- आज सीएम योगी करेंगे प्लाज्मा फेरेसिस मशीन का उद्घाटन

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रुष्टयहृह्रङ्ख: कोरोना और डेंगू के खिलाफ जंग के लिए प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज अब केजीएमयू से जुड़ गये हैं। जिसके तहत इन मेडिकल कॉलेजों में प्लाज्मा फेरेसिस मशीनों की स्थापना की गई है। जिसका उद्घाटन सीएम सोमवार को करेंगे।

नहीं थीं पहले मशीने

कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी को देखते हुये केजीएमयू को इसका नोडल सेंटर बनाया गया था। जिसके बाद से लगातार मेडिकल कॉलेज में सुविधाओं को अपग्रेड करने का काम किया जा रहा है। गोरखपुर, प्रयागराज व फिरोजाबाद आदि मेडिकल कॉलेज में पहले प्लाज्मा फेरेसिस की सुविधा नहीं थी। लेकिन अब यहां पर प्लाज्मा फेरेसिस मशीन लगवाई गई है। ताकि प्लाज्मा थेरेपी के लिए प्लाज्मा की उपलब्धता आसान और कम समय में हो सके।

बनाई जनरल गाइडलाइन

प्लाज्मा फेरेसिस व थेरेपी के लिए नोडल इंचार्ज केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ। तूलिका चंद्रा ने जनरल गाइडलाइन तैयार की है। ताकि इन जगहों पर आ रही दिक्कतों को दूर किया जाए। जिसके तहत 18-60 उम्र के लोग डोनेट कर सकेंगे, प्रेग्नेंट महिलाएं नहीं दे सकती, 24 दिन के बाद ही प्लाज्मा डोनेट कर सकते आदि गाइडलाइन को शामिल किया गया है ताकि एक यूनिफार्म गाइडलाइन के तहत सभी जगहों पर काम हो और मरीजों को कोरोना के साथ डेंगू के खिलाफ भी बेहतर इलाज मिल सके।

कोट

प्लाज्मा फेरेसिस के लिए जनरल गाइडलाइन बनाई गई है। इसके साथ ही कई मेडिकल कॉलेज में नई मशीन भी लगवाई गई है।

डॉ। तूलिका चंद्रा, हेड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन डिपार्टमेंट केजीएमयू

हेडिंग - दोबारा ज्वाइनिंग के बाद लोहिया के निदेशक ने दिया इस्तीफा

- निदेशक बोले व्यक्तिगत कारणों से दिया इस्तीफा

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रुष्टयहृह्रङ्ख(22 हृश्र1):

लोहिया संस्थान लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। इसबार एक हफ्ता पहले दोबारा निदेशक के पद पर लौटे डॉ। एके त्रिपाठी ने इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया है। उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देने की बात कही है लेकिन सूत्रों की माने तो संस्थान की आंतरिक राजनीति के चलते उन्होंने इस्तीफा दिया है।

अचानक दिया इस्तीफा

गौरतलब है कि एक पुराने मामले की जांच को लेकर डॉ। एके त्रिपाठी को हटाया गया था। जांच के बाद उनको 13 नवंबर को दोबारा ज्वाइन करने को कहा गया और 14 को दिवाली के दिन उन्होंने ज्वाइन भी किया। इस दौरान उन्होंने कोरोना को लेकर बेहतर इंतजाम और मरीजों की सुविधा को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश भी देने शुरू किए थे। उन्होंने शनिवार को बैठक भी ली लेकिन शाम को गवर्नर को अपना इस्तीफा भेज दिया। जिसे स्वीकार कर लिया गया है। डॉ। एके त्रिपाठी के मुताबिक उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है। पूर्व में केजीएमयू के हिमेटोलॉजी विभागाध्यक्ष रहे हैं, ऐसे में दोबारा वहीं ज्वाइन करने पर विचार कर रहे है। फिलहाल अभी किसी को लोहिया निदेशक का अतिरिक्त प्रभार नहीं सौपा गया है।