लखनऊ (ब्यूरो)। जुलाई के आखिरी सप्ताह तक नई बिजली दरें सामने आ सकती हैैं। इसकी वजह यह है कि नियामक आयोग की ओर से बिजली दरों पर सुनवाई को लेकर तारीखें तय कर दी गई हैैं। 21 जून को जहां दक्षिणांचल, पश्चिमांचल और केस्को की सुनवाई होगी, वहीं 22 जून को मध्यांचल और पूर्वांचल डिस्कॉम की सुनवाई की जाएगी। वहीं, उपभोक्ता परिषद की ओर से बिजली दरों में कमी किए जाने को लेकर आवाज उठाने लगी है।

आम जनता की सार्वजनिक सुनवाई

प्रदेश की बिजली कंपनियों की तरफ से विद्युत नियामक आयोग में दाखिल प्रस्ताव पर अंतत: विद्युत नियामक आयोग विधिवत कार्रवाई शुरू करते हुए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आम जनता की सार्वजनिक सुनवाई शुरू करने जा रहा है। नोएडा पावर कंपनी की सुनवाई 24 जून को 11 बजे से और उसी दिन उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड की सुनवाई 3 बजे से होना तय किया गया है। इस सुनवाई को लेकर विद्युत नियामक आयोग की तरफ से पावर कारपोरेशन के चेयरमैन सहित सभी बिजली कंपनियों के प्रबंध निदेशकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने भी बिजली दर की सुनवाई में पूरी ताकत से प्रदेश के तीन करोड़ बिजली उपभोक्ताओं का पक्ष रखने की तैयारी पूरी कर ली है।

बिजली दर का प्रस्ताव नहीं दिया

उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि इस बार वर्ष 2022-23 की जो वार्षिक राजस्व आवश्यकता है, वह लगभग 84,526 करोड़ रुपये है। बिजली कंपनियों द्वारा जो गैप दिखाया गया है, वह लगभग 6762 करोड़ है। बिजली कंपनियों द्वारा कुल विद्युत वितरण हानियां 17.5 प्रतिशत प्रस्तावित है, वहीं बिजली कंपनियों द्वारा कुल बिजली खरीद लगभग 1,26,526 मिलियन यूनिट बताई गई है। आवश्यक बिजली आपूर्ति की लागत 8.43 रुपये प्रति यूनिट प्रस्तावित है। इस बार बिजली कंपनियों ने बिजली दर का कोई प्रस्ताव दाखिल नहीं किया है। विद्युत नियामक आयोग ने बिजली कार्मिकों के घरों में मीटर लगाने की प्रक्रिया से जुड़ी पूरी डिटेल भी मांगी है।

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24 घंटे से बिजली की आवाजाही, गर्मी से तपे लोग

उतरेठिया इलाके में रहने वाले हजारों लोग इस समय खासे परेशान हैैं। उनकी परेशानी की वजह है बिजली संकट। आलम यह है कि पिछले 24 घंटे से बिजली की आंख मिचौली जारी है, जिसकी वजह से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैैं। दरअसल, मंगलवार शाम करीब तीन बजे उतरेठिया इलाके में लगे ट्रांसफॉर्मर में आग लग गई थी, जिसकी वजह से पूरे इलाके में बिजली सप्लाई ठप हो गई थी। आग बुझने के बाद बिजली विभाग की ओर से मेंटीनेंस का कार्य शुरू किया गया। रात करीब 11 बजे के बाद एक फेज की सप्लाई तो सुचारू हो गई, लेकिन एक अन्य फेज की सप्लाई डिरेल रही। मंगलवार रात से लेकर बुधवार तक बिजली की आंख मिचौली जारी रही। इलाके के बहुत से लोगों ने भीषड़ गर्मी और उमस के बीच जागते हुए रात गुजारी। प्रॉपर बिजली न आने की वजह से एरिया में पानी संकट भी गहरा गया, जिसकी वजह से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। काफी देर बिजली गुल रहने के चलते लोगों के घरों में लगे इंवर्टर तक फेल हो गए। इसी तरह नाका बाजार में भी बिजली संकट देखने को मिला। व्यापारियों की माने तो बुधवार को बिजली न आने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।