लखनऊ (ब्यूरो)।

केस एक

8 घंटे बिजली रहेगी गुल

33 केवी लाइन ओमेक्स मलेशियामऊ से ओमेक्स तक आने वाले रास्ते में लाइन के ऊपर आ रहे पेड़ों की छंटाई का कार्य बुधवार को किया जाएगा, जिसकी वजह से सुबह 10 से शाम 6 बजे तक शटडाउन लिया जाएगा।

केस दो

4 घंटे नहीं आएगी बिजली

132 केवी पावर सबस्टेशन हनुमान सेतु पर 33 केवी मेन बस पर मेंटीनेंस का कार्य सुबह सात से सुबह 11 बजे तक कराया जाएगा। इस दौरान सबस्टेशन से जुड़े चौपटिया, रेजीडेंसी, मेडिकल कॉलेज, यूनिवर्सिटी, लोकभवन, जीटीआई और अमीनाबाद की सप्लाई प्रभावित रहेगी। हालांकि, अन्य स्त्रोतों से यहां सप्लाई दी जाएगी।

एक तरफ जहां भीषण गर्मी के कारण बिजली की डिमांड बढ़ती जा रही है और कई एरियाज में ट्रिपिंग शुरू हो गई है, वहीं अब बिजली संकट को लेकर लोगों की मुश्किलें और बढऩे वाली हैैं। इसकी वजह यह है कि प्री-मानसून मेंटीनेंस शुरू होने जा रहा है, जिसके अंतर्गत लगभग सभी फीडर्स पर मेंटीनेंस से जुड़े कार्य कराए जाएंगे और शटडाउन लिया जाएगा। परिणामस्वरूप, जनता को बिजली संकट का सामना करना पड़ेगा।

शटडाउन का क्रम हुआ शुरू

बिजली मेंटीनेंस के चलते शटडाउन का दौर शुरू हो चुका है। रोजाना किसी न किसी सबस्टेशन से निकलने वाले फीडर से शटडाउन लिया जा रहा है। कहीं दो घंटे का शटडाउन लिया जा रहा है तो कहीं 4 से 5 घंटे तक का। बिजली कटौती से सबसे ज्यादा समस्या व्यापारियों को हो रही है। हाल ही में नजीराबाद व्यापार मंडल अध्यक्ष की ओर से विभाग को पत्र भी लिखा गया था, जिसमें कटौती न किए जाने की मांग की गई थी। व्यापारियों का तर्क है कि इस समय मार्केट में कस्टमर्स की काफी भीड़ है। बिजली जाने से उन्हें और कस्टमर्स को खासी परेशानियां होती हैैं।

बढ़ रही है बिजली की डिमांड

इस समय पूूरे प्रदेश में बिजली की डिमांड बढ़ रही है, जिसकी वजह से भी ट्रिपिंग की समस्या बढ़ी है। हालांकि, अभी डिमांड के अनुरूप बिजली सप्लाई हो रही है, जिसकी वजह से स्थिति नियंत्रण में है। डिमांड और बढ़ी तो स्थिति चिंताजनक हो सकती है। पिछले साल मार्च 2021 में 18 हजार 593 मेगावाट तथा अप्रैल 2021 में 19 हजार 837 मेगावाट बिजली की मांग रही थी। इस साल 2022 में मार्च-अप्रैल माह में यह मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़कर 20 हजार 479 मेगावाट एवं वर्तमान में 21 हजार 483 मेगावाट तक पहुंच गई है। एक अप्रैल को 19 हजार 328 मेगावाट बिजली की मांग थी, जिसमें 10 अप्रैल तक लगभग 2 हजार मेगावाट की बढ़ोत्तरी हो गई है।

10-10 मिनट की ट्रिपिंग

इंदिरानगर, गोमतीनगर, आलमबाग समेत कई इलाकों में ट्रिपिंग की समस्या सामने आ रही है। यह ट्रिपिंग 5 से 10 मिनट की होती है। लोगों की मांग है कि इस समस्या को हल किया जाए। कई इलाकों में रात में ट्रिपिंग होने से लोगों की नींद भी खराब हो रही है।

10 प्रतिशत विदेशी कोयला खरीदा तो 1 रुपया प्रति यूनिट बढ़ेगा

अगर 10 प्रतिशत विदेशी कोयला खरीदा जाता है तो इसका सीधा भार उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। एक आंकलन के मुताबिक, 70 पैसे प्रति यूनिट में इजाफा देखने को मिल सकता है। यह कहना है उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा का। उन्होंने यह भी कहा कि नियामक आयोग के सभी तकनीकी सवालों पर उत्पादन निगम ने गोलमोल जबाब दिया, जबकि जबाब केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण की गाइडलाइन के तहत होना चाहिए।

17 हजार प्रति टन का रेट

उन्होंने बताया कि उत्पादन निगम का अनुमान गलत है। वर्तमान समय में विदेशी कोयला 17 हजार रुपये प्रति टन के पार है, ऐसे में दरों में एक रुपया प्रति यूनिट की बढ़ोत्तरी होगी। विदेशी कोयला खरीद पर तुरंत रोक लगाई जानी चाहिए। उत्पादन निगम की तापीय परिजनों के दैनिक कोयला आवश्यकता लगभग 87,900 मीट्रिक टन है, वहीं उसके सापेक्ष वर्तमान में औसतन 61,309 मीट्रिक टन कोयला आपूर्ति किया जा रहा है यानी लगभग 30 प्रतिशत कोयले की कम सप्लाई दी जा रही है। उपभोक्ता परिषद ने आयोग को सौंपे प्रस्ताव में कहा यदि विदेशी कोयला खरीद की मंजूरी मिली तो वर्तमान में उसकी दर 17,000 रुपये प्रति टन से कहीं ज्यादा सामने आयेगी, क्योंकि एनटीपीसी का यह टेंडर जनवरी का है। वर्तमान दर के अनुसार 90 पैसे प्रति यूनिट से लेकर एक रुपये प्रति यूनिट तक उत्पादन लागत में वृद्धि होगी, जिसका खामियाजा जनता को भुगतना होगा।

बिजली चोरी दिखे तो यहां करें कॉल

प्रदेशभर में बिजली चोरों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। अभी तक 7,337 बिजली चोरी के मामले पकड़े गए हैैं। बिजली की डिमांड बढ़ी है, इसलिए बिजली चोरों पर शिकंजा कसने का काम शुरू कर दिया गया है। यूपीपीसीएल की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर 0522-2287747 जारी करते हुए अपील की गई है कि बिजली चोरी की जानकारी मिलने पर तत्काल कॉल करके जानकारी दें।