लखनऊ (ब्यूरो)। आखिरकार परिसीमन संबंधी तस्वीर साफ हो गई है। परिसीमन से जुड़ी जो तस्वीर सामने आई है, उससे साफ है कि एक तरफ जहां वार्डों की सीमाएं तय होने के साथ ही मोहल्लों के नाम स्पष्ट हो गए हैैं, वहीं दूसरी तरफ सात नए वार्ड भी सामने आए हैैं। खास बात यह है कि इनमें से चार वार्डों के नाम भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई, पूर्व गवर्नर लालजी टंडन, पूर्व सीएम कल्याण सिंह और शहीद भगत सिंह पर रखे गए हैैं। इसके साथ ही निगम में शामिल हुए 88 गांवों को भी समेटते हुए तीन वार्ड बनाए गए हैैं। वहीं राजधानी में कुल वार्डों की संख्या 110 ही रहेगी।

लंबे समय से इंतजार

परिसीमन को लेकर लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था। इसकी वजह यह थी कि परिसीमन की तस्वीर साफ न होने से पार्षद प्रत्याशी खासे कंफ्यूज थे और वो अपनी चुनावी रणनीति नहीं बना पा रहे थे। हालांकि कई ऐसे भी पार्षद प्रत्याशी हैैं, जिन्हें अपने वार्ड की सीमा विस्तार की भनक लग गई थी, जिसके आधार पर उन्होंने प्रचार भी करना शुरू कर दिया था।

वार्डों की संख्या में बदलाव

चूंकि सात नए वार्ड बने हैैं, ऐसे में कई वार्डों की संख्या में बदलाव भी हुआ है। इसे इस तरह समझें कि पहले जहां वार्ड दो में राजा बिजली पासी द्वितीय वार्ड आता था, वहीं नए परिसीमन में अब शारदा नगर द्वितीय वार्ड आएगा। इसी तरह वार्ड नंबर एक अटल बिहारी बाजपेई वार्ड होगा। इसी तरह पहले जहां हजरतगंज वार्ड की संख्या 21 थी, वहीं अब इस संख्या पर मालवीय नगर वार्ड का नाम आएगा। सरोजनी नगर द्वितीय पहले नौ नंबर वार्ड था और अब उसका क्रमांक 18 हो गया है। इसी तरह लगभग हर वार्ड की संख्या में बदलाव देखने को मिलेगा।

ये सात वार्ड नए बने

1-अटल बिहारी बाजपेई वार्ड

ये इलाके शामिल-बरौना, कजेहरा, निजामपुर, मझगांव, हसनपुर खेवली, देवामऊ, अहमामऊ इत्यादि।

2-लालजी टंडन वार्ड

ये इलाके शामिल-सिकरौरी, जेहटा, मौरा, सैथा, लालनगर, पीर नगर इत्यादि।

3-कल्याण सिंह वार्ड

ये इलाके शामिल-सुमिरन खेड़ा, भमरौली, कलियाखेड़ा, सदरौना, सरोसा-भरोसा इत्यादि।

4-शहीद भगत सिंह वार्ड

ये इलाके शामिल-गुडंबा (आंशिक), मिश्रपुर (आंशिक), गोयला और धावा (आंशिक) इत्यादि।

5-खरगापुर-सरसवां

ये इलाके शामिल-खरगापुर, मलेशेमऊ, बाधामऊ, मस्तेमऊ इत्यादि।

6-भरवारा-मल्हौर

ये इलाके शामिल-उत्तरधौना (आंशिक), गणेशपुर, सेमरा, शाहपुर, सरायशेख, लौलई, लोनापुर इत्यादि।

7-जानकीपुरम तृतीय

ये इलाके शामिल-मिर्जापुर, गुडंबा (आंशिक), सैदपुर जागीर (आंशिक), जानकीपुरम विस्तार, अभिषेकपुरम, राधेश्यामपुरवा, बसहा (आंशिक)।

88 गांवों में नजर आएगा विकास

निगम की सीमा में शामिल हुए 88 गांवों को भी अलग-अलग वार्डों में शामिल कर लिया गया है। जिससे साफ है कि अब इन गांवों में विकास कार्यों में रफ्तार देखने को मिलेगी। जो नए वार्ड बने हैैं, उनमें ही ज्यादातर गांवों को शामिल किया गया है। जिससे अब निगम की ओर से अन्य वार्डों की तरह इन वार्डों में भी विकास को लेकर कार्य योजना तैयार की जाएगी।

सीट्स को लेकर तस्वीर साफ नहीं

वार्डों की सीमाएं और मोहल्लों के नाम तो क्लीयर हो गए हैैं लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि किस वार्ड में कौन सी सीट महिला होगी और कौन सी पुरुष। संभावना है कि जल्द ही इसको लेकर भी तस्वीर साफ हो सकती है। जिसके बाद चुनावी प्रचार में और तेजी देखने को मिलेगी।

हो सकता है नुकसान

वरिष्ठ पार्षदों की माने तो जिन वार्डों में सीमाओं का विस्तार कम हुआ है या उनके वार्ड का हिस्सा दूसरे वार्ड में चला गया है तो इसका सीधा नुकसान वार्ड के उन पार्षदों को होगा, जो लंबे समय से निकाय चुनाव में जीत दर्ज कराते रहे हैैं। वैसे तो साफ है कि जिन वार्डों का हिस्सा दूसरे वार्डों में शामिल किया गया है, उसका सीधा नुकसान विपक्ष को ही होगा।