लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आप इन दिनों ऑनलाइन शॉपिंग करने का प्लान बना रहे हैं, तो जरा सतर्क हो जाएं, क्योंकि जालसाज त्योहारों का फायदा उठाकर लोगों को अपना शिकार बन रहे हैं। ये ठग नामी कंपनियों के नाम से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइट बनाकर आपको सस्ते दामों में ऑनलाइन शॉपिंग कराकर मोटी रकम ऐंठ रहे हैं। इन जालसाजों पर लगाम लगाने के लिए साइबर सेल पुलिस ने लोगों को सतर्क करना शुरू कर दिया है।

केस-1

2 नवंबर 2023

गोसाईगंज के रहने वाले पंकज कुमार ने बताया कि उनके फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट आई थी, जिसमें एक ब्रांडेड कंपनी की जैकेट 599 रुपये में दी जा रही थी। आर्डर करने के लिए एक लिंक पर क्लिक किया, जब आर्डर दिया तो ऑनलाइन ट्रांसफर का मैसेज आया, लेकिन पैसा देने के बाद भी कोई आर्डर नहीं आया। साथ ही कंपनी की तरफ से एक कॉल भी आई जिसमें कॉलर ने आर्डर भेजने के लिए क्यूआर कोड भेज फिर पेमेंट करने को कहा। उसके झांसे में आकर उन्होंने क्यूआर स्कैन कर दिया और उनके खाते से 42 हजार रुपये कट गए।

केस-2

28 अक्टूबर 2023

दुबग्गा के रहने वाले राहुल सोनकर ने इंस्टाग्राम पर 55 इंच एलईडी का ऐड देखा। 18 हजार 999 रुपये का रेट देखकर उन्होंने वहां दिए लिंक पर क्लिक किया, जिसके बाद ऑनलाइन पेमेंट कर टीवी बुक कर दिया। पर उन्हें आगे का कोई प्रोसेस नहीं दिख्रा। कस्टमर केयर नंबर कॉल पर भी कोई रिस्पांस नहीं आ रहा है, जिससे परेशान होकर उन्होंने मामले की शिकायत साइबर पुलिस को दी।

40 से 70 परसेंट तक का डिस्काउंट

शुक्रवार को धनतेरस और फिर दिवाली का त्योहार है। इस शुभ घड़ी में लोग जमकर शॉपिंग करते हैं। जालसाज भी इस दौरान काफी एक्टिव हो जाते हैं। फिलहाल वे भारी डिस्काउंट का लालच देकर लोगों को ठग रहे हैं। वाट्सएप, फेसबुक, इंस्टग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लुभावने ऑफर की भरमार रहती है। ऑफर से जुड़े लिंक भी खूब मिलते रहते हैं। किसी में 40 तो किसी में 70 परसेंट तक छूट का ऑफर रहता है। वहीं, बाहर घूमने जा रहे लोगों की ऑनलाइन बुकिंग पर भी इन साइबर ठगों की नजर रहती है।

रिव्यू चेक कर करें शॉपिंग

त्योहार में अधिकतर लोग सोने, चांदी, मोबाइल, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम समेत आदि सामानों की ऑनलाइन खरीदारी होती है। शॉपिंग करने से पहले साइट रिव्यू चेक करें। रिव्यू में अच्छी रेटिंग देखें और कोशिश करें सिर्फ उन्हीं वेबसाइट का यूज करें, जिन्हें आप जानते हों या फिर आपने उससे पहले भी खरीदारी की हो। पूरी तरह सेटिस्फाई होने के बाद ही खरीदारी करें। यूपी पुलिस के साइबर एक्सपर्ट राहुल मिश्रा का कहना है कि लोगों को लुभाने के लिए ठग इंटरनेट पर रातों-रात वेबसाइट बना लेते हैं और लोगों को भरोसा दिलाने के लिए विज्ञापन भी खरीदते हैं। ठगी से बचने के लिए सतर्कता जरूरी है।

यहां करें शिकायत

साइबर सेल इंस्पेक्टर सतीश साहू का कहना है कि अब जालसाज भी हाइटेक हो चुके हैं। जरा सी चूक के कारण उन्हें वारदात करने का मौका मिल जाता है। इंटरनेट का यूज करने वालों को अगर इस तरह की वारदात से बचना है तो उनके लिए सबसे बड़ा हथियार सतर्कता ही है। यदि आप वर्चुअल वर्ल्ड का उपयोग करते समय अलर्ट रहेंगे तो कभी भी नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। साथ ही ठगी की सूचना जल्दी मिल जाती है तो पैसे भी वापस दिलवाए जा सकते हैं। ठगी की सूचना तुरंत अपने नजदीकी साइबर पुलिस या फिर साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज कराएं, ताकि ठगी के पैसों को जालसाज तक जाने से रोका जा सके।

ऑनलाइन शॉपिंग करते समय रखें ध्यान

-अगर कोई डील जरूरत से ज्यादा आकर्षक लग रही है तो सावधान रहें, यह साइबर ठग का माया जाल हो सकता है।

-क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल ऑनलाइन शॉपिंग में करने से पहले वेबसाइट की जांच कर लें।

-ऑनलाइन शॉपिंग करते समय हमेशा भरोसेमंद वेबसाइट से शॉपिंग करें, फेक वेबसाइट या ऐप से सावधान रहें।

-खरीदारी से पहले उस चीज का रिव्यू कैसा है, देख लें। आपसे पहले किसी ने खरीदा है या नहीं।

-किसी से ओटीपी शेयर न करें। कॉलर्स के बहकावे में न आएं। अनजाने लिंक से बचकर रहें।

-किसी भी अंजान लिंक पर आधारकार्ड या पैनकार्ड की डिटेल न शेयर करें।

-किसी नए लिंक पर क्लिक न करें, आपकी निजी जानकारी ठगों तक जा सकती है।

-ठगी की शिकायत cybercrime.gov.in पर भी करें।