- गर्भवती की संदिग्ध हालात में मौत, दहेज हत्या का आरोप

- शिकायत के बाद भी एक्शन न लेने पर इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर

LUCKNOW:

पीजीआई इलाके में एक गर्भवती की मौत हो गई। मृतका की मां का आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले बेटी को 2 लाख रुपए लाने के लिए प्रताडि़त कर रहे थे। पुलिस अगर समय से एक्शन लेती तो उनकी बेटी की जान बच जाती। ससुराल वाले बेटी का गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार कर रहे थे। मां की शिकायत पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मृतका के पति और ससुर को गिरफ्तार किया है। वहीं इस मामले में लापरवाही पर एसएसपी ने इंस्पेक्टर को सस्पेंड और चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया।

इलाज कराना बंद किया

वृंदावन इलाके में रहने वाली सीमा पाल की गांधी नगर निवासी अनिल पाल उर्फ बबलू से 13 मई 2019 को हुई थी। मृतका की मां के मुताबिक शादी के बाद से ही गर्भवती बेटी सीमा को दहेज में दो लाख रुपये जाने के लिए प्रताडि़त किया जा रहा था। बेटी को खाना देना भी बंद कर दिया था। बेटी के गर्भ में लड़की की बात कर दामाद ने उसका इलाज भी कराना बंद कर दिया। सोमवार सुबह फोन कर बेटी के ससुरालियों ने बेटी के मौत की खबर दी। मृतका की मां ने दामाद अनिल पाल, ससुर हरि प्रसाद पाल, सास,व देवर राजीव पाल प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है।

पुलिस पर भी लगाए आरोप

मृतका सीमा ने संडे को पीजीआई थाने में मदद की गुहार लगाई थी। मृतका की मां का आरोप है कि अगर पुलिस ने समय रहते एक्शन लिया होता तो उसकी बेटी की जान बच जाती। सोमवार को उसकी मौत के बाद पुलिस को बिना सूचना दिए ससुराल वाले चुपचाप शव का अंतिम संस्कार कर रहे थे। मां की शिकायत पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और पति व ससुर को गिरफ्तार कर लिया। मां की तहरीर पर पुलिस ने दहेज हत्या का केस दर्ज किया।

इंस्पेक्टर सस्पेंड, चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर

इस मामले में पीजीआई पुलिस की लापरवाही पर सीओ कैंट ने पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट एसएसपी को दी। जिसके बाद एसएसपी ने इंस्पेक्टर पीजीआई अशोक कुमार सरोज सस्पेंड व चौकी इंचार्ज तेलीबाग आशुतोष को लाइन हाजिर कर दिया।