मेट्रो रूट का थर्ड फेज
- 11 सेक्टर में बांटा गया
- 40 पुलिस कर्मियों की टीम बनाई गई
- सुबह 8 बजे से रात 8 बजे होगी ड्यूटी टाइमिंग
- मेट्रो डायवर्जन-3 के ट्रायल का पहला दिन
- दोपहर डेढ़ बजे के बाद बिगड़े हालत, लगा रहा भीषण जाम
- अल्का तिराहे पर स्प्रिंग पोस्ट लगाकर दो रूट तैयार किए गए
LUCKNOW: मेट्रो रूट पर टै्रफिक डायवर्जन के तीसरे फेज का ट्रायल पहले दिन ही फेल नजर आया। बुधवार को ट्रायल के दौरान चीफ जस्टिस की गाड़ी भी फंस गई। जिससे पुलिस से हाथ पांव फूल गये। आनन फानन में जाम खुलवाकर उनकी गाड़ी को निकाला गया। सुबह से तो ट्रैफिक के हालात कमोवेश ठीक थे लेकिन दोपहर डेढ़ बजे के बाद स्कूलों की छुट्टी होने पर हालात बेकाबू हो गये और हजरतगंज और आस पास के क्षेत्र में भीषण जाम लग गया। जिसमें स्कूल वैन और गाडि़यां काफी समय तक जाम में फंसी रही।
प्रस्तावित ट्रैफिक डायवर्जन
- हजरतगंज से अल्का तिराहे से ट्रैफिक नवल किशोर होते हुए सिकंदरबाग चौराहे से निकाला जाएगा
- अल्का तिराहे पर रोड एक-एक साइट पर दो ट्रैक तैयार किए गए है।
- बाबू स्टेडियम से ट्रैफिक बाये रूट से चिरैया झील और सहारागंज की तरफ भेजा जाएगा
- मेफेयर से लालबाग की तरफ ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा
- हजरतगंज से महात्मा गांधी मार्ग पर करीब दस फीट जगहों को ट्रैफिक के आवागमन के लिए छोड़ा गया है
अगले दो दिन में लागू हो सकता है डायवर्जन
एसपी ट्रैफिक हबीबुल हसन ने बताया कि एक्सपर्ट के सुझाव के बाद तीसरे फेज के डायवर्जन में कई बदलाव भी किए गए है। दो दिन तक ट्रायल चलेगा और पूरी तरफ सफल होने पर उसे लागू कर दिया जाएगा। डायवर्जन रूट पर बड़ी गाडि़यों की इंट्री बैन रहेगी। छोटे वाहन और सिटी बसों के लिए केवल चल सकेंगी। ट्रायल के दौरान जाम की स्थिति बनती है तो उन प्वाइंट को शॉट लिस्ट कर किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर उसमें बदलाव भी किया जाएगा।