- स्मार्ट सिटी के अंतर्गत एबीडी एरिया के पांच वार्डो में शुरू किया जाएगा पायलट प्रोजेक्ट

- सारी प्रक्रिया पूरी, जल्द ही सुविधा की जाएगी शुरू

- 50 हजार घरों में लगाई जायेगी स्मार्ट चिप

- 05 वार्डो में पहले शुरू की जायेगी व्यवस्था

- 01 माह में शुरू कर दिया जायेगा ट्रायल

-04 बिंदुओं पर चल रही है कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था बेहतर बनाने की तैयारी

abhishekmishra@inext.co.in

LUCKNOW: बस कुछ दिन का इंतजार फिर आपको घर से कूड़ा न उठने की शिकायत दर्ज कराने के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा बल्कि निगम की टीम खुद आपके घर आकर कूड़ा कलेक्ट करेगी। इसकी वजह यह है कि आपके दरवाजे पर लगी एक सेंसर बेस्ड चिप खुद जिम्मेदारों तक यह मैसेज पहुंचा देगी कि कितने दिनों से आपके घर से कूड़ा कलेक्ट नहीं हो रहा है।

सेंसर बेस्ड होगी चिप

स्मार्ट सिटी के अंतर्गत पहले चरण में करीब 50 हजार घरों के मेन डोर के पास सेंसर बेस्ड चिप लगाने की तैयारी है। इस चिप की मदद से यह आसानी से पता लगाया जा सकेगा कि कितने घरों से कूड़ा कलेक्ट नहीं हुआ है। जिससे लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के खिलाफ आसानी से एक्शन लिया जा सकेगा।

पांच वार्डो में पायलट प्रोजेक्ट

स्मार्ट सिटी के अंतर्गत एबीडी एरिया (कैसरबाग) में आने वाले पांच वार्डो में पहले ट्रायल के तौर पर इस प्रोजेक्ट को शुरू करने की तैयारी की जा रही है। स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने लगभग सभी बिंदुओं पर अपना होमवर्क पूरा कर लिया है। यह भी जानकारी सामने आई है कि एक से डेढ़ माह के अंदर इस ट्रायल को शुरू भी कर दिया जाएगा।

ये काम करेगी स्मार्ट चिप

स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने बताया कि सभी घरों के मेन डोर के पास एक फ्रेम में इस चिप को लगा दिया जाएगा। यह चिप सीधे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जुड़ी होगी। घरों से कूड़ा कलेक्ट करने आने वाले कर्मचारियों के मोबाइल से इस चिप को कनेक्ट कर दिया जाएगा, जिसकी फीड सीधे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर जाएगी। जैसे ही कर्मचारी घर के मेन डोर पर लगी चिप के पास से गुजरेगा तो तुरंत मैसेज कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पहुंच जाएगा। जिससे यह पता लग जाएगा कि घर से कितने बजे कूड़ा उठा। अगर कोई कर्मी चिप के पास से नहीं गुजरेगा तो तुरंत जानकारी मिल जाएगी कि किस घर से कूड़ा नहीं उठा।

ट्रायल के बाद पूरे शहर में

50 हजार घरों में शुरू होने जा रहे ट्रायल से सामने आने वाले परिणामों के आधार पर अगले कदम उठाए जाएंगे। स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का यही प्रयास है कि पूरे शहर में इस व्यवस्था को लागू किया जाए।

क्यूआर कोड के साथ चिप

स्मार्ट सिटी के अंतर्गत घरों के दरवाजे के पास क्यूआर कोड भी लगाया जाना है। प्रयास यही किया जा रहा है कि क्यूआर कोड के साथ ही चिप को लगा दिया जाए। जिससे चिप को लगाने के लिए अलग से व्यवस्था न करनी पड़े।

वर्जन

डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए चार बिंदुओं पर काम किया जा रहा है। इसके अंतर्गत ही घरों के मेन डोर के पास सेंसरबेस्ड चिप लगाने की तैयारी की जा रही है।

- डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, सीईओ, स्मार्ट सिटी