लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी में अब सांस्कृतिक आयोजन के लिए सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके लिए एपी सेन हाल को थियेटर का स्वरूप दिया जाएगा। साथ ही मालवीय हॉल को सुसज्जित करते हुए उसे आधुनिक बनाया जाएगा। प्रबंधन विभाग में भी एक सभागार निर्मित किया जाएगा। सभी हाल आधुनिक आडियो-वीडियो सिस्टम से युक्त होंगे। लखनऊ यूनिवर्सिटी में अगले वर्ष तक चार सभागार स्टूडेंट्स और शिक्षकों को उपलब्ध होंगे। इसके लिए बुधवार को मंथन हाल में वीसी प्रो। आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में आयोजित भवन एवं कार्यसमिति की बैठक में प्रस्ताव पारित किए गए।

2.88 करोड़ की लागत से नवीनीकरण

प्रवक्ता डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि बैठक में पारित प्रस्ताव के मुताबिक मालवीय सभागार के नवीनीकरण कराया जाएगा। इसकी लागत लगभग 2.88 करोड़ होगी। इस धनराशि से मालवीय हॉल की मरम्मत और सजा-सज्जा के अलावा नए फर्नीचर एवं नए स्टेज का निर्माण शामिल हैं। सांस्कृतिक गतिविधियों को करने के लिए छात्रों को समस्या उत्पन्न होती है। अभी तक यूनिवर्सिटी में इस प्रकार का कोई भी हाल उपलब्ध नहीं है। इसको ध्यान में रखते हुए यूनिवर्सिटी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए थियेटर बनाया जाएगा। इसके लिए एपी सेन हाल को चुना गया है। इसकी लागत लगभग रु 3.54 करोड़ है। अंग्रेजी विभाग में 71 लाख रुपए की लागत से एक सभागार बनाया जाएगा। इसके अलावा व्यापार प्रशासन विभाग के पुराने बोर्ड रूम को 59.5 लाख रुपए की लागत से एक नए सभागार का निर्माण किया जाएगा।

25 करोड़ से फार्मेसी का भवन

यूनिवर्सिटी ने पिछले वर्ष से फार्मेसी विभाग शुरू किया है, लेकिन उसका अपना भवन नहीं है। लिहाजा फार्मेसी के छात्रों के लिए क्लास और लैब की जरूरत है। इसे ध्यान में रखते हुए बुधवार को बिल्डिंग कमेटी ने नए परिसर में फार्मेसी के नए भवन बनाने का प्रस्ताव पारित कर दिया है। यह भवन 25 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा।

स्टूडेंट्स छह महीने कर सकेंगे इंटर्नशिप

लखनऊ यूनिवर्सिटी में पढऩे वाले फाइनल और फ्री फाइनल वर्ष के स्टूडेंट्स को अब 50 दिन के साथ-साथ छह महीने की इंटर्नशिप करने का भी विकल्प मिलेगा। इनमें से स्टूडेंट्स कोई भी एक विकल्प ले सकेगा। यूनिवर्सिटी ने इसके लिए कर्मोदय योजना के नियमों में बदलाव कर दिया है। अभी तक सिर्फ 50 दिन की इंटर्नशिप का प्राविधान था। जल्द ही इंटर्नशिप के लिए चयनित छात्र-छात्राओं की सूची जारी की जाएगी।

काम के बदले पैसा

एलयू ने अभी तक कर्मयोगी छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की थी। इसमें चयनित स्टूडेंट्स को पढ़ाई के साथ कार्य करने के बदले में पैसा दिया जाता है। नई शिक्षा नीति में कौशल विकास पर जोर दिया गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए यूनिवर्सिटी ने कर्मोदय योजना के तहत इन हाउस इंटर्रशिप की भी शुरुआत की है। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो। पूनम टंडन ने बताया कि बहुत सी ऐसी कंपनियां हैं, जहां नौकरी के लिए छह महीने का कार्य अनुभव मांगा जाता है। इसी को देखते हुए अब कर्मोदय योजना में 50 दिन के साथ पूरा एक सेमेस्टर यानी छह महीने की इंटर्नशिप का भी मौका दिया जाएगा।

100 से ज्यादा ने किया आवेदन

इन हाउस इंटर्नशिप के लिए 100 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने आवेदन किया है। वीसी ने चयन के लिए कमेटी को अनुमोदन भी दे दिया है। प्रो। पूनम टंडन ने बताया कि चयनित विद्याथियों को स्किल के आधार पर कार्य करने का मौका मिलेगा।