लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश में जी20 के तहत किए गए सौंदर्यीकरण की निरंतरता बनाए रखने के लिए 23 फरवरी से एक मार्च तक 'थूकना मना है' अभियान शुरू किया जा रहा है।स्वच्छ भारत मिशन नगरीय द्वारा संचालित इस अभियान के तहत नगर निगम आगरा और लखनऊ में किए गए सौंदर्यीकरण को खराब करने वालों से जुर्माना भी वसूला जाएगा। राज्य मिशन निदेशक, स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) उत्तर प्रदेश नेहा शर्मा द्वारा इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि शहर की सुंदरता को खराब करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

गुड टू ग्रेट बनाने का प्रयास

निदेशक नेहा शर्मा ने बताया कि राज्य के नगरों को गुड टू ग्रेट बनाने का प्रयास चल रहा है। इसी कड़ी में उन्हें वैश्विक मापदंडों पर भी श्रेष्ठ बनाने का संकल्प लिया गया है। जी20 के मद्देनजर नगर निगम लखनऊ और नगर निगम आगरा में सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया था। अब उसकी निरंतरता को बनाये रखने के लिए कई कदम उठाने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके लिए अब 'थूकना मना है' अभियान शुरू किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन नगरीय की गाइडलाइन के मानकों के अनुसार साफ-सफाई, रेड एंड यलो स्पॉट, ओपन यूरीनेशन के प्रति जीरो टॉलरेंस सुनिश्चित करना है।

250 रुपये तक का जुर्माना

उत्तर प्रदेश ठोस अपशिष्ट (प्रबंधन संचालन एवं स्वच्छता) नियमावली 2021 के अंतर्गत सार्वजनिक स्थानों पर थूकने, पेशाब करने, मल त्यागने समेत अन्य गंदगी करने पर जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। इसमें छह लाख या इससे ज्यादा जनसंख्या वाले शहरों में 250 रुपये, छह लाख से कम जनसंख्या वाले नगर निगम में 150 रुपए, नगर पालिका क्षेत्र में 100 रुपये और नगर पंचायत क्षेत्र में 50 रुपये जुर्माना लागू है। आदेश में साफ किया गया है कि इस अभियान के दौरान मौके पर ही चालान भी काटा जायेगा। रेड एवं येलो स्पॉट पर थूकते हुए पकड़े जाने पर 250 रुपये का जुर्माना वसूल किया जाएगा। इसी तरह नो गार्बेज जोन में यदि गंदगी फैलाते पकड़े जाते हैं तो आपको 250 रुपये जुर्माना अदा करना पड़ेगा। खुले में थूकने वाले को मिस्टर या मिसेज पीकू का खिताब दिया जायेगा।

ये दिशा-निर्देश किए गए हैं जारी

-इस अभियान के अंतर्गत आटो यूनियन के अध्यक्ष के साथ बैठक का आयोजन एवं मुख्य मार्ग पर आटो रैली का आयोजन किया जाएगा।

-जी20 समिट कॉरिडोर के साथ-साथ सेल्फी प्वाइंट्स, अस्थायी स्मारकों के पास स्वच्छ भारत मिशन ब्रांडिंग एवं खुले में थूकने पर जुर्माने संबंधी प्रावधान की होर्डिंग लगाई जाएंगी।

-पब्लिक अनाउंसमेंट द्वारा खुले में थूकने पर लगाये जाने वाले जुर्माने की जानकारी दी जाएगी।

-पुलिस प्रशासन से भी समंवय स्थापित किया जाएगा।

-नगर विकास की बसों, स्थानीय बसों, ऑटो पर थूकने पर लगाये जाने वाले जुर्माने का संदेश बस पैनल के माध्यम से प्रचारित किया जाएगा।

-स्थानीय एनजीओ को शामिल कर व्यापक जागरूकता और सार्वजनिक जुड़ाव कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

-'थूकना मना है' अभियान के अंतर्गत प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेशन एवं टी-शर्ट वितरण किया जाएगा।

लखनऊ में दीवार-रोड्स रहती हैं लाल

राजधानी में रोड्स पर थूकने वालों की संख्या अनगिनत है। आलम यह है कि जी20 के मद्देनजर कई स्थानों पर वॉल पेंटिंग और डिवाइडर पेंटिंग का कार्य कराया गया था। अभी 10 दिन भी नहीं बीते और कई स्थानों पर पान मसाला खाकर लोगों ने दीवार लाल कर दी है। अभी तक रोड गंदी करने वालों के खिलाफ कोई ठोस एक्शन नहीं लिया जा सका है। जब हर साल स्वच्छता सर्वेक्षण की परीक्षा होती है तो निगम प्रशासन की ओर से इस दिशा में अभियान तो चलाया जाता है, लेकिन इसका कोई खास रिस्पांस सामने नहीं आता। अब जो अभियान शुरू हो रहा है, इसका क्या असर होगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। नगर विकास विभाग से जुड़े अधिकारियों की माने तो इस अभियान को सफल बनाने के लिए कई स्तरों पर टीमों का गठन भी किया जा रहा है।