लखनऊ (ब्यूरो)। चारबाग के नाका स्थित रेवड़ी वाली गली में होटल माया में सेक्स रैकेट चल रहा था। मंगलवार देर रात सूचना मिलने पर नाका व हजरतगंज महिला थाने की टीम ने संयुक्त रूप से वहां दबिश दी। मौके से सात युवतियों व पांच युवकों को दबोच लिया। होटल के कमरों से काफी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई। पकड़े गये युवकों में होटल का मैनेजर भी शामिल है। पुलिस होटल मालकिन की तलाश कर रही है, जिससे पूछताछ की जाएगी। पुलिस के मुताबिक, होटल व आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है।

रात 12 बजे दी होटल माया में दबिश

एसीपी कैसरबाग योगेश कुमार के मुताबिक, चारबाग के रेवड़ी गली में माया होटल है। इस होटल की मालकिन माया कैंपवेल रोड पर रहती है। होटल में गोंडा का रहने वाला आनंद तिवारी बतौर मैनेजर तैनात है। मंगलवार देर रात सूचना मिली कि होटल माया में सेक्स रैकेट चल रहा है। सूचना मिलने पर नाका हिंडोला थाने व महिला थाने की टीम तैयार की गई। दोनों थानों की टीम ने रेवड़ी वाली गली में रात 12 बजे होटल माया में दबिश दी। मौके से होटल मैनेजर आनंद तिवारी, गोंडा के बृजेश शुक्ला, नंद कुमार दुबे, बाराबंकी के शरीफुल कमर और विकास तिवारी दबोचे गये। वहीं, सात युवतियां भी पुलिस की गिरफ्त में आईं। युवकों को पुलिस नाका थाने ले गई, जबकि पकड़ी गई युवतियों को महिला थाने भेजा गया।

मोबाइल में मिले नाम व नंबर की जांच

इंस्पेक्टर नाका बृजेश द्विवेदी के मुताबिक, पकड़ी गई युवतियों के मोबाइल पुलिस ने जांच के लिए जब्त कर लिए हैं। शुरुआती दौर में कई नाम व नंबर मोबाइल में मिले। इन नंबरों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस ने होटल का इंट्री रजिस्टर भी जब्त कर लिया है। वहीं, सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर भी सीज कर लिया है।

आसपास के जिलों से बुलाई जाती थीं युवतियां

पुलिस के मुताबिक, पकड़ी गईं युवतियां लखनऊ व बाराबंकी की हैं। ये सभी होटल कर्मचारी द्वारा बुलाए जाने पर वहां पहुंचती थीं। शुरुआती पड़ताल व पूछताछ में सामने आया कि होटल के कर्मचारी ग्राहकों से बातचीत कर सौदा तय करते थे। इसके बाद बाराबंकी, सीतापुर, कानपुर, उन्नाव से युवतियों को लखनऊ बुलाते थे। रुपये वसूलने के बाद युवतियों को ग्राहकों के कमरे में भेजते थे।

अवैध कारोबार के अड्डे हैं चारबाग के होटल

चारबाग इलाके के होटल अवैध कारोबार के अड्डे बन गए हैं। इन होटलों में सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वालों, सेक्स रैकेट व अन्य काले कारोबार करने वालों का ठिकाना रहता है। इसकी पूरी जानकारी होने के बाद भी पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं होती है, जिसके कारण अवैध कारोबार करने वालो का मनोबल बढ़ रहा है।