लखनऊ (ब्यूरो)। सूर्या खेल परिसर ग्राउंड उस दौरान तालियों से गूंज उठा, जब देश के दुश्मनों को पैरा मिलिट्री फोर्स के जांबाजों ने चारों तरफ से घेराबंदी कर देश के दुश्मन को काबू कर लिया और उनके ठिकाने को तबाह कर बम से उड़ा दिया। जांबाजों का लाइव ऑपरेशन देखकर लोगों ने दांतों तले उंगलियां दबा लीं। जांबाजों ने महज 10 मिनट में दुश्मनों के हेड क्वार्टर को तबाह कर दिया। मौका था आर्मी दिवस समारोह का। कैंट सूर्या खेल परिसर में भारतीय सेना ने सोमवार को अपना 76वां आर्मी दिवस मनाया। इस दौरान ग्राउंड पर हजारों लोगों की भीड़ जमा हुई। इस आयोजन में कलारीपयट्टू व गतका, भांगड़ा, मार्शल आर्ट समेत अन्य का प्रदर्शन किया गया।

आर्मी ने दिखाई अपनी ताकत

दिल्ली के बाहर ऐसा दूसरी बार था, जब आर्मी दिवस का आयोजन किसी अन्य शहर में हुआ। राजधानी में पहली बार आयोजित हुए आर्मी दिवस में आर्मी ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। सूर्या खेल परिसर ग्राउंड में आयोजित हुए इस समारोह में रिमाउंट वेटेनरी कोर घुड़सवारी का प्रदर्शन, वायुसेना की ओर से सुखोई का फ्लाईपास्ट, माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट का फ्लाईपास्ट, सेना के एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर सारंग, सिग्नल कोर की डेयरडेविल्स टीम के हैरतंगेज करतब दिखाए। बड़ों से लेकर बच्चों ने इसे खूब इंजॉय किया।

हाइटेक हथियार से दुश्मन पर वार

भारतीय सेना की डेयरडेविल्स मोटरसाइकिल टीम के रोमांचक प्रदर्शन के साथ-साथ रिमाउंट वेटरनरी कोर के आठ घोड़ों की टेंट पेगिंग और ट्रिक राइडिंग ने दर्शकों का मनमोह लिया। समारोह में आयोजित की गई प्रदर्शनी में आकाश मिसाइलें, के-9 वज्र, एंटी-ड्रोन उपकरण, बोफोर्स बंदूकें, तोपखाने वाले हथियार की प्रणाली और भारतीय सेना द्वारा यूज किए जाने वाले अन्य हाईटेक हथियार व टेक्निक का प्रदर्शन भी किया। भारतीय सेना के 10 जवानों ने 30 हजार फीट की ऊंचाई से पैराशूट के माध्यम से कॉम्बैट फ्री फॉल को पूरा किया। शौर्य संध्या के दौरान एसयू-30 एमकेआई, सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टरों ने आसमान को च्योतिर्मय कर दिया।

'मैं रहूं या न रहूं, मेरा देश सुरक्षित रहे'

समारोह में चीफ गेस्ट रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 'मैं रहूं या न रहूं, मेरा देश सुरक्षित रहेÓ की भावना के साथ मातृभूमि की रक्षा करने वाला सैनिक ही अनुकरणीय राष्ट्रभक्त होता है। यही देशभक्ति एक सैनिक को साहस प्रदान करती है। संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों व आपदाओं के दौरान राहत बचाव कार्यों में हमारे सैनिकों का योगदान अविस्मरणीय रहा है। इसके अलावा वर्ष 1971 के युद्ध के दौरान उन्होंने 90,000 पाकिस्तानी सैनिकों के साथ जिस सम्मान के साथ व्यवहार किया था, वह इस बात का प्रमाण है कि उनमें मानवता का स्तर बहुत उच्च है। उन्होंने कहा कि देश अब देख रहा है कि कैसे हमारी सेना लगातार ड्रोन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता द्वारा संचालित आधुनिक हथियारों से लैस हो रही है। सशस्त्र बलों में महिलाओं की भूमिका भी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने इस अवसर पर पहले दिन का पोस्टल कवर भी जारी किया।

रिमाउंट वेटेनरी कोर

इस समारोह में घुड़सवारों ने शानदार प्रदर्शन से सभी को रोमांचित कर दिया। इसमें घुड़सवार ने सटीक भाले से निशाना लगाया और बिना रुके करतब को दिखाया। रिमाउंट वेटेनरी कोर में 9 घुड़सवार ने जौहर दिखाकर अपना लोहा मनवाया। इसमें बड़ों से लेकर बच्चे सभी प्रभावित हुए।

पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों ने भरी हुंकार

देश के दुश्मन के हेडक्वार्टर तक पहुंचना और उसे जिंदा पकड़ने का लाइव ऑपरेशन किया गया। जमीन और आसमान से पैरा मिलिट्री फोर्स के कमांडो ने अपनी मुस्तैदी दिखाई और 30 हजार फीट से कूदकर दुश्मन के ठिकाने पर पहुंची, न ही दुश्मन को जिंदा पकड़ा, बल्कि हेडक्वार्टर को भी ड्रोन और रिमोट के मदद से उड़ा दिया। जिसे देख पब्लिक भौचक्का रह गई।

पैरामोटर्स के जांबाजों का शानदार प्रदर्शन

पूरे आसमान में अचानक शोरगुल शुरू हो गया, आसमान में हर पैरामोटर्स के जांबाजों ने अपना-अपना हुनर दिखाया। एक हजार फीट से भी ऊंचाई पर जांबाजों ने बताया कि देश के दुश्मनों से हमेशा युद्ध करने के लिए तैयार है।

3 सुखोई ने बटोरी सुर्खियां

सूर्या खेल परिसर ग्राउंड से तीन सुखोई विमानों ने ग्राउंड पर बैठे सभी लोगों को रोमांचित कर दिया। सुखोई की स्पीड इतनी ज्यादा थी कि पलक झपकते ही वे ग्राउंड को पार गए। इस दौरान यहां बैठे लोग सेल्फी और वीडियो बनाने में मशगूल हो गए।

इन्होंने किया जबरदस्त प्रदर्शन

- सिग्नल कोर की डेयरडेविल्स टीम के हैरतंगेज करतब

- पैरा मोटर्स की जांबाजी का प्रदर्शन

- 30 हजार फीट से 10 पैरा कमांडो ने लगाई छलांग

- रिमाउंट वेटेनरी कोर घुड़सवारी का प्रदर्शन

- वायुसेना की ओर से सुखोई का फ्लाईपास्ट

- माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट का फ्लाईपास्ट

- सेना के एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर सारंग