लखनऊ (ब्यूरो)। इस प्रोजेक्ट की कॉस्ट करीब 12 करोड़ के आसपास है। खास बात यह है कि इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया गया है। पूरी संभावना है कि इस साल के अंत तक इसे शुरू भी कर दिया जाए। इसके शुरू होने से राजाजीपुरम चौराहे की कनेक्टिंग रोड पर सामने आने वाले व्हीकल लोड को भी खासा कम हो जाएगा, जिसका सीधा फायदा हजारों लोगों को मिलेगा।

गुणवत्ता का विशेष ध्यान
इसके साथ ही इसके निर्माण के दौरान गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। वहीं यह भी देखा जा रहा है कि पब्लिक को कितना फायदा मिलेगा और इस पर जाम की समस्या सामने न आए। इसके साथ ही इसका एक बड़ा फायदा यह भी है कि ट्रैफिक को लेन बदलने में खासी मदद मिलेगी और ऐसा करने पर जाम की समस्या भी सामने नहीं आएगी।

यह होता है क्लोवर लीफ
क्लोवर लीफ प्रोजेक्ट की बात की जाए तो इसे इस तरह से समझा जा सकता है कि दो प्रमुख राजमार्गों के बीच यह कनेक्टिविटी बेहतर करता है। इसके माध्यम से कोई भी वाहन आसानी से बाएं या दाएं मुड़ सकते हैैं। इसके माध्यम से कई रोड्स आपस में कनेक्ट होती हैैं। जिसका सीधा फायदा पब्लिक को मिलता है।

अगले साल शुरू होगा काम
अब अगर शहीद पथ से एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए तैयार हो रहे फ्लाईओवर की बात की जाए तो इसका काम भी लगभग अंतिम चरण में है। पूरी संभावना है कि दिसंबर तक इसका काम पूरा हो जाएगा और इसे पब्लिक के लिए खोल दिया जाएगा। इस फ्लाईओवर के बनने के बाद लोगों को शहीद पथ से एयरपोर्ट जाने के लिए कानपुर रोड की तरफ रुख नहीं करना पड़ेगा, लोग आसानी से फ्लाईओवर के माध्यम से शहीद पथ से सीधे एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे। वहीं दूसरी तरफ बंगला बाजार फ्लाईओवर का निर्माण भी लगभग अंतिम चरण में है। 121 करोड़ से बन रहे इस फ्लाईओवर के बनने से कानपुर रोड पर ट्रैफिक लोड खासा कम हो जाएगा।