लखनऊ (ब्यूरो)। आखिरकार लंबे इंतजार के बाद राजधानी के पांच रूटों पर लगने वाले जाम से राहत मिलने जा रही है। मंडलायुक्त के निर्देश पर उक्त रुटों पर कराए गए सर्वे को पूरा कर लिया गया है और उन कारणों को भी तलाश लिया गया है, जिसकी वजह से इन रूटों पर जाम लगता था। इतना ही नहीं, उन कारणों को दूर करने का काम भी शुरू कर दिया गया है, जिससे साफ है कि 15 से 20 दिन के अंदर चिन्हित रुटों पर ट्रैफिक खासा स्मूथ दौड़ेगा।

कई दिन से चल रहा था सर्वे

मंडलायुक्त के निर्देश पर पिछले कई दिनों से उक्त रूटों पर सर्वे किया जा रहा था। सर्वे के दौरान मुख्य रूप से यही देखा जा रहा था कि आखिर किस वजह से उक्त रूटों पर जाम लग रहा है। ये सर्वे इन बिंदुओं के आधार पर किया गया था।

1-सुबह और शाम के वक्त व्हीकल लोड

2-स्मार्ट सिग्नल्स की टाइमिंग

3-छोटे और बड़े वाहनों की संख्या

4-वन-वे और डिवाइडर कट की स्थिति

इस तरह दूर होगी समस्या

सर्वे पूरा होने के बाद जो रिपोर्ट सामने आई है, उसके आधार पर जाम के कारणों को दूर करने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए ये कदम उठाए जा रहे हैैं।

1-व्हीकल मूवमेंट के हिसाब से सिग्नल्स टाइमिंग

2-रोड के आसपास अतिक्रमण हटाया जाना

3-बेवजह कट को बंद किया जाना

4-तीन चौराहों पर एक साथ ग्रीन सिग्नल

ये रूट किए गए चिन्हित

1-मुंशी पुलिया से कलेवा

2-कलेवा से पॉलीटेक्निक

3-हजरतगंज से सिकंदरबाग

4-महानगर रोड

5-आलमबाग रोड

हटाए जाएंगे सिग्नल्स

अन्य रूटों पर भी ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर रहे, इसके लिए ऐसे ट्रैफिक सिग्नल्स को चिन्हित किया जा रहा है, जिनकी वजह से जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है। कई बार देखने में आता है कि ट्रैफिक सिग्नल्स की टाइमिंग के कारण जाम लग रहा है। कई ऐसे रूट भी सामने आए हैैं, जहां सिग्नल्स की वजह से जाम लग रहा है। अभी इनके नाम तो क्लीयर नहीं हुए हैैं, लेकिन सिग्नल्स को लेकर सर्वे शुरू करा दिया गया है। यह रिपोर्ट भी सीधे मंडलायुक्त के पास भेजी जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर अगले कदम उठाए जाएंगे।

पब्लिक फीडबैक पर फोकस

स्मार्ट ट्रैफिक व्यवस्था के अंतर्गत पब्लिक फीडबैक पर भी फोकस किया जा रहा है। जिससे पब्लिक से आने वाले सुझावों के आधार पर भी ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए जा सकें। इसके लिए जल्द ही टीमों का गठन किया जाएगा। जो अलग-अलग रूटों पर जाकर पब्लिक फीडबैक लेगी। वहीं दूसरी तरफ जिन चौराहों से ट्रैफिक सिग्नल हटाए जाएंंगे, वहां पर कैमरे लगे रहेंगे। जिससे नियम तोडऩे वालों के खिलाफ एक्शन लिया जा सकेगा। पहले यह संभावना था कि कैमरे भी हटेंगे लेकिन अब यही योजना बनाई गई है कि जिन चौराहों से सिग्नल हटाए जाएंगे, वहां पर कंट्रोल रूम से इंटीग्रेटेड कैमरे लगे रहेंगे। जिससे इन चौराहों से गुजरने वाले लोग ट्रैफिक नियम न तोड़ें।