- पूर्व वीसी, शेखर हॉस्पिटल की चेयरपरसन ऋचा मिश्रा, तमाम प्रोफेसर्स के खिलाफ इकट्ठा किये सुबूत

- एसटीएफ ने जांच रिपोर्ट तैयार कर शासन व डीजीपी को भेजी

LUCKNOW:

लखनऊ यूनिवर्सिटी में एलएलबी थर्ड ईयर के पेपर लीक कांड की जांच कर रही एसटीएफ ने इस पूरे कांड में शामिल सभी 'कैरेक्टर्स' के रोल फिक्स कर दिये हैं। बताया गया कि जांच में सभी आरोपियों की पूरे कांड में कुछ न कुछ भूमिका साबित हुई है। एसटीएफ ने पूरे मामले की जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी है। अब उम्मीद की जा रही है कि इस जांच रिपोर्ट के आधार पर लखनऊ पुलिस आगे की कार्यवाही करेगी।

हर एक का सुबूत के साथ रोल

एलयू में एलएलबी पेपर लीक कांड की बात सामने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर पूरे मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी। मामले की जांच डिप्टी एसपी पीके मिश्रा और उनकी टीम ने शुरू करते हुए वाट्सएप ग्रुप पर वायरल हुई ऋचा मिश्रा और एलयू के तत्कालीन वीसी एसके शुक्ला, प्रोफेसर्स अशोक कुमार सोनकर, नंद किशोर व अन्य के बीच बातचीत की ऑडियो क्लिप की जांच की। टीम ने यूनिवर्सिटी ग्रुप पर ऑडियो क्लिप वायरल करने वालों से लेकर उसके सोर्स तक की जांच की गई। इस दौरान दो दर्जन से ज्यादा लोगों से टीम ने पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में सभी आरोपी उन पर लगे आरोपों को नकारते रहे। पर, उन सभी की कॉल डिटेल रिपोर्ट ने उनके टालमटोल को गलत साबित किया। सूत्रों ने बताया कि, कॉल डिटेल रिपोर्ट और पूछताछ के आधार पर एसटीएफ टीम ने सभी आरोपियों के इस कांड में रोल को फिक्स किया और इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी है। जांच में किसी को भी क्लीनचिट नहीं मिली। बताया जा रहा है कि शासन से यह रिपोर्ट लखनऊ पुलिस को भेजी जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

यह थी घटना

बीते दिनों लखनऊ यूनिवर्सिटी के तत्कालीन वीसी एसके शुक्ला, शेखर हॉस्पिटल की चेयरपरसन ऋचा मिश्रा के बीच एलएलबी के पेपर को लेकर फोन पर की गई बातचीत की ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इसमें ऋचा मिश्रा की कई प्रोफेसर्स से भी बातचीत की क्लिप थी। हालांकि, तब सभी पक्षों ने आरोपों को गलत बताया था। वहीं, पेपर लीक करने को लेकर हड़कंप मच गया था। जिसके बाद हसनगंज कोतवाली में इसे लेकर एफआईआर दर्ज कराई गई थी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच एसटीएफ से कराने का निर्देश दिया था।