- सभी खेल प्रतियोगिताओं में एज कैटेगिरी एक साल बढ़ाने की तैयारी

- अंडर- 14 एज गु्रप की प्रतियोगिता हो जाएगी अंडर-15 में

- इसी तरह से भी सभी खेल की प्रतियोगिताओं में एक साल बढ़ाने की तैयारी

LUCKNOW : कोरोना वायरस के संक्रमण के खेलों का संचालन सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। अब तक खेल जगत में गतिविधियां शुरू नहीं हो सकी है। न तो खिलाड़ी प्रैक्टिस कर पा रहे हैं और न ही खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन ही हो रहा है। ऐसे में खिलाडि़यों का कॅरियर भी दांव पर लग गया है। जो खिलाड़ी जूनियर खेलने की तैयारी में थे, उम्र बढ़ जाने के कारण यह मौका अब उनके हाथ से निकल जाएगा। इसके बाद उनके पास सिर्फ सीनियर का विकल्प बचेगा। ऐसे में खिलाडि़यों के कॅरियर को बचाने के लिए हर तरफ प्रयास शुरू गए है। खेल संघ के पदाधिकारियों के अनुसार प्रतियोगिताओं की आयु वर्ग को एक साल बढ़ा कर काफी हद तक उनकी मदद की जा सकेगी।

एज ग्रुप के हिसाब से कॉम्पटीशन

विभिन्न खेलों की प्रतियोगिताओं में एज ग्रुप के अनुसार मिनी, सब जूनियर, जूनियर और सीनियर लेवल प्रतियोगिताओं के आयोजन होते हैं। वॉलीबाल, फुटबॉल, हॉकी, स्विमिंग, हैंडबाल, जूडो, बॉक्सिंग, वेटलिफ्टिंग, बैडमिंटन सहित सभी खेलों में संघों ने प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए अलग-अलग एज गु्रप निर्धारित कर रखे हैं। कहीं जूनियर प्रतियोगिताएं अंडर-16 में हो रही तो कहीं अंडर-17 की। ऐसे में जूनियर ग्रुप तो वहीं रहेगा लेकिन इसमें एक साल का इजाफा कर दिया जाएगा। अंडर-16 की जगह अंडर- 17 और अंडर-17 की जगह अंडर-18 की प्रतियोगिता होगी। ऐसे में अगले साल जो प्रतियोगिताएं होंगी उनमें इस साल प्रतियोगिताओं का हिस्सा ना बन पाने वाले खिलाडि़यों को भी मौका मिलेगा।

जल्द ही जायेगी बैठक

खेल संघों के पदाधिकारियों के अनुसार अभी इस पर सभी की एक राय नहीं बन सकी है। लेकिन खिलाडि़यों के हित को देखते हुए इस पर जल्द ही संघ के पदाधिकारी बैठक कर निर्णय लेंगे। ऐसे में उन खिलाडि़यों को राहत मिलेगी जिन्होंने सभी एज गु्रप खेलना चाहते हैं। खेल संघ के पदाधिकारियों के अनुसार कोरोना जल्द खत्म नहीं हुआ तो खेल की दुनिया में कई बदलाव जल्द ही होंगे। हर खेल अपने खिलाडि़यो को सुविधाएं देने के लिए नियमों में परिवर्तन जरूर करेगा।

कोट

अभी तो खेलों के आयोजन को छूट नहीं दी जा सकती है। ऐसे में खेल संघों को अपने खिलाडि़यों को सुविधाएं देने के लिए नियमों में बदलाव करने होंगे। इंटरनेशनल लेवल पर खिलाडि़यों को उम्र में कुछ रिलेक्सेशन देना चाहिए। इससे खिलाडि़यों को फायदा मिलेगा। इस बारे में जल्द ही बैठक कर निर्णय लिया जाएगा।

- आनंदेश्वर पाण्डेय, कोषाध्यक्ष भारतीय ओलम्पिक संघ

खेल प्रतियोगिताएं ना होने से खिलाड़ी पहले ही परेशान हैं। यदि प्रतियोगिताओं का एज गु्रप एक साल बढ़ जाता है तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। यह व्यवस्था सभी टीमों पर लागू होगी।

- टीपी हवेलिया, उपाध्यक्ष, यूपी ओलम्पिक संघ

खेल संघ जो भी निर्णय लेंगे, उसके अनुसार ही खेल संचालित किया जाएगा। खेलों की बेहतरी के लिए जो भी जरूरी होगा, उसके लिए खेल संघ ही कदम उठाएंगे।

डॉ। आरपी सिंह, स्पो‌र्ट्स डायरेक्टर

कोट

प्रतियोगिताओं में एज गु्रप एक साल बढ़ जाने से खिलाडि़यों को नुकसान नहीं होगा। इस बारे में सभी खेल संघों को बैठक कर आगे फैसला लेना होगा।

- बीआर वरुण, सचिव लखनऊ एथलेटिक्स एसोसिएशन