लखनऊ (ब्यूरो)। बीते एक दशक के दौरान राजधानी में लगने वाले जाम को खत्म करने के लिए योजनाएं तो कई बनाई गईं लेकिन इनका व्यापक असर आज तक देखने को नहीं मिला है। यहां संडे और शनिवार को छोड़कर बाकी दिन कई चौराहों और मार्गों पर लोगों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है।
वर्किंग डे पर लगता है अधिक जाम
राजधानी में वर्किंग डे पर अधिक जाम लगता है। वर्किंग डे पर शहर का ट्रैफिक चार से पांच गुना बढ़ जाता है। शहर में साढ़े चार लाख वाहनों का ट्रैफिक पहले से है और वर्किंग डे यह बढ़कर दस लाख से अधिक हो जाता है। वहीं प्रमुख एरिया में समय स्कूलों की छुट्टी और खुलने के समय ट्रैफिक तीन गुना हो जाता है।
ड्यूटी बढ़ाने के बाद भी हालत बेकाबू
जाम से निपटने के लिए शहर के प्रमुख मार्गो पर ट्रैफिक ड्यूटी बढ़ाई गई है। ट्रैफिक के साथ-साथ सिविल पुलिस की भी मदद ली जा रही है। बावजूद इसके जाम से निजात नहीं मिल पा रहा है। वर्तमान में शहर में 511 चौराहे व तिराहे है जबकि ट्रैफिक ड्यूटी व सिग्नल मात्र 219 चौराहे व तिराहे पर हैं।
रोड इंजीनियरिंग व अतिक्रमण का हवाला
अब तक जितनी बार भी ट्रैफिक जाम को लेकर सर्वे हुआ है उसने रोड इंजीनियरिंग व चौराहों के आस-पास अतिक्रमण का हवाला दिया गया है। इसे लेकर कई बार अभियान भी चलाया गया। हाल ही में मंडलायुक्त ने शहर के 18 चौराहों को जाम मुक्त करने की कवायद भी शुरू की है।
बनाई गई योजनाएं और उनका हाल
योजना नंबर 1
फ्री लेफ्ट टर्न
चौराहों पर ट्रैफिक प्रेशर को कम करने के लिए फ्री लेफ्ट टर्न स्कीम लागू की गई है। चौराहों पर फ्री लेफ्ट टर्न के लिए स्प्रिंग पोस्ट भी लगाई गई।
क्या है हालात
फ्री लेफ्ट टर्न को फॉलो कराने के लिए ट्रैफिक ड्यूटी नहीं है। रेड सिग्नल होने पर ज्यादातर वाहन फ्री लेफ्ट टर्न पर आकर खड़े हो जाते है जिससे जाम लगता है।
योजना नंबर 2
रोड पर पार्किंग के खिलाफ अभियान
रोड पर अवैध पार्किंग के खिलाफ जोर शोर से अभियान चलाया जा रहा है। हर दिन चार से पांच सौ वाहनों का चालान भी किया जा रहा है।
क्या है हालात
जिन एरिया में मल्टी लेवल पार्किंग है उन्हें प्रमोट नहीं किया जा रहा है। न ही लोगों को रोड पर पार्किंग की जगह मल्टी लेवल पार्किंग में भेजा जा रहा है।
योजना नंबर 3
कैमरों से निगरानी
शहर में आईटीएमएस के 7 सौ कमरे ट्रैफिक पर निगरानी के लिए लगाए गए है। यह कैमरे हर दिन तीस से पैैंतीस लाख रुपये के चालान वाहनों के करते हैं।
क्या है हालात
आईटीएमएस कैमरे ट्रैफिक रुल्स के उल्लंघन करने का चालान तो करते हैं। यह विभाग को फाइनेंशियल मजबूत तो कर रहे हैं लेकिन ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने में असफल है।
योजना नंबर 4
हाईवे पर हैवी व्हीकल की नो इंट्री
शहर को जाम से मुक्त करने के लिए हाईवे पर तय समय पर हैवी व्हीकल पर नो इंट्री का नियम बनाया गया। जिसे बंथरा में कानपुर लखनऊ रोड और बीबीडी एरिया में अयोध्या लखनऊ रोड पर फॉलो भी किया जा रहा है।
क्या है हालात
हाईवे पर हैवी व्हीकल की नो इंट्री पर लगाम तो लगा दी गई है। जिससे एक्सीडेंट की घटना की कम हुई है लेकिन शहर में चलने वाले हैवी कामर्शियल व्हीकल, ट्रैक्टर ट्राली पर लगाम लगने में पूरी तरह असफल है।
योजना नंबर 5
11 रूट पर ई रिक्शा बैन
पुलिस कमिश्नरेट ने शहर के 11 रूट्स पर ई रिक्शा का पूरी तरह से बैन किया था। ई रिक्शा के चलते लगने वाला जाम के चलते इन रूट्स पर ई रिक्शा को चलने के लिए परमिशन नहीं थी।
क्या है हालात
हजरतगंज एरिया को छोड़ कर सभी रूट्स पर ई रिक्शा धड़ल्ले से चल रहे हैं। इन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है।
योजना नंबर 6
अवैध स्टैैंड पर लगाम
अवैध टैैंपो व बसों के स्टैैंड पर लगाम लगाने का आदेश जारी हुआ था। जिसके तहत न केवल स्टैैंड को उन्हें जगह देकर वैध किया जाना था और अवैध तरीके से चल रहे स्टैैंड पर लगाम कसी जानी थी।
क्या है हालात
ज्यादातर एरिया में अवैध टैैंपो स्टैैंड के साथ-साथ ई रिक्शा स्टैैंड व डग्गा मार बस धड़ल्ले से चल रही हैं। कभी-कभी ही इन पर एक्शन लिया जाता है।
यह योजना भी बनाई गई थी
-ट्रैफिक संचालन में अवरोध बने और नो पार्किंग एरिया में सड़क पर खड़े वाहनों को क्रेन से उठाकर चालान करना था।
-पीक आवर के अलावा, स्कूल लगने और छुट्टी के समय पिंक पुलिस, पीआरवीए ट्रैफिक पुलिस, थाना पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था संभालेगी।
-गंज स्थित स्कूलों की छुट्टी आधे आधे घंटे के अंतराल में होगी।
-कई चौराहों पर सिग्नल की टाइमिंग में परिवर्तन जाना था। कई चौराहों से सिग्नल हटाने और कई नए स्थलों पर लगाए जाने की योजना थी।
-जो भी सरकारी विभागों के वाहन सड़क पर पार्क मिलेंगे उनकी फोटो खींचकर उनके विभागाध्यक्ष को भेजी जाएगी।
-रोडवेज बस चालक बस स्टैंड के बाहर गाड़ी खड़ी करके सवारियां नहीं भरेंगे।
नगर निगम की 19 पार्किंग में खड़े करें वाहन
पुलिस कमिश्नर ने बताया था कि नगर निगम से 19 पार्किग की सूची ली गई है। गंज, आलमबाग समेत अन्य इलाकों में स्थित यह पार्किंग अधिकतर खाली रहती हैं। व्यापारियों से बात की गई है कि वह अपने और ग्राहकों के वाहन उसी पार्किंग में खड़े कराएं। बाजार में खड़े वाहनों का चालान किया जाएगा।
राजधानी को जाम से मुक्त करने के लिए कई योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। जल्द ही शहर को जाम मुक्त किया जाएगा। इसके कुछ वक्त जरूर लगेगा।
-रईस अख्तर, डीसीपी ट्रैफिक