लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी की तेजी से बढ़ती आबादी के बीच वार्डों के मोहल्लों में पड़ी सीवर लाइन अब हांफने लगी हैं। आलम यह है कि 30 से 35 फीसदी इलाके ऐसे हैैं, जहां पर तत्काल अधिक क्षमता वाली सीवर लाइन डाले जाने की जरूरत है, जिससे स्थानीय जनता को सीवरेज ओवरफ्लो संबंधित समस्या से निजात मिल सके। सुएज इंडिया की ओर से सीवरेज सर्वे की रिपोर्ट नगर निगम प्रशासन को सौंप दी गई है।

सीवरेज क्षमता बढ़ाए जाने की जरूरत

राजधानी के पुराने इलाकों में करीब 40 से 50 साल पुरानी सीवर लाइन बिछी है। पहले जो सीवर लाइन बिछाई गई थी, वह उस दौरान की आबादी के अनुसार थी। गुजरते वक्त के साथ ज्यादातर इलाकों में आबादी तो बढ़ गई, लेकिन वर्तमान आबादी के हिसाब से सीवरेज क्षमता नहीं बढ़ सकी। जिसकी वजह से सीवरेज सिस्टम पर ओवरलोड हो गया है और आए दिन किसी न किसी इलाके में सीवर लाइन क्षतिग्रस्त हो रही है। जिसकी वजह से लोगों को सीवरेेज सिस्टम ओवरफ्लो या गंदे पेयजल जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

अस्थाई समाधान किया जाता है

इस समय सीवरेज संबंधी समस्याओं के निस्तारण की जिम्मेदारी सुएज इंडिया के पास है। जब भी किसी इलाके से सीवरेज संबंधी समस्या सामने आती है तो कंपनी के कर्मचारी मौके पर जाकर अस्थाई रूप से समस्या का समाधान कर देते हैैं। स्थाई समाधान न होने की वजह से कुछ दिन बाद फिर से उसी इलाके में सीवर लाइन क्षतिग्रस्त संबंधी समस्या सामने आ जाती है।

छोटे-छोटे नए कनेक्टर लगाए जाते हैं

जिस इलाके में सीवरेज संबंधी समस्या सामने आती है, वहां पर टीम जाकर पुरानी लाइन के स्थान पर नए पाइप के रूप में कनेक्टर लगा देती है। जहां नए कनेक्टर लगाए जाते हैैं, वहां तो हमेशा के लिए समस्या समाप्त हो जाती है, पर जो पहले से पुरानी लाइन बिछी है, उसके किसी न किसी हिस्से में फिर से डैमेज की प्रॉब्लम सामने आ जाती है। जिसकी वजह से स्थानीय जनता को पूरी तरह से राहत नहीं मिल पाती।

नई सीवर लाइन ही समाधान

सुएज इंडिया की ओर से जो रिपोर्ट भेजी गई है, उससे साफ है कि जिन 30 से 35 फीसदी इलाकों में अक्सर सीवरेज संबंधी समस्या सामने आती है, वहां पर तत्काल नई सीवर लाइन बिछाया जाना जरूरी है। रिपोर्ट में यह भी अंकित किया गया है कि सीवरेज की क्षमता को भी बढ़ाया जाए। जिससे वर्तमान आबादी के हिसाब से सीवरेज व्यवस्था मेनटेन रहे।

इन एरिया में समस्या ज्यादा

-कंघी वाली गली

-नक्खास

-अमीनाबाद

-अलीगंज

-महानगर

-हजरतगंज के कई इलाके

-फैजुल्लागंज

-लालकुआं

नई सीवर लाइन से मिलेगी राहत

1-सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या से राहत

2-सीवरेज युक्त जलापूर्ति से मुक्ति

3-जलभराव की समस्या से राहत

4-आए दिन सीवर लाइन क्षतिग्रस्त नहीं होगी

5-सीवरेज मेंटीनेंस के लिए रोड कटिंग नहीं होगी

प्रोजेक्ट तो बन चुका है, लेकिन

लालकुआं समेत कई इलाकों में नई सीवर लाइन बिछाए जाने के लिए प्रोजेक्ट तो बन गया है, लेकिन अभी तक उसे इंप्लीमेंट नहीं किया जा सका है। अमृत सिटी के अंतर्गत तैयार इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द इंप्लीमेंट किया जाए, जिससे संबंधित वार्ड की जनता को राहत मिल सके।

कई इलाके ऐसे हैैं, जहां सीवर लाइन की क्षमता कम है। इसकी वजह यह है कि सालों पहले जब सीवर लाइन बिछाई गई थी, उस दौरान आबादी कम थी। पर अब आबादी काफी बढ़ गई है, लेकिन सीवरेज सिस्टम की क्षमता नहीं बढ़ाई गई। ऐसे में नई सीवर लाइन डालने की तत्काल जरूरत है।

-राजेश मठपाल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, सुएज इंडिया, लखनऊ