लखनऊ (ब्यूरो)। लोगों की जान बचाने के लिए फायर विभाग के बेड़े में पहली बार 'स्मोक एक्सट्रैक्शन' सिस्टम शामिल हुआ हैै। किसी अग्निकांड में फंसने से दमघोंटू धुआं के चलते सबसे ज्यादा जानें जाती हैं। ऐसे हालात में उनकी जान बचाने के लिए यूपी के हर जिले की फायर ब्रिगेड को यह सिस्टम उपलब्ध कराया गया है। इससे पहले यह सिस्टम केवल एनडीआरएफ के पास था, जो मदद मांगने पर घटनास्थल पर पहुंचता था। देरी के चलते कई बार लोगों की जान चली जाती थी। अब फायर टेंडर के पास पहले से यह सिस्टम रहेगा और समय रहते अग्निकांड में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान लोगों की जान बचाई जा सकेगी।

धुआं ले लेता है कई जानें

हजरतगंज के चर्चित होटल लेवाना अग्निकांड में आग के नहीं बल्कि धुआं में दम घुटने के चलते चार लोगों की मौत हो गई थी। यहीं नहीं, एक महीने बाद विकास नगर में भी एक बुजुर्ग महिला की उसके घर में लगी आग के बाद धुआं भरने पर दम घुटने से मौत हो गई थी। अब ऐसी मौतें न हों, इसके लिए अग्निशमन विभाग ने खुद के स्मोक एक्सट्रैक्टर खरीदे हैं। ये पहली बार होगा जब फायर विभाग के पास खुद के स्मोक एक्सट्रैक्टर होंगे अब तक विभाग एनडीआरएफ से ये उपकरण मांगता था और देरी होने की वजह से जनहानि हो जाती थी।

हर जिले में उपलब्ध कराई गई मशीन

चीफ फायर अफसर मंगेश कुमार ने बताया कि स्मोक एक्सट्रैक्टर बिल्डिंग के अंदर फैले धुएं को बाहर निकालने में मददगार साबित होता है। अग्निकांड के दौरान बिल्डिंग से धुआं निकालने की आवश्यकता होती है और यह मशीन हमारे पास न होने की वजह से हमें इसे किसी अन्य एजेंसी से मांगना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। सभी जिलों को देने के लिए विभाग ने 75 स्मोक एक्सट्रैक्टर खरीदे हैं, जो तत्काल फायर फाइटिंग में यूज किए जाएंगे। सीएफओ के मुताबिक, स्मोक एक्सट्रैक्टर का काम किसी भी बिल्डिंग में कम समय में अंदर फैले धुएं को बहार निकलना होता है, जिससे बिल्डिंग में फंसे लोगों को न केवल आक्सीजन मिल सके बल्कि उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने में भी मदद हो।

मिनटों में स्लैब काट कर फंसे लोगों को निकाला जाएगा

चीफ फायर अफसर मंगेश कुमार ने बताया कि विभाग न सिर्फ अग्निकांड होने की स्थिति में ही रेस्क्यू करता है, बल्कि कोई बिल्डिंग ढह जाए, उस दौरान भी हमारी टीम रेस्क्यू में लगती है। इसका ताजा उदाहरण अलाया अपार्टमेंट कोलैप्स घटना है, जहां स्लैब काटने में समय लग गया, जिस कारण अंदर दबे होने की वजह से तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। अब ऐसा न हो इसके लिए खासतौर पर फायर विभाग के लिए डायमंड चेन शॉ खरीदा गया है, जो हर जिलों में भेजा जा रहा है। डायमंड चेन शॉ की मदद से किसी अन्य उपकरण की अपेक्षा कम समय में किसी भी स्लैब या छत को मिनटों में काटा जा सकेगा।

फायर मैन के सिर पर हेलमेट विद लाइट

रेक्स्यू ऑपरेशन के दौरा धुआं व अंधेरे के चलते कई बार फायर मैन को अंदर जाने में परेशानी होती है। उन्हें अंधेरे में नजर नहीं आता। पर अब फायर मैन के सिर पर होगा हेलमेट विद लाइट। फायर विभाग के पास जितने अधिक और आधुनिक उपकरण मौजूद रहेंगे, हम उतना किसी अग्निकांड होने की स्थिति में जनहानि होने से रोक सकेंगे।

ये आधुनिक उपकरण हुए बेड़े में शामिल

डायमंड चेन शॉ

स्मोक एक्सट्रैक्टर

फोन कंपाउंड

होज पाइप

होज वाइंडिंग मशीन

स्पेशल फायर बूट

हेलमेट विद लाइट

बैटरी चार्जर