लखनऊ (ब्यूरो)। समय सुबह 10 बजे। अकबरनगर एरिया पूरी तरह से छावनी में तब्दील हो चुका था। इस एरिया की तरफ आने वाले दोनों तरफ के रास्तों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था और ट्रैफिक को कुकरैल बंधे पर डायवर्ट किया जा रहा था। अकबरनगर के अंदर एलडीए की आधा दर्जन से अधिक जेसीबी और पोकलेन मशीन नजर आ रही थीं। मौके पर हजारों लोगों की भीड़ जमा थी। एलडीए ने जैसे ही ध्वस्तीकरण की कार्यवाही शुरू की, नारेबाजी शुरू हो गई। हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स ने किसी की एक न चलने दी और जेसीबी ने सबसे पहले कॉमर्शियल निर्माणों के अतिक्रमण को तोड़ना शुरू किया। भारी विरोध के चलते रुक-रुक कर करीब पांच घंटे कार्यवाही चली, लेकिन हाईकोर्ट का स्टे आते ही दस्ते को बैरंग लौटना पड़ा। कार्यवाही रुकते ही अकबरनगर में रहने वाले हजारों लोगों ने राहत की सांस ली।

तैयारियों को लगा झटका

कुकरैल नदी पर अवैध रूप से बसे अकबरनगर के अवैध निर्माणों को तोड़ने के लिए गुरुवार को एलडीए ने व्यापक स्तर पर तैयारियां की थीं। यहां पर पहले से ही एलडीए की ओर से लोगों से अवैध कब्जा खाली करने की अपील की जा रही थी, लेकिन जब गुरुवार को कार्यवाही शुरू हुई तो ज्यादातर अवैध कब्जे खाली नहीं मिले। इसकी वजह से कई बार कार्यवाही की रफ्तार भी प्रभावित हुई। एलडीए प्रशासन की प्लानिंग यही थी कि पहले दिन ही व्यापक स्तर पर अवैध निर्माण तोड़े जाएंगे, लेकिन हाईकोर्ट का स्टे आने की वजह से एलडीए प्रशासन की उम्मीदें धरी रह गईं।

शोरूमों के अतिक्रमण पर गरजी जेसीबी

अभियान के दौरान सबसे पहले कॉमर्शियल निर्माणों पर फोकस किया गया। अभियान के दौरान ताज फर्नीचर, सम्राट सहित करीब एक दर्जन अवैध शोरूम के अतिक्रमण को एलडीए ने ध्वस्त कर दिया। इसी कार्यवाही में एलडीए को खासा समय लग गया, क्योंकि ज्यादातर शोरूम खाली नहीं किए गए थे जबकि कई में ताला लटका हुआ था। कई व्यापारी संगठन भी मौके पर पहुंंचे और दुकानें खाली करने के लिए समय मांगा। मौके पर मौजूद एलडीए वीसी डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी ने दुकानों को खाली करने का समय भी दिया। इस प्रक्रिया में खासा समय भी लग गया।

घरों को खाली करने का दौर जारी

एलडीए की ओर से पिछले एक सप्ताह से एरिया में मकान खाली करने का अनाउंसमेंट कराया जा रहा था। जिसकी वजह से सैकड़ों परिवार यहां से पहले ही जा चुके हैैं। वहीं, कार्यवाही शुरू होने के दौरान भी लोग अपनी गृहस्थी लेकर जाते हुए दिखे। अभी तक करीब 300 से अधिक परिवार यहां से जा चुके हैैं। नगर निगम ने अपने ट्रक और छोटे लोडर लोगों को उपलब्ध कराए।

हंगामा भी खूब हुआ

कार्यवाही के दौरान भाजपा का मंडल अध्यक्ष बताने वाला मंगल झा अकबरनगर के लोगों के साथ वहां आ धमका और हंगामा करने लगा। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए हल्का लाठीचार्ज किया और मंगल झा को गिरफ्तार कर उसके एवं सात से आठ अज्ञान लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने संबंधी मामला दर्ज कराया। गिरफ्तारी के समय मंगल झा पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भाग गया, जिसे पूर्व सैनिक ने दौड़ाकर पकड़ा। इसके करीब 20 मिनट बाद एक बार फिर माहौल उस समय बिगड़ गया, जब स्टे की अफवाह के बाद महिलाएं और लोग गलियों से निकलकर सड़क पर आ गए। रिजर्व पुलिस बल ने भीड़ को एक बार फिर पीछे किया और सुरक्षा बढ़ा दी।

ज्ञापन देने पहुंचे कांग्रेसी

एलडीए की कार्रवाई के बीच कांग्रेसी नेता भी मौके पर पहुंच गए। कांग्रेस पार्षद और महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष ममता चौधरी, पार्षद मुकेश ङ्क्षसह चौहान ने एलडीए वीसी को ज्ञापन देकर विस्थापितों को वैकल्पिक घर देने की मांग की। वीसी ने बताया कि मौके पर ही सभी विस्थापितों को प्रधानमंत्री आवास का कब्जा दिया जा रहा है। इसके लिए पिछले कई दिनों से शिविर भी लगा है।

ये फोर्स रही तैनात

06 कंपनियां पीएसी

01 कंपनी आरएएफ

08 थानों की पुलिस फोर्स

अभियान एक नजर में

10 बजे सुबह शुरू हुई कार्यवाही

03 बजे तक हुआ एक्शन

05 घंंटे कुल रुक-रुक कर गरजी जेसीबी

1068 मकानों पर होनी है कार्रवाई

101 कॉमर्शियल निर्माण भी हुए चिन्हित

22 जनवरी तक हाईकोर्ट ने दिया स्टे