-कई साल से नाइजीरिया में रहकर काम कर रहे भारतवंशियों से दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने की खास बातचीत

-सभी फैमिली के साथ बिता रहे क्वालिटी टाइम, कोरोना संकट के जल्दी खत्म होने की कर रहे कामना

LUCKNOW : कोरोना संकट को लेकर जारी लॉक डाउन प्रोटोकॉल के उल्लंघन की खबरें हर रोज हमारे सामने आ रही हैं, लोग मोहल्लों में बिना मास्क लगाए झुंड में दिखाई दे रहे हैं। पर, ऐसे लोगों को नाइजीरिया में रह रहे भारतवंशी लॉक डाउन पालन की सीख दे रहे हैं। यह परिवार वहां लॉक डाउन प्रोटोकॉल का पूरी तरह न सिर्फ पालन कर रहे हैं बल्कि, इसे बोझिल वक्त न मानकर परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने में जुटे हुए हैं। ऐसे ही कुछ परिवारों से दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने बात की। पेश है पंकज अवस्थी की स्पेशल रिपोर्ट-

'ऐसा समय नहीं मिलेगा दोबारा, जी लीजिए जिंदगी'

लखनऊ निवासी अनुराग और वंदना श्रीवास्तव बीते छह साल से नाइजीरिया में रह रहे हैं। अनुराग ने बताया कि कोरोना संकट की वजह से लंबे वक्त से भारत की ही तरह नाइजीरिया में भी लॉक डाउन है। पर, वे इसे बोझिल वक्त मानने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने बताया कि इस विकट परिस्थिति को भी वे और उनकी वाइफ वंदना पॉजिटिव रूप में ले रहे हैं। इस वक्त पूरा समय परिवार को दे रहे हैं। दो बेटों वरदान और विधान के साथ पूरे दिन मस्ती होती है। इसके साथ ही भारत की खबरों पर भी ध्यान देते हैं। अनुराग ने बताया कि वे हर रोज लखनऊ में मौजूद पिता से जरूर बात करते हैं। अनुराग कहते हैं कि वायरस के डर की वजह से ही सही लेकिन, ऐसा समय दोबारा नहीं आएगा, लिहाजा इस क्वालिटी टाइम में सभी लोग परिवार के साथ जिंदगी जी लें।

'मानव जाति को मिलकर लड़ना होगा यह युद्ध'

'कोरोना से यह युद्ध पूरी मानवजाति को मिलकर लड़ना होगा' यह कहना है बीते 13 साल से नाइजीरिया में रह रहे संजय विपुल का। इतने लंबे अरसे से देश से दूर रहने के बावजूद संजय भारतीय संस्कारों को दिल से लगाए हुए हैं। संजय बताते हैं कि लॉक डाउन की वजह से पूरे वक्त घर पर ही रहते हैं। सुबह उठकर सूर्य नमस्कार, फिर पत्‍‌नी सुप्रिया और बेटियों अनुष्का व अव्यना के साथ बैठकर नाश्ता। इसके बाद बच्चों का ऑनलाइन स्कूल जबकि खुद वर्क फ्रॉम होम के तहत ऑफिस का काम निपटाते हैं। संजय ने बताया कि शाम को वे और पूरा परिवार भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा सुझाया हुआ काढ़ा पीते हैं। इसके साथ ही लखनऊ समेत देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले रिश्तेदारों से फोन पर बातचीत करते हैं। उन्होंने कहा कि यह ऐसा समय है जब हमें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फेक मैसेजेस से सतर्क रहना होगा।

'यह वक्त भी गुजर जाएगा, हम होंगे कामयाब'

मुंबई निवासी निपुल दोषी बीते 13 साल से नाइजीरिया में रह रहे हैं। कोरोना संकट को लेकर निपुल कहते हैं कि बीते डेढ़ महीने से वे और उनकी फैमिली अपने घर में कैद है। पत्‍‌नी नेहा दोषी, बेटा आहान और बेटी नंदिनी के साथ निपुल इस मुश्किल वक्त को भी क्वालिटी टाइम के रूप में बिता रहे हैं। उन्होंने बताया कि काम की वजह से पहले तो समय ही नहीं मिल पाता था। लेकिन, अब जब सभी लोग घर पर ही हैं तो सुबह के नाश्ते से लेकर रात में डिनर तक सबकुछ साथ ही होता है। दिनभर बच्चों के साथ इनडोर गेम्स और फिर साथ बैठकर हिंदी व मराठी मूवी का मजा लेते हैं। निपुल कहते हैं कि कोरोना को लेकर जो लॉक डाउन लागू किया गया है, उसका सभी को पूरी तरह पालन करना चाहिये। यह समय सभी के एकजुट रहकर लॉक डाउन प्रोटोकॉल के पालन का है। वे भारत में रहने वाले सभी लोगों से अपील करते हैं कि सभी देशवासी पीएम नरेंद्र मोदी की अपील का पूरी तरह पालन करें। निपुल कहते हैं कि 'यह वक्त बेहद मुश्किल है लेकिन, यह भी गुजर जायेगा। हम होंगे कामयाब.'

'ईश्वर से प्रार्थना है कि यह दिक्कत जल्दी निपट जाये'

लखनऊ के रहने वाले अंकुर पोरवाल भी बीते 12 साल से नाइजीरिया में रह रहे हैं। अंकुर ने बताया कि उनकी वाइफ मानवी, बेटी मिशिका और बेटा केयांश लॉक डाउन का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे हर रोज टाइम काटने के लिये घर में पत्‍‌नी के कामों में हाथ बंटाते हैं। अंकुर कहते हैं कि बच्चों के साथ इतना वक्त शायद ही कभी मिले, लिहाजा वे इस समय का हर पल पूरी तरह से इंज्वाय कर लेना चाहते हैं। यही वजह है कि काम निपटाने के बाद पूरे समय बच्चों के संग मस्ती होती है। उनके संग खेलकूद और फिर उन्हें पढ़ाते हैं। इसके अलावा नाश्ता, लंच और डिनर भी सबकुछ पूरी फैमिली साथ बैठकर करती है। अंकुर कहते हैं कि 'ईश्वर से प्रार्थना है कि यह दिक्कत जल्दी निपट जाये और अपनी गाड़ी फिर से पटरी पर पहले की तरह दौड़ने लगे। '

'पीएम मोदी की सीख का सभी भारतवंशी कर रहे पालन'

नाइजीरिया में भी रहकर अपने पीएम मोदी की बातों का पालन। जी हां, पूर्वी चंपारण, बिहार निवासी प्रवीण कुमार बताते हैं कि वे पिछले 10 साल से पत्‍‌नी किरण कुमारी, बेटे प्रतीक आनंद और प्रत्यक्ष कुमार के साथ नाइजीरिया में रहते हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर नाइजीरिया में रहने वाले सभी भारतवंशी भी अलर्ट मोड पर हैं। सभी भारतवंशी पीएम नरेंद्र मोदी की अपील का वहां भी अक्षरश: पालन कर रहे हैं और सभी ने खुद को अपने घरों में ही कैद कर रखा है। हालांकि, प्रवीण इसके साथ ही कोरोना को लेकर परेशान लोगों की मदद भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि नाइजीरिया में भारतवंशी काफी तादाद में हैं। इस मुश्कित वक्त में उन लोगों ने मल्टी बेड आइसोलेशन सेंटर, एक ट्रीटमेंट सेंटर, जरूरतमंदों के लिये मुफ्त राशन की व्यवस्था की है। प्रवीण ने बताया कि वे और उनका परिवार भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा दिये गए सभी सुझावों का अक्षरश: पालन कर रहे हैं। उन्होंने भारत में रहने वाले सभी लोगों से अपील की है कि वे पीएम मोदी की अपील का पूरी तरह पालन करें और कोरोना को दूर भगायें।