती है

- 85 करोड़ एक्स्ट्रा इनकम की उम्मीद

- 2 लाख स्टूडेंट्स और जुडेंगे यूनिवर्सिटी से

फ्लैग- अगले साल चार जिलों के 361 कॉलेज होंगे संबद्ध

- खर्च पूरा करने को अभी तक यूनिवर्सिटी सरकार की ग्रांट पर निर्भर थी

- हर साल होने वाले घाटे के बजट से उभरेगी यूनिवर्सिटी

LUCKNOW : शासन ने एलयू को सौ वर्ष पूरे होने पर चार जिलों के कॉलेजों को संबद्ध करने की सौगात दी है। इससे यूनिवर्सिटी आर्थिक रूप से मजबूत होगी। अभी तक एलयू प्रशासन को अपने खर्चो को पूरा करने के लिए सरकार से ग्रांट और विभिन्न मदों से होने वाली आमदनी पर निर्भर रहना होता था। इसके बाद भी यूनिवर्सिटी का सालाना बजट हर साल घाटे में ही रहता था। वहीं अगले साल के सेशन से एलयू काआर्थिक संकट खत्म हो जाएगा। एलयू की संबद्धता का दायरा बढ़ाते हुए जिन चार जिलों को जोड़ा है उसे सालाना इनकम एक अरब से अधिक होने की संभावना है।

कई मदों में बढ़ेगी आमदनी

शासन ने सीतापुर, रायबरेली, हरदोई और लखीमपुर जिलों के डिग्री कॉलेजों को लखनऊ यूनिवर्सिटी से जोड़ा है। इन जिलों में संचालित 361 डिग्री कॉलेजों को एलयू अब नए सेशन से अपने एकेडमिक सेशन के अनुसार संचालित करेगा। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का कहना है कि इन कॉलेजों के जुड़ने से एलयू को केवल एग्जाम फीस के मद में करीब 85 करोड़ से अधिक की आमदनी होने की संभावना है। इसके अलावा अगर कोई कॉलेज नए कोर्स की मान्यता लेगा तो वह एलयू को संबद्धता के लिए एक लाख प्रति कोर्स के अनुसार फीस जमा करेगा। साथ ही कई और दूसरे मदों में भी यूनिवर्सिटी को आर्थिक तौर पर राहत मिलेगी।

एक साल में पांच हजार एग्जाम फीस

मौजूदा समय में एलयू दो सेमेस्टर एग्जाम के लिए प्रति स्टूडेंट्स पांच हजार रुपए लेता हैं, जिसमें फ‌र्स्ट सेमेस्टर में तीन हजार और सेकंड सेमेस्टर में दो हजार रुपए फीस लेता है। एलयू से जिन चार जिलों के कॉलेजों को जोड़ा गया है उनसे औसतन दो लाख स्टूडेंट्स अगले तीन साल में एलयू से जुड़ जाएंगे। इससे एलयू को प्रति स्टूडेंट्स पांच हजार रुपए सालाना फीस के अनुसार 85 करोड़ रुपए मिलना शुरू हो जाएंगे।

एलयू पर केवल सैलरी का बहुत दबाव

मौजूद समय में एलयू प्रशासन सिर्फ शिक्षकों और कर्मचारियों की सैलरी पर ही 150 करोड़ खर्च करता है। इसके एवज में एलयू को शासन की ओर से 32 करोड़ रुपए का सालाना ग्रांट मिलती है। शेष पैसा यूनिवर्सिटी अपनी आमदनी से पूरा करती है। मौजूदा समय को एलयू को शासन के अलावा कहीं और से ग्रांट या बजट नहीं मिल रहा है।

यह चार जिलों से जुड़ने वाले कॉलेज की संख्या

कुल 361 कॉलेज

हरदोई- 135 डिग्री कॉलेज

सीतापुर- 82 डिग्री कॉलेज

रायबरेली- 86 डिग्री कॉलेज

लखीमपुर- 58 डिग्री कॉलेज