- चीफ प्रोवोस्ट और कर्मचारियों को छात्रों ने दी गालियां

- एलयू में दागियों को कमरा नहीं देने का फैसला

- करीब 150 स्टूडेंट्स को किया गया चिन्हित

LUCKNOW : लखनऊ यूनिवर्सिटी में बुधवार को हॉस्टल को लेकर जमकर बवाल हुआ। फ‌र्स्ट और सेकेंड इयर के कई छात्रों को उनके बीते साल के आचरण के चलते एलयू प्रशासन ने इस बार उन्हें हॉस्टल की सुविधा से वंचित कर दिया है। ऐसे में दर्जनों छात्रों ने एलयू के चीफ प्रोवोस्ट प्रो। एसपी त्रिवेदी के कार्यालय में पहुंचकर जमकर उपद्रव किया। इन छात्रों ने उनके कार्यालय के कर्मचारियों से भी अभद्रता की और चीफ प्रोवोस्ट को देख लेने की धमकी देते हुए उनके पूरे स्टॉफ को भी जमकर गालियां दीं। हालांकि इस बीच प्रो। त्रिवेदी अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे। वह हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया को संचालित कराने के लिए संबंधित छात्रावास में मौजूद थे।

कई दिनों से चल रही थी कार्रवाई

इस साल से एलयू प्रशासन ने हॉस्टल आवंटन के लिए जो प्रक्रिया अपनाई है, उसके हिसाब से अगर पूर्व में किसी भी छात्र के खिलाफ कोई भी मामला लंबित है या फिर उसके खिलाफ कोई कार्रवाई छात्रत्व के नियमों के उल्लंघन को लेकर एलयू प्रशासन की ओर से की गई है, तो उसे हॉस्टल की सुविधा नहीं दी जाएगी। इस पर कई दिनों से एलयू का प्रॉक्टर कार्यालय काम कर रहा है। ऐसे दागी छात्रों की लिस्ट तैयार कर उसे हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया से जोड़ दिया गया है। ऐसे में बुधवार को कई दर्जन छात्रों का जमावड़ा एलयू के प्रॉक्टर कार्यालय पर लगा रहा।

पहचाने गए उपद्रवी

एलयू के चीफ प्रोवोस्ट प्रो। एसपी त्रिवेदी ने बताया कि दोपहर को करीब दो दर्जन से ज्यादा छात्रों ने मेरे कार्यालय पहुंचकर स्टाफ समेत मुझको भी अपशब्द कहे। इसमें शामिल सभी छात्र एक विशेष हॉस्टल से संबध रखते हैं। इनमें से कई के खिलाफ एलयू प्रशासन की ओर से पूर्व में कार्रवाई की गई है। इसलिए इन्हें तो हॉस्टल की सुविधा दी ही नहीं जाएगी। प्रो। त्रिवेदी ने बताया कि उपद्रव करने वाले छात्रों के रिकॉर्ड निकाल लिए गए हैं, जिन्हें प्रॉक्टर को भेजा जाएगा।

150 के करीब छात्र चिन्हित

एलयू प्रॉक्टर की ओर से यूनिवर्सिटी में बीते सेशन में विभिन्न मामलों में उपद्रव करने वालों स्टूडेंट्स की लिस्ट बनाई है। इस लिस्ट में करीब 150 के करीब स्टूडेंट्स शामिल हैं। यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार इन उपद्रवी स्टूडेंट्स का पूरा रिकॉर्ड बनाया गया है। इनको किन-किन मामलों में दोषी पाया गया है। इस पर उन्होंने यूनिवर्सिटी को क्या जवाब दिया, साथ ही पुलिस ने इन पर लगे आरोपों की कहां तक जांच की है। इन सभी स्टूडेंट्स को हॉस्टल आवंटन प्रक्रिया से बाहर किया गया है। इनकी रिपोर्ट सभी प्रोवोस्ट और वीसी कार्यालय को भेजा गया है।

हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से संपन्न कराई जा रहा है। पूर्व में जिस प्रकार एलयू के हॉस्टलों में अराजकता हुई है, उसे लेकर ही इस प्रकार की प्रक्रिया को अपनाया जा रहा है।

- प्रो। एसपी त्रिवेदी,

चीफ प्रोवोस्ट, एलयू्

चीफ प्रोवोस्ट की शिकायत के अनुसार ऐसे छात्रों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। परिसर में छात्रों के लिए जगह है, लेकिन गुंडई किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

- प्रो। निशी पांडेय,

चीफ प्रॉक्टर, एलयू्