लखनऊ (ब्यूरो)। डग्गामार बसों के मालिकों को परिवहन विभाग अनुबंध का रास्ता दिखाने की तैयारी कर रहा है। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के निर्देश पर जल्द डग्गामार बसों को परिवहन निगम में शामिल किये जाने का मौका दिया जायेगा। रोडवेज बस बेड़े में शामिल होने पर डग्गामार बस मालिक नियमों के अनुसार बसों का संचालन कर सकेंगे। वहीं विभिन्न मार्गों पर बसों की सुविधा बढऩे से यात्रियों को राहत मिलेगी।

400 से अधिक बसें खड़ी डिपो में

विभागीय अधिकारियों के अनुसार, प्रदेश के साथ ही लखनऊ मंडल में ही कई रूट ऐसे हैं जहां बसों की सुविधा यात्रियों को नहीं मिल पा रही है। इन रूटों पर मनमाने ढंग से डग्गामार बसों का संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है। इससे जहां यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, वहीं राजस्व का भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यात्रियों को बेहतर बस सुविधा दिये जाने के लिए और राजस्व बढ़ाने के लिए डग्गामार बसों को अनुबंध के माध्यम से रोडवेज बस बेड़े में जोड़ा जाना है। इस समय तकरीबन 400 से अधिक बसें रोडवेज के विभिन्न डिपो में खड़ी हैं। इन बसों के रोडवेज में शामिल होने से तकरीबन 15 हजार यात्रियों को सफर की सुविधा मिलेगी।

बैठक में अनुबंध को लेकर होगा निर्णय

आरटीओ प्रवर्तन संदीप कुमार पंकज के अनुसार, रोडवेज बस बेड़े को बढ़ाए जाने के लिए तैयारियां चल रही है। प्रदेश में अभी भी कई रूट ऐसे हैं जिन पर यात्रियों को समय से बसें नहीं मिल पा रही हैं। ऐसे में उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में एक विशेष बैठक निजी बस ऑपरेटर और रोडवेज के अधिकारिकयों के साथ करानी है। इस बैठक में रोडवेज अधिकारी निजी बस ऑपरेटरों को परिवहन निगम से बसों का अनुबंध करने की अपील करेंगे। इससे जहां उनकी बसों के संचालन का रास्ता साफ हो जायेगा, वहीं विभिन्न मार्गों पर बसों का संचालन शुरू हो सकेगा।