लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आप एलडीए के प्लांड एरिया में कॉमर्शियल और आवासीय निर्माण एक साथ कराना चाह रहे हैैं तो अब प्राधिकरण की ओर से बड़ी राहत दी गई है। आप मिक्स लैैंड यूज पर अपने दोनों तरह के प्रोजेक्ट्स को धरातल पर उतार सकेंगे। बस आपको एलडीए के पास जाकर डेवलपमेंट संबंधी नक्शा पास कराना होगा, जिसके बाद आपको निर्माण संबंधी क्लीयरेंस दे दी जाएगी। आने वाले समय में एलडीए की ओर से अपने अन्य प्लांड एरिया में भी उक्त कदम उठाने की तैयारी की जा रही है।

यह है नई व्यवस्था

अगर आपके पास दो हजार वर्गमीटर या उससे बड़ी मिक्स लैैंड हैैं तो आपको उक्त सुविधा का लाभ मिल सकेगा। एलडीए की ओर से स्पष्ट किया गया है कि अगर किसी भी व्यक्ति के पास उक्त क्राइटेरिया का प्लॉट है तो उसमें आवासीय और कॉमर्शियल डेवलपमेंट के हिसाब से नक्शा पास कराया जा सकेगा। जबकि पहले यह व्यवस्था बहुत अधिक प्रभावी नहीं थी। अब इस व्यवस्था को लागू करने से यह फायदा है कि एक ही जमीन पर दोनों तरह के निर्माण कराए जा सकेंगे। इतना ही नहीं, आपकी ओर से किए जाने वाले प्रोजेक्ट डेवलपमेंट में प्राधिकरण की ओर से हर कदम पर मदद भी की जाएगी।

इन एरिया में क्लीयरेंस

अभी एलडीए की ओर से अपने प्राइम प्लांड एरिया विभूति खंड, गोमती नगर विस्तार को इस योजना से कनेक्ट किया गया है। आने वाले दिनों में एलडीए की ओर से उक्त योजना अंतर्गत मिक्स लैैंड यूज से रिलेटेड प्लाट का ई-ऑक्शन करवाया जा सकता है। ऐसे में एलडीए की ओर से मिक्स लैैंड यूज डेवलपमेंट संबंधी नक्शा पास किए जाने संबंधी कदम उठाया गया है। वहीं आने वाले दिनों में कानपुर रोड, जानकीपुरम व अन्य प्लांड एरिया में भी उक्त राहत दी जा सकती है। जिसका सीधा फायदा उन डेवलपर्स को मिलेगा, जो आवासीय और कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स साथ लाना चाह रहे हैैं।

प्रस्ताव को मिली रफ्तार

एलडीए की ओर से उक्त कदम को पहले ही बोर्ड बैठक में पास किया जा चुका है लेकिन अब इसे पूरी तरह से इंप्लीमेंट कर दिया गया है साथ ही गाइडलाइंस भी तैयार कर ली गई हैैं। इसी गाइडलाइंस के आधार पर नक्शा पास कराने आने वाले लोगों को राहत दी जाएगी साथ ही उनके प्रोजेक्ट के ले आउट को भी उक्त पैरामीटर्स पर उतारा जाएगा। यह भी देखा जाएगा कि आवासीय और कॉमर्शियल निर्माण एक साथ किए जा सकते हैैं या नहीं। अगर कोई खामी मिलती है तो नक्शा पास नहीं होगा।

मिल रहा बेहतर रिस्पांस

वहीं दूसरी तरफ, टीओडी योजना अंतर्गत भी एलडीए में खासे आवेदन पहुंच रहे हैैं। यह प्रोजेक्ट मेट्रो के दोनों तरफ लैैंड यूज चेंज करने से जुड़ा हुआ है। अभी तक एक दर्जन से अधिक आवेदन आ चुके हैैं। इन आवेदनों के आधार पर एलडीए की ओर से फील्ड सर्वे कराया जा रहा है। फील्ड सर्वे की रिपोर्ट आने के बाद ही टीओडी प्लान के तहत प्रोजेक्ट को क्लीयरेंस दी जाएगी। वहीं, टीओडी के अंतर्गत यह भी देखा जाएगा कि लैैंड यूज में जो चेंज किए जा रहे हैैं, वो पब्लिक के लिए सेफ हैैं कि नहीं।

मिक्स लैैंड यूज के अंतर्गत डेवलपमेंट संबंधी नक्शा एलडीए से पास कराया जा सकेगा। एलडीए की ओर से अपने प्लांड एरिया में यह सुविधा दी जा रही है। इसका फायदा पब्लिक को मिलेगा। वहीं, अन्य योजनाओं में भी कुछ ऐसा ही कदम उठाने की तैयारी हो रही है। हालांकि, उससे पहले कई बिंदुओं पर होमवर्क भी किया जा रहा है। प्राधिकरण की ओर से सस्ते प्लॉट्स भी निकाले जा रहे हैैं।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए