- निर्बाध ऑक्सीजन की सप्लाई के लिये 9 करोड़ 64 लाख 20 हज़ार रुपये के सप्लाई ऑर्डर जारी

- डीएम बोले, ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए किये जा रहे हैं व्यापक इंतजाम

LUCKNOW: राजधानी में छाए ऑक्सीजन की समस्या के बादल जल्द ही छंटने वाले हैं। अब लोगों को ऑक्सीजन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसकी वजह यह है कि जिला प्रशासन की ओर से ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से 9 करोड़ 64 लाख 20 हजार रुपये के कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं, जिसके तहत ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, ऑक्सीजन जनरेटर व ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट के लिए फर्मो को आदेश दिए गए हैं कि तत्काल उक्त की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन द्वारा अथक प्रयास किये जा रहे हैं ताकि जनपदवासियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए। इसके अतिरिक्त डीएम ने यह भी बताया कि प्राइवेट कोविड 19 हॉस्पिटल्स के लिए भी ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था हॉस्पिटल्स के व्यय पर कराई जा रही है, जिससे भी लोगों को बड़ी राहत मिलेगी और उन्हें ऑक्सीजन के लिए इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा।

इन उपकरणों की होगी खरीद

1. ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर ।

कुल मात्रा 200 नग

क्षमता 10 लीटर प्रति मिनट

सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और कोविड चिकित्सालयो में प्रयोग के लिया जा रहा है।

2. ऑक्सीजन जेनरेटर (कुल 21)

.45 लीटर प्रति मिनट क्षमता के 20 नग

.50 लीटर प्रति मिनट क्षमता का 01नग

जनपद के कोविड चिकित्सालयों के लिए लिया जा रहा हैण्

3.ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट (कुल 08 नग)

99 NM cube प्रति घंटा के.05 नग

30 NM cube प्रति घंटा के। 03 नग

जनपद के बड़े कोविड हॉस्पिटल के लिए सुविधा

ऑक्सीजन के लिए परेशान

वर्तमान समय में राजधानी में हर तरफ ऑक्सीजन के लिए मारामारी मची हुई है। ऑक्सीजन प्लांट के बाहर भी लोगों की भारी भीड़ देखी जा सकती है। समय से ऑक्सीजन सिलिंडर न मिलने की वजह से कई लोगों की जिंदगी भी खतरे में पड़ रही है। ऐसे में उक्त कदम कोरोना पेशेंट्स के लिए संजीवनी का काम करेंगे। अगर अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की समस्या दूर हो जाती है तो निश्चित रूप से कोरोना से होने वाली मौत के आंकड़े में भी गिरावट देखने को मिलेगी।

कालाबाजारी पर भी शिकंजा

ऑक्सीजन सिलिंडर में हो रही कालाबाजारी को लेकर भी लोगों की ओर से कंपलेन की जाती है। अब इस समस्या को दूर करने के लिए भी व्यापक स्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं। सभी ऑक्सीजन प्लांट में जिला प्रशासन द्वारा गठित टीमें नजर रख रही हैं। साथ ही लोगों से अपील भी कर रही हैं कि अगर कोई ऑक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी करता है तो तत्काल इसकी सूचना दें, जिसके आधार पर उसके खिलाफ एक्शन लिया जा सके। डीएम की ओर से खुद भी लगातार ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर मॉनीटरिंग की जा रही है। वह खुद सभी अस्पतालों का निरीक्षण करके ऑक्सीजन की उपलब्धता संबंधी जानकारी ले रहे हैं। अगर किसी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी संबंधी समस्या सामने आती है तो उनकी ओर से तत्काल इस दिशा में व्यवस्था कराई जाती है।

क्षेत्रवार उपलब्धता की तैयारी

जिला प्रशासन की ओर से क्षेत्रवार ऑक्सीजन उपलब्धता की भी व्यवस्था कराने की दिशा में कदम आगे बढ़ाए गए हैं। प्रयास किया जा रहा है कि छोटे छोटे सेंटर्स के माध्यम से ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था कराई जाए, जिससे लोगों को अपने ही क्षेत्र में ऑक्सीजन सिलिंडर मिल जाए। होम आईसोलेटेड पेशेंट्स को जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध कराने के लिए भी कवायद तेज कर दी गई है। जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार ऑक्सीजन सप्लाई और जरूरत के आंकड़ों पर नजर रखे हुए हैं, जिससे कहीं कोई समस्या न हो सके।