लखनऊ (ब्यूरो)। नए साल से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। 2023 राजधानी के मेडिकल क्षेत्र में कई एडवांसमेंट लेकर भी आयेगा। शहर के केजीएमयू, पीजीआई और लोहिया में कैंसर, न्यूरो, हार्ट, एमआरआई समेत कई हाईटेक मशीनों संग बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं मिलेंगी, जिसका सीधा लाभ मरीजों को होगा। इससे न केवल इलाज की वेटिंग कम होगी बल्कि गंभीर बीमारियों से बचाव भी हो सकेगा।

1. एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर शुरू होगा

संजय गांधी पीजीआई में आपातकालीन चिकित्सा और किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर को प्रति सप्ताह 10-12 किडनी ट्रांसप्लांट के साथ पूरी तरह कार्यात्मक बनाया जाएगा और आपातकालीन चिकित्सा के सभी बेडों को एक्टिव किया जाएगा। वहीं, एडवांस डायबिटीक सेंटर में एक ही छत के नीचे मधुमेह रोग की जटिलताओं सहित व्यापक देखभाल प्रदान करेगा और सितंबर 2023 तक शुरू हो जाएगा। एडवांस पीडियाट्रिक चिकित्सा केंद्र में नवजात से लेकर 18 वर्ष तक की आयु के बच्चे और किशोर के लिए जल्द ही मेडिकल और सर्जिकल बाल चिकित्सा सुपर-स्पेशियलिटी की 2 यूनिट और 22 विभागों से युक्त 573 बेडों वाला उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र तैयार होगा। इससे संस्थान की बेड क्षमता 2168 से बढ़कर 2741 हो जाएगी। पीजीआई और यूपी के 6 पुराने राजकीय मेडिकल कॉलेजों को स्पोक के रूप में आधारित टेली-आईसीयू सेवा मॉडल शुरू किया जा रहा है और इसे अगले साल जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा। बाद में, इस परियोजना का विस्तार 75 जिलों और आने वाले मेडिकल कॉलेजों तक किया जा सकता है। अगले साल तीन नए विभाग पीडियाट्रिक एंडोक्रिनोलॉजी, सिर और गर्दन और संक्रामक रोगों को एक्टिव बनाया जाएगा। सभी रिक्त पदों पर फैकल्टी की भर्ती की जायेगी।

2. आधुनिक मशीनों से इलाज होगा बेहतर

केजीएमयू में कैंसर मरीजों के बेहतर इलाज के लिए रेडियोलॉजी विभाग में दो लीनैक मशीन लगेंगी। इससे अधिक कैंसर मरीजों को थेरेपी देने के साथ वेटिंग लगभग खत्म हो जायेगी। वहीं, पैट स्कैन मशीन से कैंसर का बेहतर तरीके से पता लगाया जा सकेगा। मरीजों को दूसरे संस्थानों में रेफर नहीं करना पड़ेगा, जबकि रेडियालॉजी विभाग में एक और एमआरआई मशीन लगेगी। इससे ज्यादा बेहतर जांच और इलाज की सुविधा मिलेगा। वेटिंग भी कम होगी। सबसे बड़ी राहत कार्डियोलॉजी में मिलेगी। क्योंकि सबसे अधिक दिल संबंधी बीमारी वाले मरीज आते हैं। ऐसे में नए साल में 100 बेड का विस्तार होगा, जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही दो कैथ लैब खुलने से मरीजों की एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी और वॉल्व संबंधी बीमारियों का समय पर इलाज हो सकेगा।

3. न्यूरो साइंस सेंटर शुरू होगा

लोहिया संस्थान में न्यूरो साइंस सेंटर की शुरुआत होगी। जो पांच मंजिला सेंटर होगा। इसमें न्यूरो से संबंधित सभी बीमारियों का इलाज एक ही छत के नीचे होगा। जबकि, गामा नाइफ- सिर के छोटे से छोटे ट्यूमर का बिना चीरा सटीक इलाज किया जा सकेगा। वहीं, 30 बेड का एडवांस ट्रांसप्लांट सेंटर शुरू होगा, जिसमें बोन मैरो ट्रांसप्लांट और लिवर ट्रांसप्लांट की सुविधा मिलेगी। मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा।

सरकारी अस्पतालों में बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं

राजधानी के सिविल अस्पताल, बलरामपुर अस्पताल और लोकबंधु अस्पताल में राजधानी समेत आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए पहुंचते है। नए साल में यहां एडवांस कैथ लैब से लेकर ब्लड बैंक और फेको विधि से आंख का ऑपरेशन तक की सुविधा मिलेगी।

1. दिल के मरीजों को मिलेगी राहत

सिविल अस्पताल में सालों से बंद पड़ी कैथ लैब दोबारा शुरू होगी। शासन से करीब चार करोड़ का बजट पास हुआ है। जिसमें लैब, टूडी ईको मशीन, टीएमटी मशीन समेत एंजियोग्राफी व एंजिोप्लास्टी हो सकेगी, जिससे दिल के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

2. ब्लड बैंक और एडवांस सर्जरी

लोकबंधु अस्पताल में करीब 1.16 करोड़ के बजट से ब्लड बैंक स्थापित किया जायेगा। मरीजों को दूसरे अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वहीं, फेका तकनीक से मोतियाबिंद ऑपरेशन होंगे। इसकी तैयारी आखिरी दौर में चल रही है। साथ ही अस्पताल में करीब 40 प्राइवेट बेड का वार्ड शुरू होगा। मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। इसके अलावा यहां पर मरीजों और तीमारदारों के बैठने की व्यवस्था में भी सुधार किया जायेगा।

3. कई सौगतें मिलेंगी

बलरामपुर अस्पताल में एमआरआई जांच सुविधा मिलेगी। मरीजों को दूसरे अस्पताल या निजी डायग्नेास्टिक सेंटर नहीं जाना पड़ेगा। वहीं, माड्यूलर ओटी की शुरुआत से मरीजों की बेहतर सर्जरी हो सकेगी। इसके अलावा प्लास्टिक सर्जरी की शुरुआत होगी। मरीजों को मेडिकल कॉलेज नहीं रेफर करना पड़ेगा। साथ ही अस्पताल में न्यूरो से संबंधित बड़ी-बड़ी सर्जरी की सुविधा शुरू होगी, जिससे न्यूरो के मरीजों को बड़े अस्पतालों में रेफर नहीं करना पड़ेगा। उनको सभी सुविधाएं यहीं मिल सकेंगी।

4. घर के नजदीक मिलेगा इलाज

जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा राजधानी में 108 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खुलेंगे। जिससे मरीजों को घर के पास ही इलाज की सुविधा मिल सकेगी। डॉक्टर की सलाह, दवा और जांच सभी सेंटर पर फ्री में मिलेगी। मरीजों को बड़ा फायदा होगा और अस्पतालों पर लोड कम हो सकेगा।