-गुडंबा के जानकीपुरम सेक्टर जे की घटना, बेटी-दामाद के बीच सुलह कराने आई थी सास

-शव फेंकने परिजनों को भी साथ ले गया था आरोपी दामाद, फरार

LUCKNOW : बेटी और दामाद के बीच चल रही कलह को शांत कराने पहुंची सास को इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। सास की 'हरकत' से भड़के दामाद ने न सिर्फ गला रेतकर उसकी हत्या कर दी बल्कि, उसका शव कार मे रखकर आगरा ले जाकर फेंक दिया। मंगलवार को मृतका की बेटी ने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने हत्या की एफआईआर दर्ज कर आगरा पुलिस की मदद से शव बरामद कर लिया। आरोपी दामाद की तलाश शुरू कर दी गई है।

घर से भागकर रचाई थी शादी

जयपुर निवासी मो। उस्मान व उनकी पत्‍‌नी नईम अख्तर उर्फ मदर इंडिया की पांच बेटियां व तीन बेटे हैं। चार साल पहले उनकी छोटी बेटी गजाला को पढ़ाने के लिये कोटा निवासी ट्यूटर रफीक घर आता था। रफीक पहले से शादीशुदा था और उसके एक बेटा व एक बेटी थे। पढ़ने-पढ़ाने के दौरान ही गजाला व रफीक के बीच इश्क हो गया और उन्होंने घर से भागकर शादी कर ली। जयपुर से लखनऊ पहुंचे रफीक ने राजधानी के गुडंबा स्थित जानकीपुरम सेक्टर जे में मो। शकील के मकान का ऊपरी हिस्सा किराये पर लिया और घर के करीब ही हिंद मार्बल्स नाम से मार्बल का कारोबार शुरू कर दिया।

बढ़ा झगड़ा तो आई थी सास

राजधानी में रहने के दौरान डेढ़ साल पहले गजाला के एक बेटा हुआ। गजाला ने पुलिस को बताया कि बेटा पैदा होने के बाद से ही रफीक उससे आए-दिन झगड़ा करने लगा। रोजाना की कलह से तंग गजाला ने मां नईम अख्तर को फोन कर अपने पास बुलाया। सोमवार सुबह नईम अख्तर छोटे बेटे मो। जैद के साथ गजाला के घर पहुंची। बताया जाता है कि उन्होंने दामाद रफीक व बेटी गजाला को साथ बिठाकर समझाया। पर, रफीक ने उन पर आरोप लगाया कि वे बेटी का पक्ष ले रही हैं।

चाकू से गला रेता

मंगलवार सुबह घर में नईम अख्तर, गजाला, जैद रफीक के अलावा नौकरानी तमन्ना भी मौजूद थी। इसी बीच एक बार फिर गजाला व रफीक के बीच कहासुनी शुरू हो गई। गजाला के मुताबिक, उनकी मां ने बीच-बचाव किया और दामाद रफीक को शांत रहने की सलाह दी। जिसके बाद वह नहाने के लिये बाथरूम में चली गई। इसी बीच सास नईम अख्तर की हिदायत पर भड़के रफीक ने बाथरूम का दरवाजा बाहर से बंद कर लिया और सास को कमरे में गिरा कर घरेलू चाकू से गला रेत दिया। देखते ही देखते पूरे कमरे में चारों ओर खून फैल गया और नईम अख्तर ने वहीं दम तोड़ दिया।

कार के कवर में बांधी लाश

गजाला ने बताया कि उनकी मां की हत्या करने के बाद रफीक ने बाथरूम का दरवाजा खोला। बाहर निकली तो कमरे में मां की लहूलुहान हालत में लाश पड़ी देख पैरों तले जमीन खिसक गई। बदहवास गजाला चीखने लगी। लेकिन, रफीक ने उसे भी चाकू दिखाकर चुप करा दिया। गजाला ने बताया कि घर में मौजूद सभी लोगों को धमकाकर चुप कराने के बाद रफीक ने खून लगे कारपेट व गद्दे को कार में रखा। इसके बाद कार के कवर को लाकर उसमें नईम अख्तर की लाश बांधी और उसे भी कार में रख लिया। हत्या की खबर किसी को न लग सके इसलिए रफीक ने सभी परिजनों व नौकरानी को अपने संग कार में बिठा लिया और चल पड़ा।

आगरा में फेंकी लाश

खून से सने गद्दे, कारपेट व आलाकत्ल चाकू को रफीक ने गुडंबा एरिया स्थित मौर्या भट्ठा के करीब फेंक दिया और जयपुर के लिये चल पड़ा। मंगलवार रात जयपुर पहुंचने के बाद रफीक ने लाश को वहां फेंकने का इरादा त्यागा और वापस लखनऊ के लिये चल पड़ा। इसी बीच आगरा के अचनेर इलाके में स्थित रसूलपुर गांव के करीब रफीक ने कार की डिग्गी में रखी लाश फेंक दी और मंगलवार सुबह 10 बजे वापस लखनऊ आ पहुंचा। जहां उसने पत्‍‌नी गजाला, साले जैद, नौकरानी तमन्ना व अपने बेटे को घर के सामने उतार दिया और खुद मौके से फरार हो गया।

बहन-बहनोई के साथ पहुंची थाने

रफीक के फरार होने के बाद गजाला बेटे व भाई को लेकर सहारा एस्टेट में रहने वाली बहन सना व बहनोई राशिद के घर पहुंची और उन्हें पूरी घटना बताई। जिसके बाद राशिद उन सभी को लेकर गुडंबा थाने पहुंचा और पुलिस को घटना की सूचना दी। जानकारी मिलने पर पुलिस फॉरेंसिक एक्सप‌र्ट्स के साथ रफीक के घर पहुंची और ताला तोड़कर वहां से फॉरेंसिक सुबूत जुटाए। पुलिस ने आगरा के अचनेरा थाने की पुलिस से संपर्क साधकर निशानदेही वाली जगह से नईम अख्तर की लाश बरामद कर ली। सीओ गाजीपुर दिनेश कुमार पुरी ने बताया कि गजाला की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी रफीक की तलाश शुरू कर दी गई है।