- केजीएमयू वीसी ने शिक्षक भर्ती विवाद पर दी सफाई

LUCKNOW: केजीएमयू में कई विभागों में डॉक्टर्स की कमी दूर करने के लिए करीब 73 डॉक्टर भर्ती किए गए हैं। जिसमें प्लास्टिक सर्जरी विभाग में डॉक्टर की भर्ती विवादों में आने के बाद राजभवन को जांच के आदेश देने पड़े। इस मामले पर वीसी ले.ज। डॉ। बिपिन पुरी ने बताया कि इंटरव्यू में बेहतर प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थी का चयन किया गया है। यह जरूरी नहीं है कि केजीएमयू व एम्स से डिग्री लेने वाले सभी डॉक्टर काबिल और नौकरी के योग्य हों।

सहमति के बाद हुआ फैसला

विभागों में भर्ती के दौरान दो विभाग के लिफाफे नहीं खोले गए। जबकि गवर्नर से अनुमोदन मिल चुका था। इस पर वीसी ने बताया कि उसके लिए दिव्यांग कोटा का हिस्सा रह गया था। जिससे उस विभाग में भर्ती रोक दी गई और राजभवन को भी अवगत करा दिया गया। वहां से सहमति के बाद ही लिफाफों को नहीं खोला गया। सभी नियमों के तहत जल्द भर्ती की जाएगी।

बाक्स

98 फीसद वैक्सीनेट

वीसी ने बताया कि केजीएमयू से पढ़ाई पूरी करने वाले करीब 30 हजार डॉक्टर दुनिया में नाम रोशन कर रहे हैं। उनके अनुभव का लाभ संस्थान के मेडिकोज ले रहे हैं। संस्थान के 98 फीसद लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। अगले साल नैक की निरीक्षण है, उसकी भी तैयारी चल रही है।