लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ जहां फूलों की खुशबू अतिथियों का स्वागत करेगी, वहीं दूसरी तरफ शहर की सुंदरता भी उनका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करेगी। इसकी वजह यह है कि इंवेस्टर्स समिट और जी 20 को लेकर की जा रही तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैैं। खास बात यह है कि शहीद पथ से लेकर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान तक सांस्कृतिक झलक भी नजर आएगी।

नये लुक में नजर आ रहा वृंदावन

शहीद पथ के पास स्थित वृंदावन योजना में इंवेस्टर्स समिट का आयोजन 10 से 12 फरवरी तक किया जाना है। इसे ध्यान में रखते हुए सभी विभागों की ओर से अपने स्तर से सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैैं। यहां पर टेंट सिटी के साथ-साथ हार्टिकल्चर वर्क पर विशेष फोकस किया गया है। इसके साथ ही आकर्षक लाइटिंग भी अतिथियों का अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करेगी।

फ्लावर गैलरी आकर्षण का केंद्र

एक तरफ तो वृंदावन में फ्लॉवर गैलरी सजाई जा रही है, वहीं दूसरी तरफ शहीद पथ से लेकर आईजीपी तक कई प्वाइंट्स पर आकर्षक मौसमी पौधे लगाए जा रहे हैैं। यह कदम एलडीए और नगर निगम की ओर से उठाया जा रहा है। शहीद पथ पर जो पौधे लगाए जा रहे हैैं, वो सूखे नहीं, इसको लेकर यहां पर पानी के सतत छिड़काव की भी व्यवस्था की जा रही है। इसके मद्देनजर कई स्थानों पर बोरिंग भी कराई गई है।

चौराहों के सौंदर्यीकरण पर फोकस

मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब के निर्देश के बाद उन सभी चौराहों के डेवलपमेंट पर फोकस करना शुरू कर दिया गया है, जो एयरपोर्ट से लेकर आईजीपी के मध्य आते हैैं। इसी कड़ी में समता मूलक चौराहे पर लड़ाकू विमान का मॉडल भी लगाया गया है, जिसे वेस्ट से बनाया गया है। इसके साथ ही यहीं पर ट्रैफिक सहायता केंद्र भी खोला गया है। इसी तरह 1090 चौराहे से लेकर आईजीपी तक रोड के दोनों साइड फुटपाथ लेन पर कलरिंग भी कराई जा रही है और लोहिया पथ पर नए पौधे भी लगाए गए हैैं।

रेलिंग की सफाई हो रही

लोहिया पुल की बात करें तो यहां पर दोनों तरफ रेलिंग को चमकाया जा रहा है साथ ही पुल के किनारे लगी प्लास्टिक शीट को भी साफ किया जा रहा है। कई स्थानों पर साइनेज भी लगाए जा रहे हैैं। गोमती पुल पर आकर्षक लाइटिंग की व्यवस्था की गई है। इसी क्रम में गोमती की सफाई का कार्य भी कराया गया है। जिससे अतिथियों को गोमती स्वच्छ नजर आए। किसी भी तैयारी में कोई कमी न रहे, इसके लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। इस कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी तैयारियों पर नजर रखी जा रही हैै। इसकी मॉनीटरिंग मंडलायुक्त स्तर से की जा रही हैैं।