- स्कूल परिसर से लेकर क्लास तक दिखे कोविड से सुरक्षा संबंधी इंतजाम

.सब्जेक्ट स्टडी से पहले स्टूडेंट्स को दी गई कोविड गाइडलाइंस की जानकारी

LUCKNOWस्कूल गेट के अंदर कदम रखते ही स्टूडेंट्स के चेहरे पर बिखरती खुशी साफ देखी जा सकती थी। हर एक स्टूडेंट जल्द से जल्द क्लास रूम पहुंचने के लिए प्रयासरत नजर आया। स्कूल प्रबंधन की ओर से भी स्टूडेंट्स की कोविड से सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए थे। स्कूल गेट पर सेनेटाइजर टनल की व्यवस्था किए जाने के साथ ही हर एक स्टूडेंट की थर्मल स्कैनिंग भी की जा रही थी। वहीं क्लास रूम में सब्जेक्ट स्टडी शुरू होने से पहले टीचर्स की ओर से स्टूडेंट्स को कोविड से बचाव संबंधी जानकारियां दी गईं।

पहली तस्वीर (फोटो)

स्थान-सेंट जोसेफ स्कूल

सेनेटाइजेशन टनल की व्यवस्था

स्कूल के एंट्री गेट पर कोविड से बचाव संबंधी पुख्ता इंतजाम नजर आए। स्कूल परिसर में बकायदा सर्किल बनाए गए थे। जिससे स्टूडेंट्स के बीच फिजिकल डिस्टेंसिंग बनी रहे। इसके साथ ही स्कूल के ही एंट्री प्वाइंट पर सेनेटाइजेशन टनल की भी व्यवस्था की गई थी।

थर्मल स्कैनिंग की भी व्यवस्था

स्कूल गेट पर थर्मल स्कैनिंग की भी व्यवस्था रही। स्कूल में एंटर होने वाले हर एक बच्चे का टेंप्रेचर चेक किया जा रहा था साथ ही उसका नाम, क्लास इत्यादि को भी रजिस्टर में नोट डाउन किया जा रहा था।

घर से अटेंड की क्लास

स्टूडेंट्स की अटेंडेंस अब बढ़ती हुई नजर आ रही है। हालांकि स्कूल प्रबंधन की ओर से स्टूडेंट्स को घर से भी क्लास अटेंड करने की सुविधा दी गई है। जिससे किसी भी स्टूडेंट की पढ़ाई प्रभावित न हो। वहीं क्लास में बैठे स्टूडेंट्स के बीच भी फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन होते नजर आया।

मेडिकल रूम की व्यवस्था

किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्कूल प्रबंधन की ओर से मेडिकल रूम की भी व्यवस्था कराई गई है। इस मेडिकल रूम में प्रॉपर मेडिसिन किट तथा ऑक्सीजन सिलिंडर भी रखे गए हैं। इस रूम के लिए भी प्रोफेशनल टीचर की ड्यूटी लगाई गई है।

बच्चों से बातचीत

स्कूल में स्टडी करने का अलग ही मजा है। क्लास में सब्जेक्ट ज्यादा बेहतर तरीके से समझ में आते हैं।

मो। ऐबद, स्टूडेंट

मुझे लगता है कि हर एक स्टूडेंट को स्कूल आना अच्छा लगता है। ऑनलाइन स्टडी से आंखों में स्ट्रेस भी होता है।

अरि चौरसिया, स्टूडेंट

ऑनलाइन के मुकाबले ऑफलाइन स्टडी ज्यादा बेहतर है। क्लासेस में स्टडी बेहतर तरीके से होती है।

अंशिका मिश्रा, स्टूडेंट

हम तो यही चाहते हैं कि अब रेगुलर क्लासेस चलें। स्कूल में कोविड सुरक्षा से जुड़ा हर एक कदम उठाया गया है।

देवांशी पटेल, स्टूडेंट

बोले जिम्मेदारी

स्कूल में कोविड सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। किसी भी स्टूडेंट को बेवजह क्लास या स्कूल परिसर में रुकने नहीं दिया जा रहा है। टीचर्स से भी कहा गया है कि स्टूडेंट्स को कोविड से बचाव संबंधी गाइडलाइंस की नियमित रूप से जानकारी दें।

अनिल अग्रवाल, मैनेजिंग डायरेक्टर, सेंट जोसेफ गु्रप ऑफ इंस्टीट्यूशंस

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दूसरी तस्वीर

स्थान-डीपीएस, जानकीपुरम

नाम और क्लास की डिटेल हुई नोट

जानकीपुरम स्थित डीपीएस ब्रांच में भी कोविड गाइडलाइंस का प्रॉपर पालन होते नजर आया। स्कूल गेट से लेकर क्लास तक हर एक स्टूडेंट पर नजर रखने के साथ ही फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया। वहीं स्कूल गेट पर हर एक स्टूडेंट की थर्मल स्कैनिंग के साथ ही उनका नाम, क्लास भी नोट किया गया।

सेनेटाइजेशन की व्यवस्था

इस स्कूल में भी मेन गेट, परिसर तथा क्लास रूम में सेनेटाइजेशन की व्यवस्था नजर आई। ओपन स्पेस के स्थान पर क्लास रूम में प्रेयर हुई। सभी स्टूडेंट्स को कोविड से बचाव संबंधी जानकारियां भी दी गईं।

अटेंडेंस रही बेहतर

जैसे-जैसे दिन गुजर रहे हैं, स्कूलों में स्टूडेंट्स की अटेंडेंस बढ़ती नजर आ रही है। स्कूल प्रबंधन की माने तो आने वाले दिनों में स्टूडेंट्स का अटेंडेंस ग्राफ और भी अधिक बढ़ेगा।

बोले बच्चे

ऑनलाइन के मुकाबले ऑफलाइन क्लास ज्यादा बेहतर है। कोई भी सब्जेक्ट न समझ आने पर टीचर से तुरंत पूछ सकते हैं।

आदित्यवर्धन सक्सेना, स्टूडेंट

क्लासेस शुरू होने से खासी राहत मिली है। ऑनलाइन क्लासेस के मुकाबले ऑफलाइन क्लासेस मुझे ज्यादा पसंद है।

आर्यन, स्टूडेंट

बोले जिम्मेदार

कोविड के मद्देनजर स्कूल में विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। स्कूल परिसर से लेकर क्लासेस में फिजिकल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है।

नीरू भास्कर, प्रिंसिपल, डीपीएस जानकीपुरम

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