-17 जुलाई को होने वाली विद्या परिषद की बैठक में रखा जाएगा प्रस्ताव

रुष्टयहृह्रङ्ख : लखनऊ यूनिवर्सिटी में इंस्टीट्यूट आफ फार्मास्युटिकल साइंसेज के अंतर्गत एमफार्मा के भी दाखिले लेकर पढ़ाई शुरू होगी। अभी तक फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया ने शैक्षिक सत्र 2021-22 से डीफार्मा और बीफार्मा कोर्स को चलाने की अनुमति दी है। एमफार्मा कोर्स की अनुमति के लिए आगामी 17 जुलाई को होने वाली विद्या परिषद की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा। उसके बाद काउंसिल से अनुमति ली जाएगी। हालांकि, यह कोर्स शैक्षिक सत्र 2023-24 से शुरू होगा। एलयू में नए सत्र से डीफार्मा, बीफार्मा कोर्स शुरू करने के लिए इंस्टीट्यूट आफ फार्मास्युटिकल साइंसेज की स्थापना की गई है। इसी के तहत एमफार्मा कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव है, जिसे विद्या परिषद में रखा जाएगा।

डीन देंगे पीएचडी ऑनलाइन वायवा की अनुमति

पीएचडी थीसिस जमा करने के बाद छात्र-छात्राओं का वायवा होता है। कोविड की वजह से इसे आनलाइन कर दिया गया था, लेकिन प्रत्येक विभाग को आनलाइन वायवा की अनुमति के लिए कुलपति के पास जाना पड़ता था। अब इसमें बदलाव कर संकायाध्यक्ष (डीन) स्तर पर ही निर्णय लिया जाएगा। इस प्रस्ताव की भी विद्या परिषद से मंजूरी ली जाएगी।

थीसिस जमा करने का मिलेगा दिसंबर तक मौका

एलयू में बहुत से ऐसे पीएचडी छात्र-छात्राएं हैं, जिन्हें जून-2021 में शोध प्रबंध (थीसिस) जमा करना था, लेकिन कोविड की वजह से ऐसा नहीं हो सका। अब ऐसे शोधार्थियों को थीसिस जमा करने के लिए दिसंबर 2021 तक मौका देने की तैयारी है।

इन पर भी होगा निर्णय

ओएनजीसी सेंटर फार एडवांस स्टडीज में स्थित इंस्टीट्यूट आफ एडवांस मॉलिकुलर जेनेटिक एंड इंफेक्टियस डिजीज पाठ्यक्रम में एमएससी इन मॉलिकुलर जेनेटिक्स एंड डिप्लोमा इन मेडिशनल एरोमिटिक प्लांट शुरू होगा। इसका पाठ्यक्रम तैयार कर लिया गया है। विद्या परिषद से अनुमति ली जाएगी। इसके अलावा कई अन्य प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी।